Khamosh Mohabbat book and story is written by Adil Uddin in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Khamosh Mohabbat is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
ख़ामोश मोहब्बत - उपन्यास
Adil Uddin
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
मई 2023,दिल्ली
रोज़ की तरह भागती हुई दिल्ली में दो अनजान शक्स अपने घर से निकलने की तैयारी में थे,दोनों के घर अलग थे लेकिन मकसद एक,नौकरी।
आज "माही" ब्रेकफास्ट में दो ब्रेड उठा कर सीधे अलमारी की तरफ भागी निगाहें घड़ी के ऊपर और हाथ अलमारी के अंदर,
दरअसल,ज़िंदगी का सबसे बड़ा इंटरव्यू था आज बड़ी मुश्किलों के बाद उसे एक इंटरव्यू की अपॉइंटमेंट मिल गई थी।
लेकिन,वक़्त था 10 बजे और अभी बज चुके हैं 8:30 भला डेढ़ घंटे में वो कीर्ति नगर से नोएडा सेक्टर 16 कैसे पहुंचेगी?
अब दूसरी तरफ भी कुछ ऐसी ही अफरा तफरी का माहौल था, ज़ाकिर नगर के एक फ्लैट में एक अलार्म आधे घंटे से बज रहा है...लेकिन जिसने ये अलार्म लगाया था वो बार-बार इसे नज़र अंदाज़ कर रहा है।
मई 2023,दिल्लीरोज़ की तरह भागती हुई दिल्ली में दो अनजान शक्स अपने घर से निकलने की तैयारी में थे,दोनों के घर अलग थे लेकिन मकसद एक,नौकरी।आज "माही" ब्रेकफास्ट में दो ब्रेड उठा कर सीधे अलमारी की तरफ भागी निगाहें ...और पढ़ेके ऊपर और हाथ अलमारी के अंदर,दरअसल,ज़िंदगी का सबसे बड़ा इंटरव्यू था आज बड़ी मुश्किलों के बाद उसे एक इंटरव्यू की अपॉइंटमेंट मिल गई थी।लेकिन,वक़्त था 10 बजे और अभी बज चुके हैं 8:30 भला डेढ़ घंटे में वो कीर्ति नगर से नोएडा सेक्टर 16 कैसे पहुंचेगी?अब दूसरी तरफ भी कुछ ऐसी ही अफरा तफरी का माहौल था, ज़ाकिर नगर
जब अर्सलान ने माही को सामने से आता हुआ देखा तो वो इधर उधर भागने लगा,माही उसके पीछे पीछे घूमने लगी।लेकिन,अर्सलान तो रेल का इंजन बना घूम रहा था तभी माही ने ज़ोरदार आवाज़ में कहा "सर! क्या हो ...और पढ़ेआपको मेरी बात तो सुन लो आप इधर उधर क्यूं भाग रहे हो"?फिर अर्सलान को महसूस हुआ कि माही को अभी कुछ पता नहीं चला,अर्सलान ने कहा "मैं भाग नहीं रहा मैं काफी बिज़ी हूं,मैंने बताया था ना मेरी मीटिंग है आज, इसलिए अपने स्टाफ को ढूंढ रहा हूं"।"ओके सर,पर मैं यहां अपने डॉक्युमेंट्स लेने आई थी जो मैं आपकी
जब निशा ने अर्सलान को पलटने के लिए कहा तो, अर्सलान धीरे धीरे उसकी तरफ घुमा और निशा ने उस पर सवालों की बौछार करदी।"तुम मुझे ये बताओ,तुम अब तक यहां क्या कर रहे हो?और वो बकवास से सवाल ...और पढ़ेथे"?अर्सलान अब सवालों के घेरे में फस चुका था,लेकिन उसके खुराफाती दिमाग ने काम करना शुरू किया और उसने एक और फर्ज़ी कहानी रच डाली।"अब क्या ही छुपा सकता हूं आपसे,वो जो लड़की मेरे साथ खड़ी थी वही वजह थी इस सब की,दरअसल वो मेरी बीवी है।आज से 6 साल पहले हमारी शादी हुई थी,सब कुछ ठीक था मेरा खुद
तो,दरवाज़ा खोलने के बाद अर्सलान ने देखा की माही उसके सामने खड़ी है उसका मुंह खुला का खुला रह गया,लेकिन माही ने उसे नहीं देखा था, क्योंकि माही अपनी ड्रेस पर लगे कीचड़ के दाग साफ करने में लगी ...और पढ़ेबात का फायदा उठाने के लिए अर्सलान ने हाथ में पकड़ी हुई किताब से अपना चेहरा ढक लिया कुछ ही सेकंड बाद माही ने भी अपना ध्यान कपड़ों से हटा कर सामने देखा और वो कहने लगी.... आप कौन? और चेहरा क्यों ढाका हुआ है अपने? अनाबिया!अनाबिया!कहां हो तुम?अरे भई ये किताब को नीचे करो और बताओ कौन
माही और अयान कार में साथ साथ जा रहे थे,अयान बहुत धीरे गाड़ी चला रहा था और माही उसको गुस्से से घूरे जा रही थी।इधर अर्सलान अपने कमरे में अपने कपड़े बदल रहा था,उसने कपड़े बदले और उसने धीरे ...और पढ़ेअपने कमरे को अंदर से लॉक किया और कमरे के पीछे वाली खिड़की खोली और मौका देख कर उस खिड़की से बाहर आ गया,फिर दबे पांव वो घर के दरवाज़े तक गया और मौका देख कर वहां से भाग निकला।इधर अयान बहुत ही टेंशन में कार ड्राइव कर रहा था,अचानक उसका फोन बजने लगा उसने तुरंत फोन उठाया और कहा... हां