Episodes

ऑफ़िस - ऑफ़िस द्वारा  R.KapOOr in Hindi Novels
सूचना - ये एक काल्पनिक कहानी है और इसका जीवित यां मृत किसी व्यक्ति से कोई लेनादेना नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो ये महज़ एक...
ऑफ़िस - ऑफ़िस द्वारा  R.KapOOr in Hindi Novels
मेरे पास पहुंचते ही उसने अपने पांव के पास पड़ा पीकदान उठाया और एक पिचकारी दे मारी उसमें और वापस पीकदान को अपने पांव के पा...
ऑफ़िस - ऑफ़िस द्वारा  R.KapOOr in Hindi Novels
मोबाईल पर हाथ रख कर धीमी आवाज़ में मुस्कुराते हुए मुझसे पूछा "कैसी लगी रिंगटोन ?" मैं कुछ जवाब देता उससे पहले ही वो फ़िर ब...
ऑफ़िस - ऑफ़िस द्वारा  R.KapOOr in Hindi Novels
लेकिन अक्सर लोग अपनी पत्नी के साथ बहुत लंबी बात नहीं करते, शॉर्ट में ही निपटा देते हैं, उसने भी वैसा ही किया।"यार सब्ज़ी...