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सचमुच तुम ईश्वर हो! - उपन्यास
ramgopal bhavuk
द्वारा
हिंदी कविता
व्यंग्य की तेजधर उच्छंखल समाज की शल्य-क्रिया करने में समर्थ होती है। आज के दूषित वातावरण में यहाँ संवेदना मृत प्रायः हो रही है। केवल व्यंग्य पर ही मेरा विश्वास टिक पा रहा है कि कहीं कुछ परिवर्तन आ सकता है तो केवल व्यंग्य ही समाज को संतुलित रख सकता है।
व्यंग्य ऐसी विधा है जो महाभारत के युद्ध का कारक बनी- द्रोपदी का यह कहना कि अन्धे के अन्धे होते हैं, इस बात ने इतना भीषण नर संहार करा दिया कि आज तक हम उस युद्ध को भूल नहीं पाये हैं।
काव्य संकलन ...और पढ़े सचमुच तुम ईश्वर हो! रामगोपाल भावुक पता- कमलेश्वर कालोनी (डबरा) भवभूति नगर, जिला ग्वालियर म.प्र. 475110 मो0 09425715707 व्यंग्य ही क्यों व्यंग्य की तेजधर उच्छंखल समाज की शल्य-क्रिया करने में समर्थ होती है। आज
काव्य संकलन ...और पढ़े सचमुच तुम ईश्वर हो! 2 रामगोपाल भावुक पता- कमलेश्वर कालोनी (डबरा) भवभूति नगर, जिला ग्वालियर म.प्र. 475110 मो0 09425715707 व्यंग्य ही क्यों व्यंग्य की तेजधर उच्छंखल समाज की शल्य-क्रिया करने में समर्थ होती है। आज के दूषित वातावरण में यहाँ संवेदना मृत प्रायः हो रही है। केवल व्यंग्य पर ही मेरा विश्वास टिक पा रहा है कि कहीं कुछ परिवर्तन आ सकता है तो
काव्य संकलन ...और पढ़े सचमुच तुम ईश्वर हो! 3 रामगोपाल भावुक पता- कमलेश्वर कालोनी (डबरा) भवभूति नगर, जिला ग्वालियर म.प्र. 475110 मो0 09425715707 व्यंग्य ही क्यों व्यंग्य ऐसी विधा है जो महाभारत के युद्ध का कारक बनी- द्रोपदी का यह कहना कि अन्धे के अन्धे होते हैं, इस बात ने इतना भीषण नर संहार करा दिया कि आज तक हम उस युद्ध को भूल नहीं पाये हैं। इससे यह निश्चिय हो जाता है कि व्यंग्य ही एक
काव्य संकलन ...और पढ़े सचमुच तुम ईश्वर हो! 4 रामगोपाल भावुक पता- कमलेश्वर कालोनी (डबरा) भवभूति नगर, जिला ग्वालियर म.प्र. 475110 मो0 09425715707 व्यंग्य ही क्यों व्यंग्य ऐसी विधा है जो महाभारत के युद्ध का कारक बनी- द्रोपदी का यह कहना कि अन्धे के अन्धे होते हैं, इस बात ने इतना भीषण नर संहार करा दिया
काव्य संकलन ...और पढ़े सचमुच तुम ईश्वर हो! 5 रामगोपाल भावुक पता- कमलेश्वर कालोनी (डबरा) भवभूति नगर, जिला ग्वालियर म.प्र. 475110 मो0 09425715707 व्यंग्य ही क्यों व्यंग्य ऐसी विधा है जो महाभारत के युद्ध का कारक बनी- द्रोपदी का