Hostel Boyz (Hindi) book and story is written by Kamal Patadiya in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hostel Boyz (Hindi) is also popular in हास्य कथाएं in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
Hostel Boyz - Hindi - उपन्यास
Kamal Patadiya
द्वारा
हिंदी हास्य कथाएं
प्रस्तावना : 20वीं सदी की शुरुआत में हमारे जीवन का एक नया अध्याय शुरू हुआ। हॉस्टल लाइफ का अनुभव मेरे जीवन में नया था और मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित था। मैंने Graduation किया और Post Graduation करने जा रहा था। नया शहर, नया कॉलेज, नया हॉस्टल, नए सहपाठी और नए दोस्त। आज के मोबाइल युग में जब मोबाइल का आविष्कार नहीं हुआ था तब जीवन में जो मजा था वह मैं आपके सामने पेश कर रहा हूं| हर दिन नए अनुभव, नई चुनौतियां और नए रोमांच मेरे हॉस्टल के जीवन का एक प्रमुख हिस्सा बन गए थे। उन अवसरों
प्रस्तावना : 20वीं सदी की शुरुआत में हमारे जीवन का एक नया अध्याय शुरू हुआ। हॉस्टल लाइफ का अनुभव मेरे जीवन में नया था और मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित था। मैंने Graduation किया और Post Graduation करने जा ...और पढ़ेथा। नया शहर, नया कॉलेज, नया हॉस्टल, नए सहपाठी और नए दोस्त। आज के मोबाइल युग में जब मोबाइल का आविष्कार नहीं हुआ था तब जीवन में जो मजा था वह मैं आपके सामने पेश कर रहा हूं| हर दिन नए अनुभव, नई चुनौतियां और नए रोमांच मेरे हॉस्टल के जीवन का एक प्रमुख हिस्सा बन गए थे। उन अवसरों
पात्र परिचय: विनयो वांगो जैसे ही विनय के नाम का उल्लेख किया जाता है, मुझे कराटे और nanchaku की याद आ जाती है। उसको कराटे और nanchaku का बहुत शौक था। उनका पैतृक गाँव जूनागढ़ था और मेरी तरह ...और पढ़ेभी पोस्ट ग्रेजुएशन करने आया था। वह शरूआत में एक अलग कमरे में रहता था लेकिन हमारी शिक्षा के कारण वह हमारे कमरे और समूह में शामिल हो गया। वह सलमान खान का बहुत बडा प्रशंसक था। उसका रवैया भी सलमान खान की तरह ही था और वो भी सलमान खान की तरह बॉडी बिल्डिंग करता था। वह अपने साथ
पात्र परिचय: चतुर चिको चतुर चिका का नाम चिराग था। लेकिन उसके पास चिकू जैसा गोल मुंह था और चिकू के जैसी मुस्कान थी इसलिए हमने उसका नाम चिको रखा था । वह अहमदाबाद से 100 किलोमीटर दूर पाटन ...और पढ़ेपास पंचासर गाँव का मूल निवासी है, लेकिन वह ज्यादातर अहमदाबाद शहर में ही रहता था, इसीलिए उसका व्यवहार भी अहमदाबादियों जैसा था। चिका के बारे में और क्या कहू ? वह दूसरे व्यक्ति को अपने शब्दों से इस तरह प्रभावित करता है कि दूसरे व्यक्ति के पास उस पर विश्वास करने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचता था।
पात्र परिचय: भोला भाविन भोला भाविन भी विनय की तरह जूनागढ़ का एक प्राणी था। भोलो भाविन, जैसा नाम वैसे ही भोला और हर किसी की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता था। भोला होने के बावजूद काम में ...और पढ़ेऔर मजबूत आदमी। विनय की तरह दक्षिण भारतीय हास्य कलाकार। भाविन को पूरे हॉस्टल की चिंता थी, यानि अगर हॉस्टल में कोई दुखी होता तो भाविन भी दुखी होता, इतना वह रहेमदिल और दयावान था।हमारे ग्रुप में भाविन ही एकमात्र ऐसा था जो पैसा बचाता था। जब भी हमें किसी आपात स्थिति में पैसे की जरूरत होती, तो वो पैसे
प्रकरण 1: हॉस्टल का अलार्म वैसे तो, हम सब रात के राजा थे। हमारे कॉलेज का समय दोपहर में था इसलिए सुबह उठने का कोई समय निश्चित नहीं होता था। कभी 10 बजे तो कभी 11 बजे। हमारे ग्रुप ...और पढ़ेलोग हर सुबह जल्दी अलार्म लगाते थे और संकल्प लेते थे कि हम जल्दी उठेंगे लेकिन हर सुबह हमारे संकल्पों पर पानी फिर जाता था। 5-10 मिनट के अंतराल पर सभी अलार्म लगाते थे, यानी एक के बाद एक अलार्म के साथ हॉस्टल हमारे अलार्मो से गूंज उठता था। लेकिन अच्छी बात यह थी कि 5-5 अलार्म के बावजूद भी