Mafiya o ki duniya me innocent girl book and story is written by Mickey The Writer in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mafiya o ki duniya me innocent girl is also popular in नाटक in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
माफियाओं की दुनिया में इनोसेंट गर्ल - उपन्यास
Mickey The Writer
द्वारा
हिंदी नाटक
रेलवे स्टेशन दिल्लीएक लड़की रेल में से उतर कर बहुत तेजी से भागती हुई आ रही थी वो लड़की बार बार पीछे मुड़कर देख रही थी ऐसा लग रहा था जैसे कोई उसके पीछे पढ़ा हुआ हे और वो उन्ही से बचकर भाग रही हो।अचानक से वो लड़की कोई कठोर चीज से टकरा जाती हे उस चीज से टकराने की वजह से वो अपना सर मसलते हुए मुंह उठा कर देखती हे तो वहां कोई लड़का होता है लंबी कद काठी ,कठोर शरीर ,गुस्से से जलती आंखे, चेहरे पर मास्क। जैसे ही वो लड़का उस लड़की को देखता तो उस
आपने लव स्टोरी के साथ साथ फैमिली का प्यार भी देखा होगा मगर वो सभी खून के रिश्तों में होता है। मगर कभी कभी कुछ रिश्ते खून के भी ना होकर अपने पन का एहसास कराते है। ऐसे ही ...और पढ़ेबहन के एक खूबसूरत से रिश्ते की अनकही अनजानी सी कहानी जहा एक मासूम सी लड़की हर तरफ से माफियाओं की बीच में फस जाती है उसका प्यार , उसके भाई , सब पूरी तरह से माफिया होते है तो क्या ये मासूम लड़की जान पायेगी इन माफियाओं का सच और अगर उसने सच जाना भी तो कैसा रिएक्शन होगा उसका
ये कहानी है ऐसे लोगो की जो कही न कही माफियाओं की दुनिया से जुड़े हुए है मगर क्या होगा जब एक मासूम आयेगी इन सबकी जिंदगी में क्या इसकी मासूमियत बदल पाएगी इन सबको या या फिर नही? ...और पढ़ेये जानने के लिए तो आपको कहानी पूरी पढ़नी पड़ेगी। तो आइए चलते है माफियाओं और नेताओं की नगरी रेलियो का शहर दिल्ली में तो फिर चलते हैदिल्लीसुबह 6:00 बजेअंधेरे की चादर को चीरते हुए रोशनी के उजाला में चिड़िया और पंछियों के चहकने से मन को एक दम सुकून सा मिल रहा था एक बड़े ही शानदार मैंशन जहां
विहान जो की पहले ही लेट उठा था या यू कहे की उठाया गया था जब उसे खाने की खुशबू आती हैं तो वो अपने आप को रोक नहीं पाता और जब उसे राधिका अंकल रोकते है तो वो ...और पढ़ेकहने पर उन्हे जवाब में बस एक बाइट कह कर आगे एक कदम ही बढ़ता है की तभी उसे किसी की रौबदार आवाज आती हैं" तुम एक मिनट लेट हो"ये जानी पहचानी आवाज सुनकर तो राधिक अंकल की पीछे मुड़कर देखने की भी हिम्मत नही होती वही विहान के कदम तो जम ही जाते है तभी उन्हे एक और आवाज
ऐसे ही थोड़ी देर ओर वो लड़की दुआ मांगती हे तभी उस लड़की को कोई आवाज लगता हे :– वंशिका। वो लड़की यानी की वंशिका पीछे मुड़ कर देखती है हल्की कत्तई बड़ी बड़ी आंखे जिनका रंग गोर से ...और पढ़ेपर ही दिखती हैं। गोरा रंग, गालों में पढ़ते डिंपल, गुलाबी पंखुड़ी जैसे हॉट, खड़ी नाक। 5 फीट 5 इंच , पतली सी, चेहरे पर मासूमियत एक छोटे बच्चे जैसी। वंशिका जब देखती है तो उसके सामने एक लड़की खड़ी हुई थी जिसकी बड़ी बड़ी आंखे आंसुओ से लाल हो गई थी उसके कपड़ों पर खून लगा हुआ था गोरा
वंशिका जब देखती है तो की वो इंसान उनके ही पास आ रहा है तो वो मानुषी को आखिरी बार गले लगा कर ट्रेन की ओर बढ़ जाती हैं ट्रेन बस चलने की तैयारी में थी इसलिए वंशिका सीधे ...और पढ़ेचढ़ जाती हैं जैसे ही वो ट्रेन में चढ़ती वैसे ही एक आदमी मानुषि के पास आकर खड़ा हो जाता है वो आदमी 6 फीट हाइट के उस आदमी ने ब्लैक कलर का लॉन्ग कोर्ट पहने हुए था उसके चेहरे पर मास्क लगा हुआ था जिसके कारण सिर्फ उसकी भरी आंखे ही नजर आ रही थी जो उसे गुस्से से