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माफियाओं की दुनिया में इनोसेंट गर्ल - 4 - राठौड़ इंडस्ट्री






वंशिका जब देखती है तो की वो इंसान उनके ही पास आ रहा है तो वो मानुषी को आखिरी बार गले लगा कर ट्रेन की ओर बढ़ जाती हैं ट्रेन बस चलने की तैयारी में थी इसलिए वंशिका सीधे उसमे चढ़ जाती हैं जैसे ही वो ट्रेन में चढ़ती वैसे ही एक आदमी मानुषि के पास आकर खड़ा हो जाता है वो आदमी 6 फीट हाइट के उस आदमी ने ब्लैक कलर का लॉन्ग कोर्ट पहने हुए था उसके चेहरे पर मास्क लगा हुआ था जिसके कारण सिर्फ उसकी भरी आंखे ही नजर आ रही थी जो उसे गुस्से से घूरने रही थी मगर मानुषी को तो जैसे इससे कोई फर्क ही नहीं पढ़ रहा था वो तो बस अपनी जीत की खुशी मना रही थी उसके इस तरह मुस्कुराने से वो आदमी और चिढ़ जाता है तभी उसके पास उसका दूसरा गार्ड आ कर कहता है…………………



गार्ड :– सर वो मैम की बहन भाग रही हैं वो अभी इसी ट्रेन में ( ट्रेन की तरफ इशारा करते हुए) चढ़ी है।






जब वो भी उस ट्रेन की तरफ देखता है तो उसे वंशिका एक सीट पर बैठी हुई थीं जो खिड़की में से साफ नजर आ रही थी उसे देख कर वो आदमी मानुषि को देख कर कहता है;– वैसे चिंता न कर तेरी बहन भी अब मुझसे नहीं बच पाएगी उसे आना होगा हमारे पास।







वो आदमी कुछ कहता उससे पहले ही वो गार्ड फिर से बोलता है:– सर जल्दी बोलिए क्या करना है इस लड़की का ट्रेन बस छुटने ही वाली है बोलिए।





उस गार्ड की बात सुनकर बोलता है :– जाओ इस लड़की को मेरे पास जिंदा ले कर आना अगर नही माने तो जान से मार देना मगर इसे जिंदा मत छोड़ना।






उसकी बात सुनकर वो बस अपना सर हिला देता है और ट्रेन की ओर बढ़ जाता है उसी के साथ बहुत सारे गार्ड भी उसी ट्रेन में चढ़ जाते है। ।






उनके जाने के बाद वो आदमी मानुषी के दोनो गालों को एक हाथ से पकड़ कर गुस्से में बोलता है:– बहुत मरने का शोक हैं न तुझे अब देख मैं क्या करता हूं तेरी बहन के साथ ये कह कर वो आदमी उसे झटके के साथ छोड़ देता है।






और उस आदमी पर एक साथ 5 –6 बार गोलियों से शूट कर देता है जिसने मानुषी पर गोली चलाई थी।






और इसी के साथ मानुषी अपनी आंखे बंद कर लेती हैं जिससे वो आदमी और गुस्से में भर जाता है और मानुषि को अपनी बाहों में उठा लेता है।


दूसरी तरफ
दिल्ली
सिंघानिया इंडस्ट्रीज






वियाँश नाश्ता करके सीधे ऑफिस के लिए निकल जाता है एक बड़ी सी बिल्डिंग जिसके कम से कम 20–25 माले होंगे जो को पूरी कांचों से बनी हुई थी वियांश की गाड़ी पार्किंग में लगती है तभी एक के बाद एक गाडियां पार्किंग में लगती है और उन में से गार्ड निकलते है एक गार्ड जा कर वियांश की कार का पीछे का दरवाजा खोलता है और उसमे से डार्क रेड कलर के चमचमाते हुए जूते निकलते है फिर एक हैंडसम और चार्मिंग बंदा निकलता है जो कोई ओर नही हमारा वियांश ही होता है वियांश सीधे अपने केबिन में चला जाता है।






राठौड़ एम्पायर






एक बड़ी सी बिल्डिंग जो की 20 माले की होगी उस बिल्डिंग के पार्किंग एरिया में कम से कम 15 कार एक साथ आती हैं एक कार जैसे ही पार्किंग में लगती हे वैसे ही वो सारी कार पार्किंग में लग जाती है। उन में से गार्ड निकलते है और कार के तीनो तरफ के दरवाजों को खोल देते हे।







पीछे के दाएं तरफ से एक चमचमाता हुआ जूता निकलता है और उसी के साथ उसका दूसरा पैर भी बाहर निकाल कर एक शानदार हैंडसम चार्मिंग बॉय निकलता है जिसके चेहरे पर एक्सप्रेशन के नाम पर सिर्फ ब्लैंक एक्सप्रेशन थे। और वो कोई और नहीं विनय था उसने आज कॉपर ब्राउन कलर का थ्री पीस सूट पहना हुआ था उसने ब्लैक कलर की वॉच पहनी हुई थी। जिसमे वो बहुत ही हैंडसम लग रहा था।



तभी दूसरी तरफ से रूहान निकल कर आता है लाइट परपल कलर का थ्री पीस सूट पहना हुआ था जिसमे वो बहुत ही ज्यादा डेशिंग लग रहा था।








तब तक विहान भी निकाल कर आ जाता है उसने आज डार्क ग्रीन कलर का थ्री पीस सूट पहना हुआ था और और गोल्डन कलर की वॉच और ब्राउन कलर के ब्रांडेड शूज पहने हुए थे जिसमें वह बहुत ही जिसमें वह एक दम किलर लुक दे रहा था








तीनो ब्रदर्स राठौड़ इंडस्ट्री की ओर बढ़ जाते हैं।






शाम 7 बजे

तीनो भाई एक मीटिंग रूम में बैठे किसी टॉपिक पर सीरियस होकर बात कर रहे थे उस वक्त वहां बस वो तीनो ही थे तभी विनय का फोन बजता है और वो नाम देख कर कॉल पिक कर लेता है दूसरी ओर से कही गई बातों को सुन उसका चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है जिसे देख कर रूहान और विहान भी डर जाते हे कॉल कटने के बाद ही रूहान विनय से पूछता है जो उठकर अपना कोट पहन रहा था।






रूहान :– भाई बात क्या है।






विनय :– हमे अभी निकलना होगा लवकुश के गार्ड को दिल्ली जंक्शन में देखा गया है।





विनय की बात सुनकर रूहान और विहान का चेहरा भी गुस्से से लाल हो जाता है।





रूहान गुस्से में :– कितने सालो से हमने उस लवकुश को कहां कहां नही ढूंढा लेकिन अब वो बच नहीं जा सकता।




यह कह कर वो तीनो पार्किंग की तरफ बढ़ जाते हैं और कार में बैठ कर दिल्ली जंक्शन के लिए निकल जाते है





सिंघानिया इंडस्ट्रीज
शाम 7 बजे





वियाँश अपने केबिन में बैठा लैपटॉप पर काम कर रहा था जिसमें वह बहुत ही अट्रैक्टिव लग रहा था उसका केबिन बहुत ही लग्जरियस था जिसमें बहुत ही महंगे ब्रांड के सामान रखे हुए थे महंगी महंगी पेंटिंग्स दीवारों पर लगी हुई थी एक तरफ एक तरफ सोफे लगे हुए थे और उसी के सामने वियांश की टेबल लगी हुई थी जिस पर बैठकर वह काम कर रहा था वह बहुत ही महंगी और ब्रांडेड थी।





वियाँश अपने काम में लगा हुआ था तभी गेट नॉक होता है। तो अंदर आने की परमिशन दे देता है




Countinue........

क्या वंशिका बच पाएगी गार्ड से?


किसको ढूंढ रहे हैं राठौड़ ब्रदर्स..???

पार्ट कैसा लगा समीक्षा और रेटिंग दे कर जरूर जरूर बताएं आप लोग ऐसा न किया करो प्लीज एक पार्ट पर कम से कम 5 समीक्षा और 10 रेटिंग तो दे दिया करो वरना में पार्ट छोटे बनाने लग जाऊंगी😮‍💨।

और मुझे फॉलो भी कर लिया करो🤷😁