Pyar ki ek anokhi dasta book and story is written by Akansha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pyar ki ek anokhi dasta is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
प्यार की एक अनोखी दास्ताँ - उपन्यास
Akansha
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
ये कहानी हैं आरोही के एक तरफा प्यार कि चलिए फ़िर इस कहानी के सफर मै माँ जल्दी करिये मेरी ट्रेन छूट जाएगी मेरी माँ आते हुए काव्या तुझे कितनी बार बोला है कही जाना हो तो पहले से बताआ दिया कर मेरी प्यारी माँ आपको तो पता में भूल जाती हुँ चीजे sorry ना मां बोली ठीक है आगे से याद रखे कर लोव उ मां आगे से याद राखुंगी ठीक मां मैं चलती हू मैने माँ के पैर छुये और घर से निकल गयी । अरे sorry मे तो आप लोगो को बताना भूल गयी मैं कौन हू ,मेरा नाम है काव्या शर्मा मै दिल्ली में रहती हू b.sc third year कि स्टूडेंट हू आज हम कॉलेज tour पर जा रहे है कल ही हमे प्रोफेस र बोला जिनको आना है वो आ सकता हैं summar vacation मै तो हम कहा पीछे रहने वाले वो भी शिमला मैं , वैसे भी कॉलेज का last year था फिर कहा ऐसा मौका मिलता फिर मैने मेरे दोस्तो साथ चलने plan बनाया और कॉलेज का last year यादगार बनाये , आज मैं यही जाने के लिए निकल रही हू।
ये कहानी हैं आरोही के एक तरफा प्यार कि चलिए फ़िर इस कहानी के सफर मै माँ जल्दी करिये मेरी ट्रेन छूट जाएगी मेरी माँ आते हुए काव्या तुझे कितनी बार बोला है कही जाना हो तो पहले से ...और पढ़ेदिया कर मेरी प्यारी माँ आपको तो पता में भूल जाती हुँ चीजे sorry ना मां बोली ठीक है आगे से याद रखे कर लोव उ मां आगे से याद राखुंगी ठीक मां मैं चलती हू मैने माँ के पैर छुये और घर से निकल गयी । अरे sorry मे तो आप लोगो को बताना भूल गयी मैं कौन हू
डायरी arohi rajput मै आरोही ये मेरी कहानी अनोखी प्यार की कहानी है मेरा अनोखा प्यार या अधूरा प्यार वो तो आप लोग पढ़ने के बाद आप लोग फैसला करियेगा आरोही बेटा जल्दी उठ स्कूल के लिये देर हो ...और पढ़ेहै आरोही के पापा आरोही को उठाते हुए पापा बस 2 min और सोने दो ना नही बेटा जल्दी उठो , स्कूल के देर हो जाये गयी और तुम्हारी दोस्त आती होगी फिर आरोही उठती है और गुस्सा हो कर बाथरूम चली जाती है उसके पापा हँसते हुए चले जाते है है और आरोही के लिए नास्ता तैयार करते है,
ऐसे ही सारा दिन बीत गया आज स्कूल में उतनी पढाई नही हुई, और छुट्टी का time हो गया में और निया स्कूल बस के लिये रोके थे तभी बस आई और हम बस में बैठ गये तभी निया ...और पढ़ेवो देख हमारे हमारे class टॉपर मैने उस तरफ देखा तो वो वही लड़का था निया- यार, कितना cute है ना ये और यार उसका नाम क्या था मुझे याद नही आ रहा है तभी मै उस लड़के को देखते हुए अपनी सोच मै गुम मेरे मुह से निकला अध्विक निया - तुझे कैसे पता चला मै - अरे यार
कुछ time बाद हम coaching पहुँच गये। R.K coaching institude यह पर हमे class के साथ neet और iit की भी caoching करते थे और शिमला के best teachers पढ़ते थे मुझे 12th के बाद neet की preparation करनी ...और पढ़ेतो मेरे पापा ने यह join करा दिया था। और निया ने तो बस अपनी मस्ती के लिये और मेरे साथ के लिये coaching join करी थी। उसका intersted हमेशा से singer बनना था, निया intersted पढाई मे नही था वो तो art लेने वाली थी। पर घर के दबाब के कारण science ली थी कुछ time बाद हमारे