Pyar ki ek anokhi dasta - 2 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार की एक अनोखी दास्ताँ - 2

डायरी arohi rajput मै आरोही ये मेरी कहानी अनोखी प्यार की कहानी है मेरा अनोखा प्यार या अधूरा प्यार वो तो आप लोग पढ़ने के बाद आप लोग फैसला करियेगा आरोही बेटा जल्दी उठ स्कूल के लिये देर हो रहा है आरोही के पापा आरोही को उठाते हुए पापा बस 2 min और सोने दो ना नही बेटा जल्दी उठो , स्कूल के देर हो जाये गयी और तुम्हारी दोस्त आती होगी फिर आरोही उठती है और गुस्सा हो कर बाथरूम चली जाती है उसके पापा हँसते हुए चले जाते है है और आरोही के लिए नास्ता तैयार करते है, थोड़ी देर बाद आरोही फ्रेश हो कर नीचे नास्ता करती है, तभी आरोही की दोस्त nia आती है और इसे पापा को देख आरोही की तरफ इशारे करते हुए कहती है की आरोही गुस्सा क्यों है तो आरोही के पापा उसे सारी बाते बताते है, तो निया जोर जोर से हसने लगती है और निया को देख कर आरोही के पापा भी हसने लगते है आरोही उन दोनों को घूर कर देखती है तो दोनों चुप हो जाते है तभी nia आरोही को मानते हु छोर ना आरोही गुस्सा वैसे भी आज हमारे नये स्कूल का पहला दिन है, तभी आरोही के पापा भी आरोही को समझते हुए कहते है और उसकी माँ की तस्वीर की ओर इशारे करते हुए आरोही को बोलते हु बेटे अगर स्कूल नही जाओगी और पढाई नही करोगी तो क्या तुम्हारी माँ को अच्छा लगेगा क्या तभी आरोही अपनी माँ की तस्वीर देखती है । आरोही कि माँ जब आरोही 5 साल की थी तो कैंसर की वजह से उनकी मौत हो गयी थी, तभी से आरोही के पापा ने आरोही को अकेले पाला था और उन्होंने कभी दूसरी शादी भी नही करी थी वो सोचते थे की कही आरोही को उसकी दूसरी मां वो प्यार देगी की नही तभी उन्होंने शादी के बारे मे सोचा भी नही तबकी आरोही के पापा के घरवाले शादी के लिए कहा लेकिन आरोही के पापा ने उन्हे माना कर दिया। आरोही ने तस्वीर को देखा और पापा को देख के मुस्करा दी, और आरोही के पापा और nia भी मुस्कुरा दिये फिर दोनों स्कूल के लिये निकल गये आज दोनों का स्कूल का पहला दिन था दोनों अ jiiiभी 11 class मै थे , दोनों स्कूल बस से स्कूल पहुच गये अभी Prayer होने मे time था तो निया ने आरोही को बोला की चल yaar स्कूल घूम के आते है, आरोही भी उसके साथ चली जाती घूमते घूमते दोनों ground मे पहुच जाते है तभी आरोही की nazar एक लड़के पर परती है आरोही पता नही क्यों उस लड़के को देखते रहा गयी लड़के बहुत स्मार्ट था रंग गोर सिल्कि से उसके बाल मासूम सा face आरोही को पता नही क्या हुआ आरोही उस लड़के को देख कर अपना ध्यान हटा ही नही पा रही थी, उस लड़के से तभी निया उसको हिलाते हुए आरोही आरोही बोलते हुए, आरोही तेरे ध्यान किधर है मे तुझे कब से बुला रही हु तु सुन ही नही रही है तभी आरोही बोली कुछ नही यार सुन तो रही हु बस स्कूल देखने मे ध्यान था तभी निया बोली अच्छा वो देख इस स्कूल मै बॉलीबोल नेट भी है यार तुझे तो बॉलीबोल बहुत पसंद है, आरोही ने भी देखा और हा मे जवाब दिया तभी की घंटी बाजी और वो दोनों prayer करने अपने class की line मे लग गये थोड़ी देर बाद prayer khatam होने के बाद सभी स्टूडेंट अपनी class मे चले गये कुछ time बाद उनकी class teacher आई और सभी स्टूडेंट ने teacher को good morning wish किया और class start करी तभी teacher ने new student का introduction लेना start किया सभी new student ने आ के introduction दिया। मेरी और निया की भी बारी आ गयी और हम दोनों ने दिया last में एक लड़का आया मै तो उस लड़के को देखते रह गयी, ये तो वही लड़का था जिसे मैने आज ground मे देखा था पता नही क्या था उस लड़के में जब भी मे उसे देखती तो देखती रह जाती थी। तभी उस लड़के ने अपना introduction दिया और तभी हमारी class teacher ने उसे पूछा क्या तुम इस बार के state टॉपर हो तो उसने हा मे जवाब दिया, सारी क्लास उसे हि देखने लगी, टीचर ने भी उसको शबासी दि और उसे अपनी seat पार जाने को कहा वह भी चला गया, अब class के सभी स्टूडेंट उसे दोस्ती करना चाहते थे। Pls friend अपना review ज़रूर देना क्युंकि ये मेरी पहली स्टोरी है अगर कुछ ठीक नही लगा तो pls mujhe feedback ज़रूर देना

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