DOLI ARMANO KI book and story is written by Abhishek Joshi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. DOLI ARMANO KI is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
डोली अरमानों की - उपन्यास
Abhishek Joshi
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
एक गाव था जिसका नाम था । कैलास पुर । उस गाव मे एक जंगल पड़ता था । शाम के ७ बजे के बाद वहा कोई भी आदमी नहीं जाता था । कहते है शाम के बाद जो वहा गया । वो फिर पलट के कभी नहीं लौटा । जो गया सो गया । कहते उस जंगल मे एक सड़क है । सायद एक किलोमीटर जितनी । बस उस सड़क का ही सब खेल है । दिवाली की छूटी हो चुकी वो घर के लिए रवाना हो गया था । वो जब उस जंगल वाली सड़क तक
एक गाव था जिसका नाम था । कैलास पुर । उस गाव मे एक जंगल पड़ता था । शाम के ७ बजे के बाद वहा कोई भी आदमी नहीं जाता था । कहते है शाम के बाद जो ...और पढ़ेगया । वो फिर पलट के कभी नहीं लौटा । जो गया सो गया । कहते उस जंगल मे एक सड़क है । सायद एक किलोमीटर जितनी । बस उस सड़क का ही सब खेल है । दिवाली की छूटी हो चुकी वो घर के लिए रवाना हो गया था । वो जब उस जंगल वाली सड़क तक
कहते है अगर रास्ते मे कोई प्रेत हो । तो वहा से निकलते वक्त भूल से भी ये नहीं कहेना चाहिए की चलो या फिर मेरे साथ चलो । चाहे आपके सामने आपका कोई चाहीता व्यक्ति ही क्यू ना ...और पढ़े। और दुशरी बात उस रास्ते पे पड़ी या फिर मिली किसी वस्तु को घर नहीं ला ना चाहिए । क्युकी ऐशा करने से उस प्रेत को ऐशा लगता है की आप उसे अपने साथ आनेका नियोंता दे रहे हो । जाने से या अनजाने से कोई फर्क नहीं पड़ता । आगे आपने देखा की कैसे सब बाराती
आगे आपने देखा की कैसे कैलाशपुर मे एक के बाद एक मौते होती रहती है । लेकिन किसी को कुछ पता नहीं चलता । फिर एक दिन भोलाराम सब -कुछ देख जाता है । ओर अपने भाई राजाराम की ...और पढ़ेका बदला लेने की प्रतिज्ञा करता है । ओर वो तांत्रिक ओर तांत्रिका ए कोन थी । चलीए जानिए मेरे साथ मे हु अभिषेक जोशी ओर ये रही हमारी आज की कहानी दरअसल ये तांत्रिक रुद्ररेश था । जो की रंभा का प्रेमी था । ओर तांत्रिका रंभा खुद थी । जो प्यार के झांसे देकर नौजवान लड़कों