Rahul Kumar लिखित उपन्यास भूतों का डेरा

भूतों का डेरा द्वारा  Rahul Kumar in Hindi Novels
आज तक अपने बहुत से किस्से कहानियां सुनी होंगी और आप जानते भी होंगे जिंदगी को हम जिस तरह से दिशा देते हैं वो उस तरह से ही...
भूतों का डेरा द्वारा  Rahul Kumar in Hindi Novels
" शहर के सबसे धनी व्यापारी ने यह मकान अपने रहने के लिए बनवाया था मगर वह लाख चाहते हुए भी रह नहीं सकता ।"ढाबे वाल...
भूतों का डेरा द्वारा  Rahul Kumar in Hindi Novels
कि मुर्दे भी सुनते हो घबराकर कब्रों से बाहर आ जाते पूरे मकान में मानो भूचाल आ गया । लेकिन सिपाही इस तरह शांत बैठा हुआ अख...
भूतों का डेरा द्वारा  Rahul Kumar in Hindi Novels
" सिपाही बोला लो फौरन इस अखरोट को तोड़ कर दिखाओ सरदार ने अखरोट समझ कर गोली मुंह में डाल ली वह उसे चबाता रहा चबाता रहा यह...
भूतों का डेरा द्वारा  Rahul Kumar in Hindi Novels
"नहीं, दूर नहीं है, "दुकान के नौकरों ने जवाब दिया वे लोग झोले को उठा कर लोहार की दुकान तक ले आये | सिपाही ने लोहार से कह...