FIKAR - Tere Ishq ki book and story is written by Hiral Zala in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. FIKAR - Tere Ishq ki is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
FIKAR - तेरे इश्क़ की - उपन्यास
Hiral Zala
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
(Year 2043 , 4 SeptemberPlace : Akota bridge , Vadodara , Gujarat )Vadodara, मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी दौलत । जहां प्यार है,परवाह है, आशिक़ी है, जुनून है,ओर सबसे बड़ा स्वाभिमान है। आज पूरे २२ साल बीत चुके हैं मेरे यहां , लेकिन लगाऊ आज भी उतना ही है इस शहेर से। पता नहीं ऐसा क्या जादू है यहां,जो हमे बांधे रखता है।लेकिन आप जानते हैं यहां की सबसे प्यारी ख़ासीयत क्या है? वोह है प्यार। आज शायद मुझसे ज्यादा खुश इस दुनिया में कोई नहीं होगा। अरे..अपने जन्मदिन की वजह से नहीं... बल्कि आज वह दिन है जब मेरी
(Year 2043 , 4 SeptemberPlace : Akota bridge , Vadodara , Gujarat )Vadodara, मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी दौलत । जहां प्यार है,परवाह है, आशिक़ी है, जुनून है,ओर सबसे बड़ा स्वाभिमान है। आज पूरे २२ साल बीत चुके हैं ...और पढ़ेयहां , लेकिन लगाऊ आज भी उतना ही है इस शहेर से। पता नहीं ऐसा क्या जादू है यहां,जो हमे बांधे रखता है।लेकिन आप जानते हैं यहां की सबसे प्यारी ख़ासीयत क्या है? वोह है प्यार। आज शायद मुझसे ज्यादा खुश इस दुनिया में कोई नहीं होगा। अरे..अपने जन्मदिन की वजह से नहीं... बल्कि आज वह दिन है जब मेरी
[ Recape ] ( आलोक आर्यन और युग से मिलता है , थोड़ी देर बाद संजय सर आते है और सब खुश हो कर उनसे मिलते हैं )Sanjay sir : आलोक....( संजय आलोक की और बड़ी भावुकता से देखते ...और पढ़ेऔर आलोक उनके पास जाके उनके पैर छूता है )Alok : कैसे हो आप Sanjay : अब बिल्कुल ठीक हुं, अब कोई परवाह नही है।( फिर संजय हल्की सी मुस्कान देते है जिसे ये साफ़ साफ़ पता चल रहा था के वो आलोक को देख कर बोहोत खुश थे )Yashvi : ( आलोक से ) भाई तो कहा
[ RECAPE ]( आलोक के जन्मदिन पर सब मिल के आरती करते हैं , बातो ही बातो में सबको अपना बिता हुआ कल याद आ जाता हैं और उसके बाद आलोक उस बीते हुए कल को दोहरा ने की ...और पढ़ेकरता है जिससे आस्था मन ही मन दुःखी हो जाती हैं और वहा से चली जाती हैं। )___________अब आगेसंजय सर : आलोक की बात बिलकुल सही है , वक्त की इस भागा दौड़ी में आज फिर एक बार हम अपने बीते हुए लम्हों को याद कर सकते है। आर्यन : हा...हा क्यूं नहीं! आज के दिन हम सब साथ है
[ RECAP ] ( युग सबको 25 साल पहले की बात करता है जहां पर स्टूडेंट्स पहली बार कॉलेज आए हैं. सब एक दूसरे से मिलते हैं और युग कॉलेज के कैंपस में आता है और सब युग से ...और पढ़ेहैं की शनाया कहा है और शनाया कॉलेज में एंटर करती हैं। )अब आगे......शनाया जैसे ही कॉलेज में आती हैं वैसे ही कई लोग उसे देखने लग जाते हैं, और तो कई लड़के उसे अपनी नजरे नई हटा पाते। ऐसा लग रहा था जैसा कॉलेज का माहोल ही पूरा बदल गया हो । शनाया तुरंत युग के पास आ जाती