Tum hi to ho book and story is written by Queen of Night in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tum hi to ho is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
Tum hi to ho - उपन्यास
Queen of Night
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
22 साल की लड़की दिखने मैं सुंदर उसकी काजल से सनी गहरी काली आखें और कंधों तक उसके झूलते बाल जो उसकी खूबसूरती निहारते है जिसे लिखने का बहोत शौक है जो हमेशा से एक राइटर बनना चाहती है.
जिसके पास उसकी माँ ke अलावा और कोई नहीं है उसके पापा एक एक्सीडेंट मैं चल बसे जब वो 10 साल की थीं तब उसके माँ ने ही उसकी जिम्मेदारी ली थी पर अब उसकी माँ कमजोर होगई थी और बीमार रहने लगे थी इसलिए उसे जॉब करने का फैसला लिया वैसे तो उससे कोई जानकारी नहीं था पर एक बार जो थानले वो उसमे सफल जरूर होती अपनी माँ की मदत हो इसके चलते घर चलने के लिए जॉब की तलाश मैं है.
तुम ही तो हो मेरी सासों से जो मुझे पहचाने, मेरी खामोशी जो समझे , तुम ही तो हो. मेरे दिल के बेहद करीब, मेरी खुशी की हर वजह , तुम ही तो हो. हर पल जो मेरे ...और पढ़ेहो , मुश्किल में जो मेरा हाथ थामे , तुम ही तो हो. जो मेरा खुद से भी ज्यादा ध्यान रखे , जिस के लिए मेरा होना उसका होना है , तुम ही तो हो. जो हर वक्त मुझे सही रास्ता दिखाए , मेरी गलती पर मुझे छोड़ने के बजाये , मुझे सुधारने मैं मदत करे, तुम ही तो
शुरू करते हैं, सुबह के 7 बज रहे होगे.वहीं एक छोटे पर आलीशान दो मंजिल घर मैं एक लड़का अपनी छत पर कसरत कर रहा था जिसका पूरा शरीर पसीने से भीग चुका था.उन बिखरे बालों मैं भी वो ...और पढ़ेऔर handsome लग रहा था. 5'6 हाइट, अच्छी ख़ासी बॉडी, एकदम हीरो टाइप ये हैं हमारे हीरो शुभम सिंघ. उसने पास रखी अपनी पानी की बॉटल को उठाए और पीने लगा.फिर वहां से निचे अपने कमरे मैं आया औऱ तैयार होने चला गया कुछ आधे घंटे मैं वो कमरे से बाहर आया व्हाइट शर्ट औऱ ब्लू जीन्स ब्लैक बेल्ट और
यहां शुभम ने सब कुछ बना दिया था कि तभी निधि आयी वो भी दिखने मैं बेहद खूबसूरत थी आते ही उसने कहा,दादा क्या बनाया है बड़ी अच्छी खुशबु आ रहीं है जल्दी दीजिए ना भूख लगी है शुभम ...और पढ़ेउसे खाना दिया और खुद भी बेठ गया तभी निधि ने कहा , भैया दिग्विजय अंकल कैसे है दिग्विजय शुभम के पापा के दोस्त थे उसके माता-पिता के एक्सीडेंट मैं जाने के बाद वो अनाथ आश्रम गया था पर वहीं उसे दिग्विजय अंकल मिलने आये थे उन्होंने कहा था की वो उसके पापा के दोस्त है .अपना और पापा का
चलिए शुरू करते यहां पर सिद्धी भी बाकी सारे काम कर घर से निकल गयी उसका आज जॉब इंटरव्यू था वैसे तो उसके बेस्ट फ्रेंड क्रिश की मदत से बहोत सारी जानकारी मिल चुकी थी और उसी ने उसे ...और पढ़ेतीन कंपनी के इंटरव्यू के बारे मैं बताया था वो बाहर जा ही रहीं थी की उसे एक कॉल आया जिसपे bestie लिखा था उसने मुस्कराते हुए कॉल उठाया उसने हैलो कहा ही था की सामने से रिया ने बेस्ट ऑफ लक जान don't worry तुझे जॉब मिल जायेगी टेंशन ना ले ठीक है सब बढ़िया होगा वहीं एक लड़के
चलो शुरू करते हैं, शुभ निधि के अलावा किसी से भी फ्री होके बात नहीं करता था वो हमेशा arrogant rude होके ही बात करता उसका ऑफिस और बाहर वो strict behavior के लिए जाना जाता. वो अच्छे के ...और पढ़ेअच्छा और बुरे के लिए बुरा होता वो मदत करने से भी पीछे नहीं हटता था बस उसे नफरत थी तो झूट बोलने वालों से और धोका देने वालो से. यही अब सिद्धि थक चुकी थी उसने दो तीन जगह पर इंटरव्यू दिया पर कोई experience ना होने की वज़ह से उसे जॉब नहीं मिली शाम हो चुकी थी वो