The Author Queen of Night फॉलो Current Read Tum hi to ho - 9 By Queen of Night हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books अंगद - एक योद्धा। - 9 अब अंगद के जीवन में एक नई यात्रा की शुरुआत हुई। यह आरंभ था न... कॉर्पोरेट जीवन: संघर्ष और समाधान - भाग 1 पात्र: परिचयसुबह का समय था, और एक बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी की... इंटरनेट वाला लव - 90 कर ये भाई आ गया में अब हैपी ना. नमस्ते पंडित जी. कैसे है आप... नज़रिया “माँ किधर जा रही हो” 38 साल के युवा ने अपनी 60 वर्षीय वृद्ध... मनस्वी - भाग 1 पुरोवाक्'मनस्वी' एक शोकगाथा है एक करुण उपन्यासिका (E... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Queen of Night द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 11 शेयर करे Tum hi to ho - 9 (3) 2k 4.3k सिद्धि के पास घर की चाबी रहती थी इसीलिए बेल ना बजा कर सीधा अंदर चली गयी सिद्धि ने अंदर आकर दरवाजा बंद किया उसकी नजर सोफ़े पर सो रही रिया पर गयी उसने उसके सोने के ढंग को देख हसी आगयी वो पहले माँ के रूम में गयी जहा उसकी माँ सो रही थी उसने धीरे से दरवाजा लगाए अपने रूम की और गयी वहा से एक चादर ले आयी और रिया पर ओढ दी किचन मै जाके पानी पिया अपने रूम मैं चली गयी और फ्रेश होकर आयी वो खुश थी की उसे जॉब मिल सकती है उसने कुछ डिजाइन के पेपर निकाले वहीं कुछ और पेज निकाल पेंसिल ले कर कुछ बनाने लगी दो घण्टे बाद वो उठी उन सारे पेपर को अच्छी तरह रख सो गयी इधर शुभ जब घर पोहचा अपने रूम मैं गया फ्रेश होकर सोने लगा पर आखें बंद करते ही सिद्धि का चेहरा आजाता उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि उसके साथ हो क्या रहा हैं जो कभी किसी लड़की की को देखता तक नहीं था आज उसके जेहन में एक लड़की छा गयी है वो ये सब सोचते सोचते आखें लग जाती हैं और वो सो जाता है अगली सुबह सिद्धि 6 बजे उठ जाती है और नहाने चली जाती थोड़ी ही देर बाद तैयार हो कर वो बाहर आती है जहां रिया अभी भी सो रही थी वो घर के एक तरफ बनाए छोटे से मंदिर की और जाती है जहा गणेशजी की मूर्ति थी हाथ जोड़ वो प्राथना करने लगती है वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटी समप्रभः निर्विघ्नं कुरू मे देवो सर्वकार्येषु सर्वदा।ओम गं गणपतये नमो नमःश्री सिद्धी विनायक नमो नमःअष्टविनायक नमो नमःगणपती बाप्पा मोरया। उसकी मधुर आवाज से रिया जाग गयी जब आरती कर सिद्धि आयी तब तक रिया भी तैयार होगई दोनों ने साथ में चाय पी और रिया चली गयी सिद्धि भी अपनी माँ की और आगयी तो उसकी माँ आज पहले से तैयार होगई थी वो खुश थी उसकी माँ पहले से बेहतर होती जा रही है उसने माँ को नास्ता दिया और कहा माँ में आज फिर एक इंटरव्यू देने जा रही हूं आशीर्वाद देना की में सिलेक्ट हो जाऊ माँ कहती है मुझे लगता है आज तेरा सिलेक्शन हो जाएगा मेरा आशीर्वाद हमेशा तेरे साथ है सिद्धि कहती है माँ मुझे जल्दी जाना होगा byy अपना ध्यान रखना सिद्धि जल्दी से अपने रूम में जाकर फाइल , बैग और फोन ले लेती है आधे घंटे में उसे ऑफिस जाना था यहां शुभ रोज की तरह उठा पर आज कुछ अलग था वो थी उसकी स्माइल अब ये स्माइल किस वज़ह से थी ये तो वो ही जानता था वो जल्दी से तैयार हुआ नीचे आया तो देखा निधि भी उठ चुकी थी उसने उसे good morning कहा बदले में निधि ने भी good morning कहा दोनों डायनिंग टेबल पर खाना तैयार था माई जो अक्सर उनका खाना बनती थी घर का भी ख्याल रखती थीं आज शुभम के चेहरे पर अलग ही नूर था और वो थोड़ा जल्दी में भी लग रहा था निधि से रहा नहीं गया वो पूछने लगी भाई क्या हुआ है इतना जल्दी क्यु खा रहे हो आराम से खाओ शुभम ने भी हाँ में सर हिला दिया दोनों ने खाना खाया निधि भी कॉलेज चली गयी शुभम भी आकर गाडी में बैठ गया गाड़ी ऑफिस की और चल पडी तभी उसे कुछ याद आया उसने फोन लगया और कहा हैलो दिग्विजय अंकल कैसे है आप अरे में बढ़िया तुम कैसे हो और कब मिल रहे हो कहा जल्दी अंकल क्या आप ऑफिस आ सकते है इधर दिग्विजय अंकल को ज्यादा लगी नहीं तो उन्होंने कहा हा पर क्यु अंकल मैनेजर के लिए मैने एक employee देखा है आप उसका इंटरव्यू ले लीजिए दिग्विजय अंकल ने कहा ठीक है पर क्या तुम जानते हो वो कौन हैं अंकल actually वो अभी मिली है हैं उसे जॉब की जरूरत है मैने उसके डॉक्यूमेंट देखे ज्यादा experience नहीं है पर फिर भी में एक चांस देना चाहता हूं आप उनका interview ले लीजिए अंकल ने ठीक है कहा उन्होंने कहा में बस निकल रहा हू और फोन बंद किया दिग्विजय जी अभी भी उस लड़की के बारे में सोच रहे थे फिर वो भी ऑफिस के लिए निकल गए अब क्या होगा इनकी स्टोरी मे जब दिग्विजय और सिद्धि फिर से मिलेंगे तो क्या रिएक्शन होगा इस सब के बारे मे एक्सीडेंट के बारे में जब शुभम को पता चलेगा तब क्या होगासब जवाब मिलेंगे आगे के पार्ट में तब तक पढ़ते रहें tum hi to ho एक और बात हमें माफ़ कर दीजिए जो पार्ट्स इतने लेट आ रहे है जितने भी लोग ये स्टोरी पढ़ रहे बस यही आशा है कि आप अपना प्यार मेरी कहानी को देंगे बाकी शुक्रिया byy ‹ पिछला प्रकरणTum hi to ho - 8 › अगला प्रकरण Tum hi to ho - 10 Download Our App