vishvnath yadav लिखित उपन्यास बात बिगड़ी है कुछ इस तरह

बात बिगड़ी है कुछ इस तरह द्वारा  vishvnath yadav in Hindi Novels
हैलो मेरा नाम विकेश है मैं एक इंजीनियर हू और एक कंपनी में जॉब करता हु,मैं कोई राइटर नही हू इसीलिए अगर मुझ से कोई गलती हो...
बात बिगड़ी है कुछ इस तरह द्वारा  vishvnath yadav in Hindi Novels
उसके बाद सब लोग शादी में मगन थे । मंडप में शादी का रस्म चल रही थी। और मैं एक कोने में एक कुर्सी पे बैठ के उसका इंतजार कर...
बात बिगड़ी है कुछ इस तरह द्वारा  vishvnath yadav in Hindi Novels
कुछ दिन तक ऐसे ही मैसेज से बाते होती रही। कुछ दिन बाद मेरा छुट्टी खत्म होगया और मैं वापस ड्यूटी के लिए मैं जा रहा था । ज...
बात बिगड़ी है कुछ इस तरह द्वारा  vishvnath yadav in Hindi Novels
जब किसी को कोई नही मिलता है। उसके बाद अगर कोई मिल जाता है तो वह उसको सब कुछ मान लेता है। अपना सब कुछ निछावर कर देता है उ...
बात बिगड़ी है कुछ इस तरह द्वारा  vishvnath yadav in Hindi Novels
भाभी के बताने के बाद मुझे लगा था शायद वो हमलोग को मदद करेगे लेकिन उसका उल्टा होगया। इसके अगले ही दिन जब भाभी अपने घर गए...