Baat Bigdi hai kuchh is tarah book and story is written by vishvnath yadav in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Baat Bigdi hai kuchh is tarah is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
बात बिगड़ी है कुछ इस तरह - उपन्यास
vishvnath yadav
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
हैलो मेरा नाम विकेश है मैं एक इंजीनियर हू और एक कंपनी में जॉब करता हु,
मैं कोई राइटर नही हू इसीलिए अगर मुझ से कोई गलती होजाए तो कृपीय माफ कर दीजिएगा ??
मैं अपने जीवन का एक छोटा सा कहानी सुनना चाहता हु आपको.
मैं एक गांव के रहने वाला हु मै अपना पढ़ाई लिखाई गांव से किया हु वो भी सरकारी स्कूल से इसीलिए मैं लड़कियों से बात करने में बहुत सरमाता हु । जीनियरिंग करने के बाद मुझे मुंबई में एक जॉब मिल गया । उसके कुछ दिन बाद मेरे भैया का शादी सेट होगया, सब लोग बहुत खुस थे क्यों की ये मेरे घर के पहली शादी थी ।
मैने मम्मी से होने वाली भाभी का नंबर मागा तो मुझे एक मोबाइल नंबर दिए और बोले इस नंबर पे फोन कर के बोलना मुझे किरण से बात करनी है तो वो बात करवा देगे। उसके बाद मैं खुशी खुशी उस नंबर पे कॉल किया तो एक लड़की ने कॉल उठाई तो मैने बोला हैलो मैं विकेश बोल रहा हु मुझे किरण से बात करनी है , तो उधर से रिप्लाई आता है यहा कोई किरण नही है रॉन्ग नंबर है। इतना बोल के कॉल कट कर दी।
हैलो मेरा नाम विकेश है मैं एक इंजीनियर हू और एक कंपनी में जॉब करता हु,मैं कोई राइटर नही हू इसीलिए अगर मुझ से कोई गलती होजाए तो कृपीय माफ कर दीजिएगा मैं अपने जीवन का एक छोटा सा ...और पढ़ेसुनना चाहता हु आपको.मैं एक गांव के रहने वाला हु मै अपना पढ़ाई लिखाई गांव से किया हु वो भी सरकारी स्कूल से इसीलिए मैं लड़कियों से बात करने में बहुत सरमाता हु । जीनियरिंग करने के बाद मुझे मुंबई में एक जॉब मिल गया । उसके कुछ दिन बाद मेरे भैया का शादी सेट होगया, सब लोग बहुत खुस
उसके बाद सब लोग शादी में मगन थे । मंडप में शादी का रस्म चल रही थी। और मैं एक कोने में एक कुर्सी पे बैठ के उसका इंतजार कर रहा था और घर के गेट को में बार ...और पढ़ेदेख रहा था दो से तीन घंटा इंतजार करने के बाद करीब 3 बजे वो मंडप के तरफ आते दिखी । उसको देखते ही समझो मैं ख्वाबों में खो सा गया उसे ही देखते रह गया । उसके बड़ी बड़ी सी आंखे उसके काले सुनहरे बाल। एकदम हुसन के पारी जैसी दिख रही थी। बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।
कुछ दिन तक ऐसे ही मैसेज से बाते होती रही। कुछ दिन बाद मेरा छुट्टी खत्म होगया और मैं वापस ड्यूटी के लिए मैं जा रहा था । जैसे ही मैं स्टेशन पहचा तो उसका मैसेज आया । कहा ...और पढ़ेआप ? मेरे से बिना मिले आप जा रहे हो ।कुछ देर बाद मैन उसको मैसेज किया। जबाब _ क्या करू अभी हालात ही कुछ ऐसी है की आपसे बिना मिले जाना पर रहा है। फिर उधर से मैसेज आता है। ठीक से जायेगा और हा मुझे आपसे कोई बात नही करनी है। मैने बोला अरे गुस्सा कयो हो
जब किसी को कोई नही मिलता है। उसके बाद अगर कोई मिल जाता है तो वह उसको सब कुछ मान लेता है। अपना सब कुछ निछावर कर देता है उस पे ।। आगे पीछे कुछ नही सोचता है। नही ...और पढ़ेपास्ट और फ्यूचर के बारे में सोचता है। जो है सब वही हैं। उस समय अगर कोई आपको उसके बारे मे एक भी शब्द बुरा बोल दे तो आपसे बर्दास्त नही होता। क्यू की आप हमेशा उसका अच्छा सुनना पसंद करते हो। मेरे साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा था। लेकिन बहुत अच्छा लग रहा था। कुछ दिन बाद
भाभी के बताने के बाद मुझे लगा था शायद वो हमलोग को मदद करेगे लेकिन उसका उल्टा होगया। इसके अगले ही दिन जब भाभी अपने घर गए । वहा अंजली से मिले फिर भाभी ने उस से पूछे विकेश ...और पढ़ेतुम्हारे बीच में कुछ चल रहा है ? तो वो बोली नही ऐसा कुछ नहीं है। फिर भाभी आगे ज्यादा कुछ नही बोले। उसके 2 दिन बाद मुझे अंजली का कॉल आया ।फिर वो पूछने लगी अपने दीदी से क्या बोले तो मैंने बोला कुछ नही।। तो वो बोली आप कुछ नही ना बोले तो मैं बोला नहीं।। शायद वो