Ek Anokha Rishta book and story is written by Lalit Raj in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ek Anokha Rishta is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
एक अनोखा रिस्ता। - उपन्यास
Lalit Raj
द्वारा
हिंदी लघुकथा
"प्यार वो खुशनुमा पल होता है जिसमें हर एक व्यक्ति पूरी जिंदगी जीना चाहता है।" "कुछ रिस्ते खून के होकर भी दिल के करीब नहीं होते और कुछ रिस्ते खून के न होकर भी दिल से निभाये जाते हैं।" कॉलेज के सामने एक गार्डन में किसी लम्बी सी बेंच पर एक खूबसूरत लड़की बेठी हुई है। जो अपने गोरे बदन के साथ साथ उसके लम्बे काले बाल और सुंदर नयन भी हैं।, उसकी यह खूबसूरती मन मोह लेने वाली जिसकी कल्पना हर एक पुरुष अपने जीवन साथी के रूप में करना चाहेगा। बस एक बात ये थी उसके ये सुंदर नयन जो झुके हुऐ थे और चेहरे से मायूसी झ
"प्यार वो खुशनुमा पल होता है जिसमें हर एक व्यक्ति पूरी जिंदगी जीना चाहता है।""कुछ रिस्ते खून के होकर भी दिल के करीब नहीं होते और कुछ रिस्ते खून के न होकर भी दिल से निभाये जाते हैं।"कॉलेज के ...और पढ़ेएक गार्डन में किसी लम्बी सी बेंच पर एक खूबसूरत लड़की बेठी हुई है।जो अपने गोरे बदन के साथ साथ उसके लम्बे काले बाल और सुंदर नयन भी हैं।,उसकी यह खूबसूरती मन मोह लेने वाली जिसकी कल्पना हर एक पुरुष अपने जीवन साथी के रूप में करना चाहेगा।बस एक बात ये थी उसके ये सुंदर नयन जो झुके हुऐ थे
एक खंजर लिऐ एक छोटा लड़का खड़ा होता है जो कि पास में ही सामने एक हम उम्र लड़की को देख रहा होता है वो दोनों एक कमरे में है।कमरे का सामान इधर उधर बिखरा पडा है और ...और पढ़ेपर एक घायल आदमी जो कि लचार था वो अपने सीधे पैर को पकड़े हुऐ था जो कि घायल था और वो आदमी डर की निगाहों से उस खंजर पकड़े लड़के को देखता है।वो छोटी लड़की भी सहमी होती है और वो भी उस लड़के को देख रही होती है और उस लड़की में डर के साथ साथ बहुत गुस्सा भी
एक अनोखा रिस्ता भाग~३धीमी बारिश हो रही है और सड़क किनारे एक घर के बहार उस बारिश में भीगता हुआ केवल हाप पेंट पहना छोटा लड़का और उससे एक हम उम्र कि लड़की गले लगी हुई है जोकि रोये ...और पढ़ेरही थी, इतनी ही देर में पुलिस की वहां जीप आती कुछ पुलिसकर्मी घर के अंदर जाते हैं और इंसपेक्टर और एक हवलदार उन बच्चों कि तरफ बढते हैं।इंस्पेक्टर उनके पास पहूंचते ही उनको देखते हुऐ हवलदार से कहता है,देखा कैसे गले लगे हुऐ है ये देखो नई जनरेशन का प्यारहवलदार यह सुनकर इंस्पेक्टर से झिझकते हुऐ कहता है,कैसी बात कर
राज और रिया एक कमरे में होते हैं जहां वो एक खिडक़ी के पास खड़े होते हैं,खिड़की से बहार प्रकृति का सुंदर नजारा दिख रहा था।रिया की नजर खिड़की से बहार की ओर थी और तभी राज जो उसके ...और पढ़ेखड़ा होता है अब और उसके करीब आजाता है,एक दम राज के इतने करीब आने से रिया झिझकती है और राज कि तरफ देखने लगती है।राज और रिया एक दूसरे को प्यार भरी निगाहों से देखते हैं और देखते ही देखते राज अपने होठ रिया के होठों के करीब ले जाता है इतने में रिया राज के सीने पर हाथ
अपनी माँ की तस्वीर देखकर राज वहां हैरत में था तभी वहां पंडित राजाराम वहां आजाते हैं और राज से कहते हैं,जिस हैरानी से अपनी माँ की तस्वीर देख रहे हो वो मेरी बहन है।यह सुनकर राज और अजय ...और पढ़ेकी तरफ घूम जाते हैं जिस ओर से आवाज आई और देखते हैं उनके सामने एक आदमी जो साधा कपड़े पहने और कंधे पर गमछा डाले हुऐ था जोकि पंडित राजाराम है।राज राजाराम को देखता है और कहता है, क्या कहा आपने।राजाराम राज और अजय से पहले बैठने के लिऐ बोलता है और खुद भी उनके सामने एक चेयर पर बैठ