एक अनोखा रिस्ता। - 3 Lalit Raj द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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एक अनोखा रिस्ता। - 3

एक अनोखा रिस्ता भाग~३

धीमी बारिश हो रही है और सड़क किनारे एक घर के बहार उस बारिश में भीगता हुआ केवल हाप पेंट पहना छोटा लड़का और उससे एक हम उम्र कि लड़की गले लगी हुई है जोकि रोये जा रही थी,
इतनी ही देर में पुलिस की वहां जीप आती कुछ पुलिसकर्मी घर के अंदर जाते हैं और इंसपेक्टर और एक हवलदार उन बच्चों कि तरफ बढते हैं।

इंस्पेक्टर उनके पास पहूंचते ही उनको देखते हुऐ हवलदार से कहता है,देखा कैसे गले लगे हुऐ है ये देखो नई जनरेशन का प्यार
हवलदार यह सुनकर इंस्पेक्टर से झिझकते हुऐ कहता है,कैसी बात कर रहे हो सर ये तो बच्चे हैं।


इंस्पेक्टर हवलदार को हड़काते हुऐ कहता है,ये तुम्हें बच्चे दिखते हैं,ये चौदह या पंद्रहा के लगते ही है और इतने में आजकल स्कूलों में ही प्रेम कहानियां शुरू हो जाती हैं और इसीलिए तो इन्होंने इतना बड़ा कांड किया है।

हवलदार फिर झिझकते हुऐ पूछता है, सर जरूर आपको गलत फहमी हो रही है ये खून इन बच्चों ने नहीं किया होगा।

इंस्पेक्टर मुस्कुराते हुऐ हवलदार से, हवलदार दयाराम तुम हर जगह दया मत दिखाया करो इसलिए तुम हवलदार के हवलदार ही हो,
(इंस्पेक्टर उस हाप पेंट वाले लड़के की ओर इसारा करते हुऐ कहता है) जानते हो दयाराम ये है इस लड़की का आशिक और इसने पहले इसकी माँ को मारा और फिर बेहरमी से इसके बाप को मार दिया अपना रास्ता साफ करने के लिए और इन दोनों खून में इस लड़की ने इसका साथ दिया है।

हवलदार सर झुकाऐ हुऐ था और इंस्पेक्टर हवलदार के कंधे पर हाथ रखते हुऐ कहता है, ऐसे लड़के को जिंदा नहीं रखना चहिए ये समाज के लिऐ खतरा होते हैं इसलिए मार देते हैं इसे और बता देंगे कि इसने वारदात वाली जगह से भागने की कोशिश की और सड़क दुर्घटना में मर गया।

हवलदार घबराहाते हुए इंस्पेक्टर से कहता है, सर ऐसा मत करो लड़के को अदालत पेस करते हैं वही फैसला करेगी।

इंस्पेक्टर उस लड़के के हाथ पकड़ लेता और हवलदार से कहता है, तो फिर दयाराम ले जाओ थाने इसे।

हवलदार फिर झिझक कर पूछता है, सर ये लड़की।

इंस्पेक्टर उस लड़के का हाथ पकड़कर खसीटता हुआ हवलदार को देदेता है और लड़की का हाथ कोमल तरीके से पकड़ कर हवलदार से कहता है, इसे मैं लेकर आता हुं तुम लोग थाने पहुंचो।

वो लड़की रोते हुऐ इंस्पेक्टर से अपना हाथ छुडाने कि कोसिस करती और हवलदार को उस लड़के को लेजाते हुऐ देखकर चिल्लाकर बोलती है,..शिवा...शिवा ..शिवा..शिवा


और इसी खुवाब के बाद रिया चीख कर उठती है,...शि....शिवा

उसे देखकर अजय,मीना और राज घबराह जाते है रिया के करीब राज पहुंच जाता और उसका हाथ पकड़ कर सहलाता है और रिया यह देखकर अजीब फील करती है जैसे वो इंस्पेक्टर उसके हाथ को सहला रहा था और यह देखकर रिया अपना हाथ झट से राज से छुड़ा लेती है और गुस्से से राज को देख रही होती है तभी उसके सीधे हाथ में बैंड सा बंधा होता वो अवाज करने लगता है, टी...टी..टी..टी


रिया अवाज सुनते ही सीधे बिस्तर से निकलकर बहार कि ओर भागती है।

राज यह देख रिया को अवाज देते रह जाता है,रिया...रिया...रिय..रिया।


अजय राज से कहता है राज हमें देखना होगा आखिर रिया कहा जा रही है और राज,मीना अजय तीनो रिया के घर से बहार आजाते है और बहार देखते हैं कि रिया एक ऑटो में बैठकर वहां से निकल जाती है और तभी तीनों कार में बैठते हैं राज कार चला रहा होता है अजय उसके साथ बैठा था और मीना पीछे।

अजय राज से, जल्दी रिया का पीछा करो
राज अजय से, ठीक है देखते हैं आज रिया के साथ क्या हो रहा है क्यों हो रहा है और रिया हमसे क्या छुपा रही है।



राज जिस ऑटो में रिया जा रही होती है उसका पीछा कर रहा होता है और कुछ देर पीछा करते हुऐ वो देखता है कि ऑटो सेंट्रल जेल के आगे रूक जाता है और रिया उतरते हुऐ तुरंत जेल के अंदर चली जाती है।


राज अपनी कार वहीं रोकता है और रिया को सिधे जेल में घुसते हुऐ देख हैरान रह जाता है क्योंकि वहां खड़े किसी भी सिक्योरिटी ने उसे रोका नहीं।

राज, अजय और मीना कार से बहार आजाते हैं और जेल कि सिक्योरिटी की तरफ बढते हैं।


जेल सिक्योरिटी का एक मैम्बर, ठहरो कहा आगे बढे जा रहे हो क्या काम है क्यो आये हो।

राज पूछता है सिक्योरिटी से , अभी जो लड़की गई उसे नहीं रोका क्यों?

सिक्योरिटी वाला हसते हुऐ कहता है, भाई उसका तो आना जाना रहता जेलर ने ही बोल रखा है क्या करे डियूटी है फिर इसलिए जाने देते हैं उसे।


राज उस सिक्योरिटी से कहता है, क्या आप बता सकते हो रिया यहां क्यों आती जाती रहती है।

सिक्योरिटी वाला, भाई आप लोग कौन हो और क्यों पूछ रहे हो उसके बारे में।

राज , हम सब उसके दोस्त हैं बस वो यहां ऐसे ही चली आई तो हमें उसकी फिक्र है इसलिए आपसे पूछ रहे थे।

सिक्योरिटी वाला, वो जो लड़की है उसका कोई पागल आशिक यहां है बस जब भी उसे दोड़े पढते हैं न जाने क्यों जेलर साहब इस लड़की को बुला लेते हैं, वेसे भी पागल की जगहा पागल खाने में होनी चाहिए पता नहीं खामा खामी में इस जेल में रखा है।


राज यह सुनकर हेरत में पढ जाता है और सिक्योरिटी वाले से कहता है, क्या आप सच कह रहे हो।

सिक्योरिटी वाला अपनी हथेली से तम्बाकू रगड़ कर मुंह में डालते हुऐ कहता है, जी आप से झूठ बोलकर हमें मिलेगा क्या जितना हमें पता है वो आपको बता दिया।

राज यह सब सुनकर बिना बोले अपने कार की तरफ बढता जाता है और अजय जल्दी जल्दी राज के करीब जाकर कहता है, राज ये झूठ भी बोल सकता तू इनकी बात क्यों सुन रहा है।

राज गुस्से में कार के आगे वाले हिस्से पर हाथ मारता है और कहता है, और किसकी सुनूं,रिया कुछ बता ती नहीं और फिर उसके साथ होने वाली प्रोब्लम समझ नहीं आता क्या है ये झूठ या सच, रिया ने अपने होश में आते ही किसी शिवा का नाम लिया हो सकता है उसी से मिलने आई हो।

अजय राज के कंधे पर हाथ रखते हुऐ कहता है, ये भी हो सकता है कि वो रिया का प्रेमी न हो।

राज अजय के कंधे पर रखे हाथ को झड़कते हुऐ उसकी तरफ देखते हुऐ कहता है, देख यार तू दिलाशा न दे तू ही बता उसका कोई नहीं तो फिर वो किस रिस्ते से उस्से मिलने गई न जाने इनका कैसा "एक अनोखा रिस्ता है।", मात्र दो दिन में मेरा रिया से इतना लगाव और उसका इतना जल्दी मेरे करीब आना ये सब मुझे एक झूठ लगता है।

राज की आंखें आंसुओं से भर आई थी और वो मीना की तरफ देखता और कहता है, और पता नहीं मीना जी आप कैसी उसकी दोस्त हैं के आपको उसके बारे में कुछ भी पता नहीं।(मीना सर झुकाऐ खड़ी रहती है।)

अजय राज से कहता है, देख परेशान मत हो हम रिया का इंतजार करते हैं और फिर उसी से पूछेंगे।

राज, ठीक कहा अजय परेशान क्यों होना आखिर रिया से मेरा रिस्ता क्या है चलो कॉलेज चलते हैं।

अजय कहता है, रूक न अभी थोड़ा इंतजार करते हैं।

राज कार में बैठ कर कार स्टार्ट करदेता है और कहता है, चलों कार में बैठो कॉलेज चलना है।,
अजय राज से हैरान होकर कहता है, राज फिर रिया

राज , जैसे वो यहां तक आई कॉलेज भी पहूंच जाऐगी अब अजय और मीना जल्दी बैठो,

और वो दोनों बैठ जाते हैं।...........

कॉलेज में राज और अजय एक साथ चुप चाप बैठे होते है और मीना खामोश आगे बैठी होती लेकिन क्लास में शोरगुल का माहौल था।

टीचर भी क्लास लेने के लिऐ आजाती है और सभी स्टूडेंट्स टीचर को गुड मोरनिंग बोलते हैं।

तभी कुछ देर बाद रिया वहां आती है जो थकी हुई और सहमी अवाज से टीचर से कहती है, May I coming madam?

सभी स्टूडेंट्स की नजर और टीचर कि नजर रिया पर होती है।

टीचर , रिया क्या हुआ लैट कैसे और ऐसे परेशान कैसे हो।

रिया, कुछ नहीं मैडम थोड़ा तबियत ठीक नहीं थी और सॉरी मैडम लैट आने के लिऐ।

टीचर , कोई बात नहीं रिया अंदर आजाओ।

रिया मीना के पास जाकर बैठ जाती है।

क्लास खतम होने के बाद सभी स्टूडेंट्स क्लास से बहार चले जाते सिवाय अजय,राज,मीना और रिया

कुछ देर चारों सांत होते हैं और इतने में अजय रिया से पूछता है, रिया क्या है ये जो तुम्हारे साथ हो रहा है और आज फिर अचानक जैल चले जाना।

तभी मीना अजय को इशारा करती बहार जाने के लिऐ ताकि राज और रिया बात कर सकें।

वो दोनो बहार चले जाते हैं तभी राज भी जा रहा होता और रिया उका हाथ पकड़ लेती है और फिर राज रिया को देखता है तब रिया कि आँखें आंसुओं से भरी होती हैं और तभ रिया राज से कहती है, मेरी जिंदगी में कुछ अनसुलझे राज हैं जो मेरे साथ साथ रहकर जान जाओगे और मेरा विश्वास करो केवल तुम ही हो जो मेरी हर मुसीबत में मेरा साथ दे सकते हो,प्लीज मुझे छोडकर मत जाना वरना फिर मुझे उन गुमनाम अंधेरों में लौटना होगा।

इतना कहकर रिया राज के गले लग जाती है।.....

गले लगते समय रिया कि आंख बंद थी और राज के हाथ अपनी पीठ पीछे थे लेकिन कुछ देर बाद वो रिया को अपने दोनों हाथों से कस लेता है और तभी रिया कि आंसू से भरी आंखें खुल जाती हैं और चेहरे पर थोड़ी स्माईल आजाती है।...............

.................................ललित राज