हिंदी लघुकथा कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें होम कहानियां लघुकथा कहानियां फ़िल्टर: श्रेष्ठ हिंदी कहानियां बूढ़ी अम्मा द्वारा कुमार किशन कीर्ति बूढ़ी अम्मा चुपचाप बैठी हुई कुछ सोच रही थी।शायद...जीवन की कुछ बीती हुई यादें ताजा हो गई हो।उम्र की अस्सी बसन्त झेल रही थी।किंतु,उसे जीवन से कोई शिकायत नहीं ... कहानियों का रचना संसार - 3 - कहानी नयी बहू द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey नयी बहू डोला परिछन के बाद नयी बहू के रूप में ससुराल पहुंचने वाली रामेश्वरी को ससुराल वालों ने हाथों हाथ लिया।मुंह दिखाई के लिए मोहल्ले की औरतों की ... सफर से पहले ही - 3 द्वारा Kishanlal Sharma उस दिन या तो राम लाल की भूखे ही सोना पड़ता या घर मे बासी बचा कुछ होता तो उससे काम चलाना पड़ता।सेवानीवर्ती से पहले राम लाल की एक ... गुमनाम ख़त द्वारा Urooj Khan शीर्षक = गुमनाम खत"सर आप हर साल अपनी फैक्ट्री से मिलने वाला आधा मुनाफा इस कॉलेज में पढ़ रही, गरीब छात्राओं की पढ़ाई पर लगा देते है, ताकि उनकी ... कहानियों का रचना संसार - 2 - कहानी क्वारेंटीन द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey कहानी कहानी क्वॉरेंटाइन कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की खबरों से वृंदा परेशान रहने लगी है। उसका बेटा तुषार अपनी कंपनी की ओर से काम के सिलसिले में दुबई ... आखिरी मुलाक़ात द्वारा Meenakshi Verma मेट्रो तेज़ी से राजीव चौक की तरफ भाग गयी थी। रीमा मेट्रो मे खड़ी संजय याद मे खोई हुई और कुछ परेशान भी। स्टेशन आता है उसकी आंखे इधर ... ……और वो एक कंपनी का “COO” हो गया. द्वारा Piyush Goel मैं अपने तीनों भाइयों में सबसे बड़ा और एक मध्यम वर्गीय परिवार में पला बड़ा हुआ, पिता जी द्वितीय श्रेणी के सरकारी कर्मचारी,मेरे पापा की पोस्टिंग मथुरा के एक ... सर्च ऑपरेशन द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey कहानी:सर्च ऑपरेशन (1) हमारी कहानी के नायक कैप्टन अजय हैं ।जैसा हर आर्मी वाले के परिवार में होता है। जब भी आर्मी की यूनिट की ओर से कोई व्यक्ति ... होली है कन्हाई द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey लघु कथा होली है कन्हाई होली का रंग चढ़कर बोल रहा है।फागुनी हवा ने जैसे पूरी प्रकृति को मस्ती में झूमने और डोलने को मजबूर कर दिया हो। आसपास ... जहाँ चाहे वहाँ रहा द्वारा neena asrani क छोटे से गांव में पति पत्नी रहे करते थे उनके पास उनकी अपनी जमीं थी और वो खेति करके अपना गुजरा करते उस गांव का जमींदार बहुत जालिम ... हथियार द्वारा राज कुमार कांदु प्रौढ़ साक्षरता अभियान के तहत कस्बे में शुरू की गई रात्रि पाठशाला में आई कुछ प्रौढ़ महिलाएं शिक्षा ग्रहण कर रही थीं। कक्षा अध्यापिका श्रीमती गीता जी ने मानव ... सुई देने वाली पेड़ की कहानी द्वारा Ratan Lal ******************************************************************************************************** सुई देने वाली पेड़ की कहानी एक जंगल के पास दो भाई रहा करते थे. इन दोनों में से जो भाई बड़ा था वो बहुत ही ख़राब बर्ताव ... संस्कारों की जीत द्वारा Mnmeet Alka Manish Chopra तो तुमने क्या सोचा? मुंबई में सागर तट पर डूबते सूरज को देखते हुए दीप ने प्रीत से पूछा ! प्रीत सोचते हुए बोली, दीप क्या ये गलत नहीं ... पाप का बँटवारा द्वारा S Sinha कहानी - पाप का बँटवारा नरेश लाल के रिटायरमेंट में एक साल रह गया था .उसकी पत्नी दो साल पहले ही दुनिया से रिटायर हो चुकी थी ... कहानियों का रचना संसार - 1 - कहानी बटुआ द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey रवि एक रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी करता है। यह एक बड़ी रहवासी सोसायटी है जो शहर के बाहरी हिस्से में है ।रवि तथा उसके दो अन्य ... सफेद रंग - भाग 3 द्वारा Namita Verma बाबा आए तो मुझे आवाज लगा दियो, अच्छा ठीक है ,इतना कहकर मुन्नी की माँ ने चुप रहना बेहतर समझा। इंतजार करते-करते अब मुन्नी सो चुकी थी,उधर मुन्नी की ... संत चोखामेंळा द्वारा Praveen चोखामेंळा महार जाति के थे और मंगलवेढा नामक स्थान में रहते थे। बस्ती से मरे हुए जानवर उठा ले जाना ही इनका धंधा था। बचपन से ही ये बड़े ... अनजाना सफ़र द्वारा Shivam Dhuriya "अनजाना सफ़र" शख़्स बस-स्टैंड फॉलोवर जुल्फें मान्यता सिक्का मंज़र ... मैंने गलती कर दी द्वारा Ratna Pandey नंदिनी के गर्भवती होने की ख़बर सुनते ही पूरे परिवार में खुशी की लहर फैल गई किंतु नंदिनी के चेहरे पर खुशी कम और चिंता की लकीरें ज्यादा दिखाई ... एक अमीर, एक गरीब द्वारा Rk Mishra फटे चीथड़ों से ढका शरीर, थका-सा निर्जीव-सा घर-घर डोला करता । कोई कुछ देता तो भी आशीर्वाद न देता। सबेरे उठता, दिन भर भांगता और जब दिन भर की ... The Story of Scalencil द्वारा Amit Pradhan ये कहानी है उस दौर की जब बिना जियोमेट्री बॉक्स के लकीरे सीधी खींची जाती थी..बिना किसी ग्रेफाइट पाउडर के बात लिखी जाती थी..उस वक्त कहानियां तो बहुत थी ... स्नेह की छाया द्वारा Rk Mishra दीना स्कूल से घर आया। देखा घर में नौकर को छोड़कर और कोई नहीं था। भूख से पेट जल रहा था। उसकी मां थी तो शाम को सदा दरवाजे ... शिक्षा एक बदलाव द्वारा Shamad Ansari हम सभी का यहाँ एकसाथ इक्क्ठा होना ताज्जुब की बात होगी यदि हम बिना स्पष्ट कारण के मौजूद है तो ख़ैर हम सभी हमारे देशवाशियों के शांति एवं भलाई ... THERE IS NO TRAFFIC ON EXTRA MILE द्वारा PRAWIN दोस्तों ये कहानी आधारित है एक बड़ी पुरानी कहावत के ऊपर, की अकसर कहा जाता है की, THERE IS NO TRAFFIC ON EXTRA MILES. यानि की वो व्यक्ति जो ... लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी सैयद अब्बास - 2 द्वारा Dear Zindagi 2 सैयद अब्बास मेहदी रिजवी/ नई दिल्ली: उर्दू शायरी के चमिनस्तान में हज़ारों फूलों ने अपनी ख़ुशबू बिखेरी है। वक़्त तो गुज़रते गए और नए नए फूल चमन को आबाद ... सैयद अब्बास - 1 द्वारा Dear Zindagi 2 उन्होंने कहा था कि अपनी शायरी का जितना मुन्किर मैं हूँ, उतना मुन्किर मेरा कोई बदतरीन दुश्मन भी ना होगा। कभी कभी तो मुझे अपनी शायरी बुरी, बेतुकी लगती ... Unkahe रिश्ते - 2 द्वारा Vivek Patel Blogदादीमाँ (Grandma's Debt is to be paid)सुना था पेहचान होती है तो रिश्तो की शुरुवात होती है,और पेहचान खत्म हो जाने से रिश्ते खत्म हो जाते है.. मेरी दादीजी ... विरासत - भाग 5 - अंतिम भाग द्वारा Neelam Kulshreshtha [अंतिम एपीसोड] "मिशिका !प्लीज़ ! बात करो न। " [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] बच्चों को तो मज़े आ गये छुट्टियों के लेकिन बीस पच्चीस दिन बाद समझ में आया ... रहस्य्मयी तितली द्वारा Sonali Rawat लेखक - सोनाली रावत घने जंगलों की ऊँची पहाड़ियों में बसा एक ऐसा छोटा सा देश जिसके बारे में सब अज्ञात है l वो देश कहलाता है तितलियों ... विरासत - भाग 4 द्वारा Neelam Kulshreshtha 1 - ज़िम्मेदारी [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] ससुर व पति की कड़ी हिदायत है, घर की देहर लाँघकर घर की स्त्रियाँ बाहर कमाने नहीं जायेंगी। वह पिंजड़े में बंद ... लौटा दो बचपन द्वारा Teena Sharma आभासी दुनिया का एक सच, जब बच्चे ही आपस में कह रहे हैं क्या दिन थे वो जब हम यू पार्क में खेला करते...। क्या दिन थे वे जब ... घी के लड्डू टेढ़ों भलो द्वारा S Sinha कहानी - घी के लड्डू टेढ़ों भलो आज मेरी माँ को जिस बात का डर था वही हुआ . इस बार उन्हें फिर ...