HAR SAAS KI EK HI AAS - SARVGUNSAMPANN BAHU book and story is written by उषा जरवाल in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. HAR SAAS KI EK HI AAS - SARVGUNSAMPANN BAHU is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. हर सास की एक ही आस - सर्वगुण संपन्न बहू उषा जरवाल द्वारा हिंदी लघुकथा Writen by उषा जरवाल Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण शहर के बाज़ार में एक बहुत बड़ी इमारत थी, उसमें एक भव्य समारोह का आयोजन किया था | जिस पर लिखा था - “यहाँ से आप अपनी पसंद के अनुसार ‘बहू’ चुन सकती हैं |” देखते ही देखते औरतों का एक हुजूम वहाँ जमा होने लगा | सभी जल्दी से जल्दी उस इमारत में दाख़िल होने के लिए बेचैन थीं | लंबी क़तारें लग गई, धक्का – मुक्की करते, एक – दूसरे पर गिरते सब इमारत के अंदर जाने की कोशिश में लग गई | इमारत के मेन गेट पर लिखा था - “बहू चुनने के लिए निम्न शर्ते लागू” More Likes This सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी