Poonam Sharma लिखित उपन्यास हमे तुमसे प्यार कितना... | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास हमे तुमसे प्यार कितना... - उपन्यास Hame tumse pyar kitna.. book and story is written by Poonam Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hame tumse pyar kitna.. is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. उपन्यास हमे तुमसे प्यार कितना... - उपन्यास Poonam Sharma द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी (38) 39.1k 76.3k एक घर के हॉल में ज़ोर ज़ोर से हसने की आवाज़ आ रही थी। चार लोग चाय की चुस्कियां लेते हुए हसीं मज़ाक कर रहे थे। आपको नही पता मेघना भाभी ये शेखर(मेघना का पति) के किस्से पूरे कॉलेज में मशहूर थे। हर लड़की इसपे मरती थी। अक्सर लड़कियां आके मुझसे इसका नंबर मांगती थी इससे ज्यादा तोह में ही परेशान हो जाता था। मेघना शेखर की तरफ देखती है। शेखर सकपका जाता है और कहता है यार महेश क्या बोल रहा है तू कौनसी बात लेके बैठ गया तू मुझे मरवाएगा। वोह इसलिए क्योंकि एक भी लड़की ने आपसे आपका नंबर नहीं मांगा इसलिए आप शेखर भैया से परेशान रहते थे, इस बार महेश की पत्नी रूपाली बोली और सब ठहाका लगा के हस पड़े। रूपाली मेघना से तुम ज्यादा मत सोचना महेश जी ऐसे ही शेखर भईया और तुम्हे परेशान कर रहे है। हां मेघना भाभी में तो बस शेखर को छेड़ रहा था ना तोह कभी शेखर ने किसी लड़की से सामने से बात की ना अपना नंबर दिया ये तो बस पढ़ाई पर ही ध्यान देता था तभी तो देखो आज सरकारी नौकरी लेके बैठा मस्त कमा रहा है और एक में हू जो प्राइवेट नौकरी में थक्के खा रहा हु। चल चल ज्यादा नौटंकी मत कर तुझे तो हमेशा से ही अपने पिताजी का बिजनेस संभालना था तू नौकरी तो काम सीखने के लिए कर रहा है, शेखर ने कहा। पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें हमे तुमसे प्यार कितना... - उपन्यास नए एपिसोड्स : Every Tuesday,Thursday,Saturday हमे तुमसे प्यार कितना.. - 1 - गहरी दोस्ती एक घर के हॉल में ज़ोर ज़ोर से हसने की आवाज़ आ रही थी। चार लोग चाय की चुस्कियां लेते हुए हसीं मज़ाक कर रहे थे। आपको नही पता मेघना भाभी ये शेखर(मेघना का पति) के किस्से पूरे कॉलेज ...और पढ़ेमशहूर थे। हर लड़की इसपे मरती थी। अक्सर लड़कियां आके मुझसे इसका नंबर मांगती थी इससे ज्यादा तोह में ही परेशान हो जाता था। मेघना शेखर की तरफ देखती है। शेखर सकपका जाता है और कहता है यार महेश क्या बोल रहा है तू कौनसी बात लेके बैठ गया तू मुझे मरवाएगा। वोह इसलिए क्योंकि एक भी लड़की ने आपसे मुफ्त पढ़ो हमे तुमसे प्यार कितना... - 2 - एक वादा... नामकरण संस्कार भी बहुत धूम धाम से मनाया गया....पंडित जी ने कई नाम सुझाए पर सबको वोह पुराने से लगे किसी को पसंद नहीं आए जब बच्चे बड़े हो जायेंगे तो बहुत कोसते अपने मां बाप को कैसे नाम ...और पढ़ेहैं उनके सब हस्ते हैं। शेखर की मां भी गांव की पली बढ़ी थी उन्हे भी नए जमाने के नाम नही पता थे फिर सुनंदा जी ने दो नाम सुझाए मायरा और कायरा उस वक्त के लिए ये नए थे सभी को पसंद आ गए। नामकरण संस्कार बहुत ही अच्छे से संपन्न हुआ और दोनो बच्चियों के नाम मायरा और मुफ्त पढ़ो हमे तुमसे प्यार कितना... - 3 - जन्मदिन की बधाई सुभा के 7 बज रहे थे एक 45 साल उम्र की औरत हाथ में गरम पानी का ग्लास लिए एक कमरे में दाखिल हुई। पहले उसने ग्लास को टेबल पे रखा फिर उसी कमरे की बड़ी सी खिड़की पे ...और पढ़ेपरदे हटा दिए। सुभा सुभा की हल्की धूप खिड़की से छनती हुई कमरे में आने लगी। जब धूप की रोशनी बिस्तर पर सोती हुई उस लड़की पे पड़ी तो उस लड़की ने ओढ़ी हुई चादर सिर तक तान ली। तभी उस औरत की आवाज़ आई कब तक सोएगी आज तो जल्दी उठना चाहिए तुझे आज तेरा जन्मदिन है। वैसे जन्मदिन मुफ्त पढ़ो हमे तुमसे प्यार कितना... - 4 - चाय और गपशप विराज अपने कमरे में आ चुका था सोने से पहले उसे नहाने की आदत थी। नहाने के बाद उसने लोअर और टीशर्ट डाल ली लेकिन उसे नींद नहीं आ रही थी... तो वो अपने कमरे से जुड़ी बड़ी सी ...और पढ़ेमें आ गया। वहां एक झूला लगा हुआ था जिसपर बैठना विराज को बहुत पसंद था। कुछ देर झूले पे बैठ के वोह अल्पक आसमान की तरफ देखता रहा। उधर दिल्ली में मायरा भी अपनी कमरे की खिड़की से आसमान में चांद को निहार रही थी। और कायरा वोह तो अपने कमरे में घोड़े बेच के सो रही थी। थोड़ी मुफ्त पढ़ो हमे तुमसे प्यार कितना... - 5 - इंडिया वापसी कायरा एक्साइटिड होके अपनी सारे गिफ्ट्स और शॉपिंग दिखा रही थी....उसने मायरा के शॉपिंग और गिफ्ट्स भी दिखाए। ऐसा नहीं था की मायरा में कोई उत्साह नही था या वोह खुश नही थी जबकि उसके मन में बहुत कुछ ...और पढ़ेरहा था। असल में मायरा जल्द से जल्द अपनी पढ़ाई खतम करके नौकरी करना चाहती थी और अपने घर में सपोर्ट करना चाहती थी। उसके पापा एक नामी बैंक में ब्रांच मैनेजर थे पर और कोई भी फाइनेंशियल प्रॉब्लम नहीं थी उनके घर अच्छे से चलता था पर फिर भी मायरा की इच्छा थी की वोह घर में सपोर्ट करे। मुफ्त पढ़ो Read all episodes on App अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Best Novels of 2024Best Novels of 2024Best Novels of January 2024Best Novels of February 2024Best Novels of March 2024Best Novels of April 2024 Best Novels of 2023Best Novels of 2023Best Novels of January 2023Best Novels of February 2023Best Novels of March 2023Best Novels of April 2023Best Novels of May 2023Best Novels of June 2023Best Novels of July 2023Best Novels of August 2023Best Novels of September 2023Best Novels of October 2023Best Novels of November 2023Best Novels of December 2023 Best Novels of 2022Best Novels of 2022Best Novels of January 2022Best Novels of February 2022Best Novels of March 2022Best Novels of April 2022Best Novels of May 2022Best Novels of June 2022Best Novels of July 2022Best Novels of August 2022Best Novels of September 2022Best Novels of October 2022Best Novels of November 2022Best Novels of December 2022 NEW REALESED Anything આર્ટિફિશિયલ ઇન્ટેલિજન્સ (AI) શું છે? 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