Girte to Sabne Dekha Par Kisne Diya Sahara book and story is written by S Sinha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Girte to Sabne Dekha Par Kisne Diya Sahara is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
भाग -1 स्कूल के एक छात्र ने भविष्य में कैसे अपने स्कूलमेट छात्रा की मदद कर उसकी जिंदगी बदल दी …. कहानी - गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा ...और पढ़े 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए उस दिन स्कूल का आखिरी दिन था . सभी लड़के और लड़कियां रंग बिरंगे ड्रेस में सजे धजे स्कूल के सभागार में आये थे . स्टेज पर एक टेबल और कुछ कुर्सियां रखीं थीं . अलग से एक स्पीच डेस्क था जिस पर माइक लगा था . हॉल में मंद मंद मधुर संगीत बज रहा था
भाग - 2 पिछले अंक में आपने पढ़ा राहुल ने अपनी पत्नी को स्कूल में साथ पढ़ने वाली छात्रा रिया से अचानक हॉंगकॉंग में हुई मुलाकात के बारे में बताया , अब आगे पढ़िए …. ...और पढ़े कहानी - गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा “ मेरा एकमात्र अफेयर तुम्हारे साथ रहा है और आगे भी किसी अन्य के बारे में कल्पना भी नहीं कर सकता हूँ . लाइफ में मेरी दो ही प्रायोरिटी रही हैं , एक मेरा काम और दूसरा मेरा परिवार . कॉलेज के दिनों में मेरी पढ़ाई वरना आज मैं इस मुकाम पर
भाग - 3 पिछले अंक में आपने पढ़ा कैसे सिंगापुर एयरपोर्ट पर राहुल का सेल फोन मोना के फोन से बदला गया था , अब आगे पढ़िए … ...और पढ़े कहानी - गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा कोलकाता में राहुल एक फाइव स्टार होटल में ठहरा . अगले दिन सुबह एक कम्पनी के साथ डील के सिलसिले में उसकी मीटिंग थी . वह मीटिंग हॉल में जाने ही वाला था कि मोना का फोन आया “ राहुलजी , आपकी वाइफ का अर्जेंट मेसेज है
भाग - 4 पिछले अंक में आपने पढ़ा राहुल कोलकाता से जब सिंगापुर लौटा तब तक उसकी पत्नी मधु की डिलीवरी हो चुकी थी , अब आगे पढ़ें … कहानी - ...और पढ़ेतो सबने देखा पर किसने दिया सहारा फिर राहुल बेड के पास कुर्सी खींच कर बैठ गया और मधु का हाथ अपने हाथ में लेकर बोला “ सॉरी डिअर , मैं डिलीवरी के मौके पर तुम्हारे साथ न था . मुझे अचानक जाना पड़ा और वहां भी ठीक मीटिंग में जाने से पहले शशि का फोन आया . उस समय मैं चाह कर भी
भाग - 5 पिछले अंक में आपने पढ़ा राहुल अपने स्कूल की छात्रा रिया से सिंगपुर के शंग्रीला होटल में अपने कजन शशि के साथ मिला , अब आगे पढ़िए ..... कहानी - गिरते तो ...और पढ़ेदेखा पर किसने दिया सहारा “ ओह , तो तुम राहुल हो . माय गॉड , उम्र से ज्यादा बूढ़े दिखते हो . शादी किया कि नहीं अभी तक . नहीं तो जल्दी करो , ज्यादा बूढ़े हो जाओगे तब कोई लड़की तुम्हें भाव नहीं देगी . “ “ तुम भी नहीं देना , मेरा भाई मैरेड है . “