भाग - 6 अंतिम भाग
पिछले अंक में आपने पढ़ा राहुल अपने स्कूल की छात्रा रिया से सिंगपुर के शंग्रीला होटल में अपने कजन शशि के साथ मिला . राहुल रिया को साथ ले कर अपने घर जा रहा था . रास्ते में उसने रिया के फोन का सिम निकाल कर फेक दिया , अब आगे पढ़िए .....
कहानी - गिरते तो सबने देखा पर किसने दिया सहारा
“ ऐसी क्या बात है ? यहाँ सभी एक तरह की भाषा बोल रहे हैं कि पुराने कॉन्टेक्ट्स की जरूरत नहीं है . “
मधु ने हँस कर कहा “ तुम मेरे साथ अंदर चलो , इन दोनों भाईयों को यहीं रहने दो . “
मधु रिया को अपने बेड रूम में ले गयी . उसे वहां बैठा कर कहा “ मैं दोनों भाईयों को खाने पीने को कुछ देकर आती हूँ फिर तुमसे इत्मीनान से बात करुँगी . “
कुछ देर बाद मधु एक ट्रे में दो आइस कॉफ़ी ले कर आयी और हँसते हुए बोली “ लो कॉफ़ी पियो . मुझे पता है तुम्हें आइसकॉफ़ी पसंद है और शशि ने भी कहा था कि तुम्हें ठंडे की जरूरत है . “
“ आपसे किसने कहा कि मुझे कोल्ड कॉफी पसंद है . स्कूल के दिनों में भी राहुल से मेरा कोई खास सम्पर्क नहीं रहा था और उसके बाद तो सम्पर्क टूट ही गया था . “
“ मुझे तुम्हारी कजन मोना ने बताया है . “
“ मोना तुम तक कैसे पहुंची ? “
“ राहुल ने उससे मेरा परिचय कराया है . अभी सिर्फ फोन पर चैटिंग होते आई है , हो सकता है जल्दी मुलाकात भी हो जाए . “
“ मोना क्या यहाँ आने वाली है . “
“ क्या पता वह यहाँ आये या नहीं पर उम्मीद है हमलोग इंडिया जरूर मिलेंगे . “
“ क्या तुम सब लोग इंडिया जाने की सोच रहे हो ? कोई खास वजह या ऑकेजन है ? “
“ वजह तुम हो . “ मधु ने हँसते हुए कहा
“ यहाँ सभी मिलकर क्या खिचड़ी पका रहे हैं , मेरी समझ में नहीं आ रहा है . मैं कैसे किसी की वजह बन सकती हूँ . “
उसी समय मोना ने मधु को फोन किया . मधु ने कुछ दूर जा कर मोना से बातें की . फिर मधु ने रिया को फोन दे कहा “ मोना तुमसे बात करना चाहती है . “
रिया ने फोन पर बात करने के बाद मधु से कहा “ तुमलोग मेरे बारे में एक तरफ़ा फैसला कैसे ले सकती हो ? मेरे बारे में यहाँ किसको कितना पता है ? “
“ जितना जानना चाहिए सभी जानते हैं , उससे ज्यादा जानने की जरूरत भी नहीं है . राहुल , शशि , मोना और मैंने काफी मशक्क़त के बाद यह प्लान बनाया है और इसमें शशि की सहमति भी है . शशि तुम्हें अपनाने को तैयार है . फैसला अभी तक एक तरफ़ा है पर इस पर अमल तुम्हारी सहमति से ही होगा . तुमको भी अपना फैसला जल्दी लेना होगा वरना शशि चला गया तो बहुत देर हो जाएगी . “
“ शशि मेरे बारे में क्या जानता है ? वह मुझे अपनाने को कैसे तैयार हुआ ? “
“ मैंने कहा न , जितना जरूरी है हम सभी यहाँ जानते हैं . हाँ तुम जो कुछ शशि के बारे में जानना चाहती हो , तुम दोनों बातें कर लो . मैं शशि को बोल दूँगी , वह सिंगापुर में एक दो दिन और रुक जाए और तुम दोनों जल्द डिसाइड कर लो . “
इसके बाद सभी एक साथ बैठ कर बातें करने लगे . राहुल ने कहा कि शशि कुछ दिन और रुक सकता है और मैं चाहता हूँ कि रिया भी कुछ दिन रुक जाए . आपस में कुछ देर बात करने के बाद शशि और रिया दोनों तीन दिन तक और सिंगापुर में रुकने पर राजी हुए . उन दोनों को अगले दिन अकेले मिलना था .
रिया ने ही पहला सवाल शशि से किया “ तुम तो मुझे पहले से नहीं जानते थे . अब तक तुम मेरे पास्ट के बारे में कितना जानते हो , मैं नहीं जानती हूँ . “
“ तुम्हारे पास्ट के बारे में मुझे न कोई रूचि है न ही कोई चिंता . हाँ , तुम्हारे साथ मैं अपना भविष्य गुजारना चाहता हूँ बशर्ते कि तुम्हें ऐतराज न हो . “ मैं भाई को जानता हूँ और उस पर भरोसा करता हूँ , उम्मीद है तुम्हें भी भाई पर भरोसा होगा . तुम मेरे बारे में क्या जानना चाहती हो पूछ सकती हो , मैं सच बोलूंगा . “
रिया खामोश थी , वह पैर के अंगूठे से जमीन कुरेदने का उपक्रम कर रही थी . शशि बोला “ मेरा पास्ट भी अच्छा नहीं रहा है .कुछ दिनों तक मुझे ड्रग की आदत थी . मेरा दो लड़कियों के साथ लिव इन रिलेशन रहा था . दोनों मुझे छोड़ कर चली गयीं , शायद मुझ में उन्हें अपना भविष्य सेफ नहीं लगा होगा . मैं रास्ता भटक गया था पर अब मैं बदल चुका हूँ . अगर मुझ पर भरोसा कर सकती हो तो ठीक वरना तुम्हें भी हक़ है अपना फैसला लेने का . पर जहाँ तक मैं समझ सका हूँ हम दोनों के कजन ने हमारे हित में फैसला लिया है . “
कुछ पल चुप रहने के बाद रिया बोली “ तुम तो लड़के हो , तुम्हें कोई दिक़्क़त नहीं है . राहुल ने मेरे लिए सीक्रेटली जो प्लान बनाया उस पर मुझे आश्चर्य हो रहा है . मेरे कदम लड़खड़ा गए थे बल्कि मैं गिर चुकी थी . राहुल ने मुझे उठने का मौका दिया है . इस दुनिया में ठोकर खा कर गिरते तो सब ने देखा है पर सहारा किसने दिया है . “
“ तब मैं क्या समझूँ ? तुम्हारा हाँ , है न . “
“ बेशक . “ बोल कर रिया शशि के गले लग गयी
शशि ने भी उसे आगोश में ले लिया . कुछ देर बाद वे दोनों राहुल के घर गए . वहां से शशि ने अपनी माँ को फोन किया “ मम्मी , मैं परसों वापस आ रहा हूँ . लो अब भाई और मधु से बात करो . “
कुछ देर राहुल और मधु ने आंटी से बात की और अंत में मधु ने कहा “ आंटी , आपके लिए एक खुशखबरी है , हमलोगों ने आपके लिए एक बहू देख रखी है . लीजिये बाकी बातें शशि के मुंह से ही सुनिए . “ बोल कर मधु ने शशि को फोन वापस कर दी
“ मम्मी , राहुल और मधु ने तुम्हारे लिए बहू ढूंढ ली है . उसका नाम रिया है , वह भाई के साथ स्कूल में पढ़ती थी . हमलोगों को पसंद है , तुम उसे देखो और बात करो . अगर तुम हाँ कहो तब ही आगे बात बनेगी . “
रिया से कुछ देर वीडियो चैटिंग के बाद शशि की माँ ने भी अपनी सहमति दे दी . उन्होंने राहुल और मधु को बेटे का घर बसाने के लिए उन्हें आशीर्वाद दिया . एक महीने बाद भारत में दोनों की शादी तय हुई .
दो दिन बाद शशि और रिया भारत लौट रहे थे .जब घर से एयरपोर्ट जाने के लिए वे निकल रहा थे मधु ने कहा “ शशि , सॉरी मैं एयरपोर्ट नहीं आ सकती हूँ . अभी डॉक्टर ने अद्विक को कुछ दिनों तक बाहर जाने से मना किया है . तुम दोनों जल्द ही लौट कर आना और इस बार आंटी को भी साथ लाना . “
“ श्योर . “
इंडिया पहुँचने पर शशि को अपने घर जाना था . पहले उसने सोचा था कि जब तक शादी नहीं होती रिया होटल में रहेगी . पर उसने इरादा बदल दिया क्योंकि वह अब रिया को होटल में अकेला नहीं छोड़ना चाहता था . शशि ने रिया को मोना से करने को कहा . रिया ने जब फोन कर मोना को अपनी बात बताई वह बोली “ अच्छा इत्तफाक है . मैं भी अकेली हूँ . तेरे जीजा एक महीने की ट्रेनिंग में चेन्नई गए हैं . मेरा भी जी लग जायेगा . वैसे वे रहते तब भी तुम्हें यहाँ कोई दिक्कत नहीं होती . तुम निःसंकोच आ जाओ . “
शशि खुद रिया को ले कर मधु के घर तक पहुंचाने गया . एक महीने बाद रिया और शशि का कोर्ट मैरेज हुआ . इस अवसर पर एक सादे समारोह का आयोजन था जिसमें कुछ बहुत करीबी लोग आये थे जिनमें मोना , राहुल और उसकी बेटी ख़ुशी भी थी . मोना ने मधु के न आने का कारण पूछा तब राहुल ने कहा “ जैसा कि तुम जानती हो हमारा बेटा अद्विक प्रीमी है , डॉक्टर ने कुछ दिनों के लिए उसे ज्यादा ट्रेवल करने से मना किया है . शशि और रिया का हनीमून सिंगापुर में ही है , वहां मधु फिर मिल लेगी “
एक सप्ताह बाद शशि और रिया हनीमून के लिए सिंगापुर गए थे . राहुल उन्हें अपने घर ठहराना चाहा था तब मधु ने कहा “ वे हनीमून पर आये हैं . तुम क्यों कबाब में हड्डी बनना चाहते हो . “
रिया और शशि दोनों एक होटल में ठहरे थे . एक शाम उनके दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी . रिया उस समय बाथरूम में थी . शशि ने दरवाजा खोला तो सामने एक अजनबी को देख कर वह बोला “ यस , मैंने पहचाना नहीं आपको . किस से मिलना है आपको ? “
“ मिस रिया इसी कमरे में ठहरी है न ? “ अजनबी ने पूछा
“ जी नहीं , आपको गलतफहमी हुई है . इस रूम में शशि माथुर और रिया शशि माथुर हनीमून के लिए ठहरे हैं . प्लीज डोंट डिस्टर्ब अस एनी मोर . “
तब तक रिया भी बाथरूम से “ कौन आया है “ पूछते हुए बाहर आयी . अजनबी ने रिया को एक नजर देखा . मांग में सिन्दूर और कलाईयों में चूड़ियाँ देख कर उसे बात समझ में आ गयी और वह तुरंत लौट गया .
रिया ने राहुल से कहा “ सॉरी , उसने समझा होगा मैं अभी भी पुरानी वाली रिया हूँ . तुम्हें बुरा लगा होगा न . “
“ नहीं , मैंने सब सोच समझ कर नयी जिंदगी शुरू किया है . हम दोनों को अपना पास्ट भूल जाना चाहिए , एक अच्छा भविष्य हमारा इंतजार कर रहा है . ΅
रिया आ कर राहुल की बाहों में सिमट गयी .
समाप्त
नोट - यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक है .