Neelanjana... book and story is written by Praveen Kulkarni in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Neelanjana... is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
नीलांजना... ? - उपन्यास
Praveen Kulkarni
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
“हम तेरे बिन् अभी रेहे नहीं सकते... तेरे बिना क्या वजूद मेरा” कृति के पसंदीदा रिंग्टोन धीमि सी गुनsss गुनाsss रही थी उसकी मोबाइल, हालाँकि गेहरी नींद के गोद में सोयी रही पर उठ नहीं पायीं थी। उस तरफ़ से लगातार कोशिश करनेवाले ने भी ‘गिव्-अप्’ नहीं करते हुवे, हाथ धो के पीछे पड़े थे इस कुंभकरण की बेहन को उठाने की ज़िद से।भगीरथ प्रयत्न के पश्चात कृति की नींद भंग़ हो गयी और गालियोंzzz के साथ, नींद से थोड़ा होश सँभालती हुई अपनी हाथ, टेबल पे पड़ी हुई मोबाइल की ओर फैलयायी कॉल् रिसिव् करने... पर कॉल् क़ट् होगायी
“हम तेरे बिन् अभी रेहे नहीं सकते... तेरे बिना क्या वजूद मेरा” कृति के पसंदीदा रिंग्टोन धीमि सी गुनsss गुनाsss रही थी उसकी मोबाइल, हालाँकि गेहरी नींद के गोद में सोयी रही पर उठ नहीं पायीं थी। उस तरफ़ ...और पढ़ेलगातार कोशिश करनेवाले ने भी ‘गिव्-अप्’ नहीं करते हुवे, हाथ धो के पीछे पड़े थे इस कुंभकरण की बेहन को उठाने की ज़िद से।भगीरथ प्रयत्न के पश्चात कृति की नींद भंग़ हो गयी और गालियोंzzz के साथ, नींद से थोड़ा होश सँभालती हुई अपनी हाथ, टेबल पे पड़ी हुई मोबाइल की ओर फैलयायी कॉल् रिसिव् करने... पर कॉल् क़ट् होगायी
अमृता और नवीन को पेहले ही पिक्-अप् कर लिया था सुबोधने. कृति आके फ़्रंट् सीट् पर बैठ गयी, अब सिर्फ़ चरण बाक़ी रेह गया था। “प्राइमरी स्कूल् में भी मेरी जानेमन कितनी प्यारी दिखती थी की अगर फ़िल्मों में ...और पढ़ेकरने का मौका मिला हेता तों, मशहूर बाल कलाकार ज़रूर बन सकती थी। अब तो क्या क़ेहेना, यव्वन से इतनी निखर के ग्लामरस् दिख रही है की उस्की ख़ूबसूरती से नज़र हटाना मुश्किल का काम होगा ड्राइविंग् कर्ते कर्ते” ख़यालो में डूब गया था कुछ पल तक सुबोध, हक़ीक़त में आया था दोस्तों की डाँटे सुनके “रोड देख के ड्राइविंग कर्,