Ehsaas_e_zindagi book and story is written by Sohail in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ehsaas_e_zindagi is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
एहसास_ए_जिंदगी - उपन्यास
Sohail
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
एहसास ए जिंदगी .. उसका सपना था इंजीनियर बनना। 2010 , 60% के साथ 12th पास किया और साथ ही उसका एडमिशन एक इंजीनियर कॉलेज में हो गया। वह अपने सपने को पूरा करने निकल चुका था ।लेकिन यह जिंदगी है यह इसकी कहानी है कुछ पालो तो खोने से दिल डरता है । दूसरी तरफ उसे इस बात का डर था कि क्या वह इंजीनियर बन पाएगा? कुछ लोग सपने देखते हैं और कुछ लोग उसे पूरा करने की हिम्मत करते हैं। उसना कर दिखाया अच्छे मार्क हासिल करके
एहसास ए जिंदगी ...एक एहसास जिसने किसी के सपनो को पूरा किया तो किसी को उसके प्यार तक पहुंचाया , जिस रिश्ते में प्यार होता है उसमे उस प्यार का एहसास भी होता है और यही एहसास आपको सपने ...और पढ़ेकरने की हिम्मत देता है यही एहसास आपको अपनी मंज़िल तक पहोंचा देता है
एहसाास ए ज़िन्दगी... कभी ज़िन्दगी सुकून देती है , और कभी वो बेसुकून कर देती है । कभी ...और पढ़ेजीना नहीं चाहते , कभी ज़िन्दगी हमें जिने नहीं देती । अर्जुन को ट्यूमर था ।लेकिन जीने की ज़िद्द भी थी। दिया खुद को संभाल नहीं पा रही थी । साहिल और समय इस बात से अनजान थे । अर्जुन ने दिया से कहा " मुझे ट्यूमर है ये बात मेरे बच्चो को पता नहीं चलनी चाहिए मुझसे वादा करो ।और उन्हें मुंबई की बोर्डिंग स्कूल भेज दो " दिया ने