Sanket Vyas Sk, ઈશારો लिखित उपन्यास भूत बंगला.... | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास भूत बंगला.... - उपन्यास उपन्यास भूत बंगला.... - उपन्यास Sanket Vyas Sk, ઈશારો द्वारा हिंदी डरावनी कहानी (130) 7.2k 12.8k 3 "मैं उस बंगले में कभी भी रहने नहीं जाऊँगी। मेरे साथ वहाँ पर बहुत ही बुरी और अविश्वसनीय घटना घटी जिस पर तुम विश्वास ही नहीं करोगें" घबराते हुए प्राची ने अपने पति चेतन को कहा। चेतन उसे पूछने ...और पढ़े"ऐसा तो तेरे साथ क्या हुआ जो तुम उस बंगले में आने का मना कर रही हो, हमने हमारे रहने के लिए तो वो खरीदा है, तो वहां हम रहने नहीं जाएँगे तो क्या वहां शैतान रहने जाएँगे ?" प्राची तुरंत ही चेतन से कहने लगी "हाँ वहां पर शैतान ही रहेंगे, रहेंगे नहीं बल्कि वहां वो रहते पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें नए एपिसोड्स : Every Monday भूत बंगला - भाग-१ (26) 1.9k 3k "मैं उस बंगले में कभी भी रहने नहीं जाऊँगी। मेरे साथ वहाँ पर बहुत ही बुरी और अविश्वसनीय घटना घटी जिस पर तुम विश्वास ही नहीं करोगें" घबराते हुए प्राची ने अपने पति चेतन को कहा। चेतन उसे पूछने ...और पढ़े"ऐसा तो तेरे साथ क्या हुआ जो तुम उस बंगले में आने का मना कर रही हो, हमने हमारे रहने के लिए तो वो खरीदा है, तो वहां हम रहने नहीं जाएँगे तो क्या वहां शैतान रहने जाएँगे ?" प्राची तुरंत ही चेतन से कहने लगी "हाँ वहां पर शैतान ही रहेंगे, रहेंगे नहीं बल्कि वहां वो रहते सुनो अभी पढ़ो भूत बंगला.... - भाग २ (21) 1.2k 1.8k जोकी हमने आगे भाग १ में देख लिया कि हमारी कहानी में चेतनने प्राची को उस बंगले में पूजा-वीधी और उस समय जो कपडे थे पूराने उसे जलाने की बात कर रहा था अब आगे की कहानी..... ...और पढ़ेप्राची को समझाते हुए कह रहा है की "उस समय हमारे घर में मतलब उस बंगले में जो भी पुराने कपड़े जो तूने पहने थे वो भी, चद्दर और जो भी संदेहास्पद चीज़ है वो जलाने को इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि जब तूने उस बुरी चीज़ को देखा तब हो सकता है कि उसका बुरा साया वो सुनो अभी पढ़ो भूत बंगला.... - भाग ३ (24) 1k 1.9k आगे कहानी में देखा की चेतन प्राची को उस समय के कपडो को निकालकर रखने का कह कर सीधा उस बंगले पर पहुँच जाता है और वहा पर पहले से सब सामान तैयार है और कोई घुंघराले बडे बाल, ...और पढ़ेदाढी रखे हुए दो लोग थे जो अपने हाथ में झोली पकडे हुए और भाल पर भभूती तिलक किया हुआ था।..... अब आगे जैसे प्राची को चेतन पर शक हो गया था की जो बंदा पूरा नास्तिक था वो अचानक ही भूत-प्रेत, पूजा-वीधी ये सब मे मानने लगा है, तो ऐसा तो उसके सुनो अभी पढ़ो भूत बंगला.... - भाग ४ (16) 928 1.5k आगे हमने भाग ३ में देखा की चेतन वो तांत्रिक की बातें और उनके प्लान में बूरा फँस चुका है और वो चेतन को अमावस्या को पूजा-वीधी करेंगे एसा कहता है... अब आगे अमावस्या के अगले दिन चेतनने ...और पढ़ेतैयारी कर दी और सीधा वो फिर प्राची के घर बाईक पर जा रहा था तब बीचमें कोई दादीमां जो रोड क्रॉस कर रहे थेउनको दिक्कत होती देख बाईक खडी करके वो दादीमां को रोड क्रॉस करवाने मे मदद करने गया, उनके पास जाकर चेतन दादीमां से कहने लगा, "दादीमां मैं आपकी मदद करता हूँ आप मेरा हाथ सुनो अभी पढ़ो भूत बंगला.... - भाग ५ (11) 760 1.4k आगे भाग ४ में हमने देखा की पूजा-वीधी चालू थी तभी ही बीचमें प्राची को धूपसली के धुए में आत्मा कुछ दिखाती हैं तो प्राची वहा से खडी हो जाती हैं तो वो तांत्रिक टेन्सन में आ जाते है ...और पढ़ेअब आगे... एसा होने पर दोनो तांत्रिक टेन्सन में तो आ जाते हैं और वो चेतन को बारी-बारी कहते है की, "चेतनजी कुछ करके उनको पूजा में साथ में बिठवाओ वरना हम कुछ भी नहीं कर पाएँगे।" मगर उस समय चेतन कहता हैं कि, "कोई दूसरा उपाय बताओ जिससे ये जो हुआ था वो फिर से सुनो अभी पढ़ो भूत बंगला.... - भाग ६ 635 1.3k आगे के भाग ५ में हमने देखा की प्राची अचानक ही कोई दूसरे अंदाज़ में चेतन से कहने लगती है की "तुम लोग अगर जो निकल गए तो मेरा क्या होगा ? मैं तो अकेला ही रह जाउँगा" प्राची ...और पढ़ेऐसा जवाब सुनते ही चेतन ऐसीबातों मेंनहीं मानताफिर भी उसके तो होश ही उड जाते हैं और अब आगे..... प्राची का एसा जवाब सूनकर चेतन के तो होश ही उड जाते हैं, वो बहुत ही डर जाता है और चेतन प्राची को गभराते हुए पूछता हैं,"प्राची तुझे ये क्या हो गया है ? तु एसा क्या बोल सुनो अभी पढ़ो भूत बंगला.... - भाग ७ (22) 769 1.8k आगे भाग ६ में हमने आत्मा का वो रूप देखा जैसा हमने कभी भी सोचा नहीं, आत्मा को आजतक हम बूरी बला ही मानते हैं मगर यहा भैरुनाथ की आत्मा का प्राची और चेतन के साथ वाकई अच्छा है ...और पढ़ेमें भैरुनाथ की आत्मा प्राची के जरिए कहती है कि आपको वही बंगले में रहना पड़ेगा... अब आगे क्या हो सकता है थोडा सोच लीजिए और ये कहानी पढिए.... भैरुनाथ की आत्मा कहती है, "अरे भाई तुम चिंता मत करो, यह तो थोडी देर में पहले थी वैसी ही हो जाएगी, मैं परेशान भी सुनो अभी पढ़ो अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Sanket Vyas Sk, ઈશારો फॉलो