कहानी में चेतन एक तांत्रिक के जाल में फंस चुका है, जो उसे अमावस्या को पूजा करने के लिए मजबूर करने की योजना बना रहा है। अगले दिन, चेतन प्राची के घर की ओर बाइक से जा रहा है, जब वह एक दादी मां की मदद करता है। इस दौरान, प्राची अपने घर के मंदिर में प्रार्थना कर रही होती है, और उसकी प्रार्थना से दादी मां में एक सकारात्मक शक्ति प्रवाहित होती है, जिससे चेतन पर पड़ा बुरा प्रभाव समाप्त हो जाता है। चेतन प्राची से मिलता है और उसे बताता है कि उसे एक तांत्रिक ने बुलाया है। प्राची थोड़ी चिंतित होती है, लेकिन वह चेतन के साथ बंगले जाने का निर्णय लेती है। वहां पहुंचने पर, प्राची को तांत्रिकों की बलि देने की योजना के बारे में संदेह होता है। जैसे ही पूजा शुरू होती है, प्राची को एक आत्मा का चेहरा दिखाई देता है, जो तांत्रिकों द्वारा किसी लड़की की बलि देने का संकेत देती है। प्राची तुरंत विरोध करती है और पूजा में बैठने से मना कर देती है, जबकि चेतन उसे विश्वास दिलाता है कि तांत्रिक ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं। कहानी में तनाव और रहस्य बना रहता है, जिसमें प्राची और चेतन दोनों को अपने-अपने डर और संदेह का सामना करना पड़ता है। भूत बंगला.... - भाग ४ Sanket Vyas Sk, ઈશારો द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 16 2.8k Downloads 7.7k Views Writen by Sanket Vyas Sk, ઈશારો Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आगे हमने भाग ३ में देखा की चेतन वो तांत्रिक की बातें और उनके प्लान में बूरा फँस चुका है और वो चेतन को अमावस्या को पूजा-वीधी करेंगे एसा कहता है... अब आगे अमावस्या के अगले दिन चेतनने तडामार तैयारी कर दी और सीधा वो फिर प्राची के घर बाईक पर जा रहा था तब बीचमें कोई दादीमां जो रोड क्रॉस कर रहे थेउनको दिक्कत होती देख बाईक खडी करके वो दादीमां को रोड क्रॉस करवाने मे मदद करने गया, उनके पास जाकर चेतन दादीमां से कहने लगा, "दादीमां मैं आपकी मदद करता हूँ आप मेरा हाथ Novels भूत बंगला.... "मैं उस बंगले में कभी भी रहने नहीं जाऊँगी। मेरे साथ वहाँ पर बहुत ही बुरी और अविश्वसनीय घटना घटी जिस पर तुम विश्वास ही नहीं करोगें" घबराते... More Likes This श्रापित हवेली - भाग 1 द्वारा Sandhya devi झूले पर बैठी गुड़िया - 1 द्वारा neha sharma पिशाचनी का श्राप - 1 द्वारा Ashutosh Moharana अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 1 द्वारा Pawan भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास 2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास Lfrit Jinn - 1 द्वारा HARSH PAL अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी