Meri Kahani book and story is written by Harsh Parmar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Meri Kahani is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मेरी कहानी - उपन्यास
Harsh Parmar
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
उंगली को पकड़ कर सिखलाता, जब पहला क़दम भी नही आता… नन्हे प्यारे बच्चे के लिए, पापा ही सहाराआज भी याद आतें है बचपन के वो दिनजब उगली मेंरी पकडं कर आप ने चलना सिखाया।इस तरह जिन्दगी में चलना सिखायाकि जिन्दगी की हर कसौटी पर आपको अपने करीब पाया बन जाता।इस कहानी को लिखना एक ही मकसद है। क्यों की मेरी एक पागल मुस्कान को स्टोरी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। और उसने मुझे कहा कि तुम गीत कार हो तो कहानी भी अच्छी लीखोंगे फिर मैने सोचा कहानी ही लिख
उंगली को पकड़ कर सिखलाता, जब पहला क़दम भी नही आता… नन्हे प्यारे बच्चे के लिए, पापा ही सहाराआज भी याद ...और पढ़ेहै बचपन के वो दिनजब उगली मेंरी पकडं कर आप ने चलना सिखाया।इस तरह जिन्दगी में चलना सिखायाकि जिन्दगी की हर कसौटी पर आपको अपने करीब पाया बन जाता।इस कहानी को लिखना एक ही मकसद है। क्यों की मेरी एक पागल मुस्कान को स्टोरी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। और उसने मुझे कहा कि तुम गीत कार हो तो कहानी भी अच्छी लीखोंगे फिर मैने सोचा कहानी ही लिख
मोम पापा और बहिन को मिलके फिर सूरत चला गया जॉब पे वहा काम करने बाद दीवाली कि छुट्टियां हुई और हम सब लोग दीवाली मनाने अपने गांव आ गए। दीवाली की तैयारियां बहुत अच्छी रही सबने नए नए ...और पढ़ेलाए और मैने भी अपनी फैमिली के लिए कपड़े खरीद लिए और खुदके लिए भी। हम सब लोगो ने साथ मिलकर पटाखे फोड़े और सब खाना खाके सो गए।अगले दिन सुबह आराम से उठा में और चाय नास्ता कीया फिर मैने मोम को कहा कि में मामा के यहां जा रहा हूं तब मोम ने कहा कि ठीक है जाओ।और में
लास्ट पार्ट।।संजना फिर मुस्कुराके चली गई। और हम दोनों भी वहा से अपने घर आ गए । फिर हमने खाना खाया और फिर हम लोग क्रिकेट खेलने चले गए। जब क्रिकेट खेलके वापस घर आ रहे थे तब संजना ...और पढ़ेरास्ते में मिली और स्माइल देके चली गई। हम लोग घर आ गए फिर खाना खाया और थोड़ी आराम करने सो गए। आराम करने के बाद हम खेत देेेखने चले गए । वहा खेत में सब लोग काम कर रहे थे । हम भी साथ में काम करने लग गए मामा के साथ। फिर हम सामको घर आके खाना