Lobhin book and story is written by Meena Pathak in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Lobhin is also popular in सामाजिक कहानियां in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. लोभिन - उपन्यास Meena Pathak द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 87 11.4k Downloads 17.5k Views 8 Likes Writen by Meena Pathak पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें उपन्यास विवरण वह सूनी आँखों से टुकुर-टुकुर पंखे को देख रही थी..आँखें धँस गयीं थीं..शरीर हड्डियों का पिंजर बन गया था..चमड़ी झूल कर लटक गयी थी..सिर पर सफ़ेद बालों की खूँटियाँ निकल आयी थीं..शायद कुछ दिनों पहले ही उसका सिर घुटाया गया था..कपड़े के नाम पर ढीली-ढाली ब्लाउज और पेटीकोट था.. अचानक बिजली चली गयी और पंखे की रफ़्तार कम हो गयी उसके होठ सूखने लगे, जैसे ही उसने पास रखे स्टूल से पानी का गिलास उठाना चाहा, गिलास झन्न से नीचे गिर गया हॉल के दूसरे छोर पर दादाजी को दवा पिलाती हुई निधि चौंक पड़ी, घूम कर देखा और जोर से बोली- More Interesting Options लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी Load More Best Novels of 2025 Best Novels of 2025 Best Novels of January 2025 Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of December 2024 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> पूर्ण उपन्यास Episodes Novels लोभिन - 1 New वह सूनी आँखों से टुकुर-टुकुर पंखे को देख रही थी..आँखें धँस गयीं थीं..शरीर हड्डियों का पिंजर बन गया था..चमड़ी झूल कर लटक ग... Read Free Novels लोभिन - 2 New उस दिन भी सुधा रो रही थी कि तभी गेट खटका उसने जा कर दरवाजा खोला तो देखा उसका जीजा मनोहर खड़ा था उसने भीतर आने के लिए... Read Free Novels लोभिन - 3 New गर्मियों के दिन थे दोनों जेठानियाँ बच्चों के साथ मायके गयीं थीं घर में बस सास-ससुर और नौकर-चाकर थे पति तो रात के अ... Read Free //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>