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शेनेल लौट आएगी - उपन्यास
Pradeep Shrivastava
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
ऐमिलियो डोरा को मैं आज भी अपनी पत्नी ही मानता हूं। वह आज भी मेरे हृदय के इतने करीब है, मुझमें इतना समायी हुई है कि मैं उसकी महक को महसूस करता हूं। मुझे अब भी ऐसा लगता है कि जैसे वह मेरे सामने मेरे एकदम करीब मुझे स्पर्श करते हुए खड़ी है। मेरे गले में अपनी दोनों बांहों को डाले चेहरे को एकटक देखते हुए।
ऐमिलियो डोरा को मैं आज भी अपनी पत्नी ही मानता हूं। वह आज भी मेरे हृदय के इतने करीब है, मुझमें इतना समायी हुई है कि मैं उसकी महक को महसूस करता हूं। मुझे अब भी ऐसा लगता है ...और पढ़ेजैसे वह मेरे सामने मेरे एकदम करीब मुझे स्पर्श करते हुए खड़ी है। मेरे गले में अपनी दोनों बांहों को डाले चेहरे को एकटक देखते हुए।
ऐसे ही एक बार नार्थ इंडिया के एक शहर में ड्यूटी खत्म करके रुका। हालात ऐसे बने कि दो दिन रुकना पड़ा। वहीं एक कर्मचारी के साथ शाम को घूमने निकल गया। मस्त-मौला, खाने-पीने वाला वह आदमी बड़ा दिलचस्प ...और पढ़ेथा। बातचीत में इतनी जल्दी घुल-मिल गया कि मेरी जुबान पर निसंकोच यह बात भी आ गई कि फिलहाल मैं सिंगिल हूं। इसके पहले कई महिलाएं जीवन में आईं लेकिन सेटिल होकर रहना पसंद नहीं इस लिए ऐसे ही चल रहा है जीवन।
सुबह नींद खुली तो आठ बज गए थे। एसी फुल स्वींग में चल रहा था। उसकी ठंड से ही मेरी नींद खुली थी। नींद खुलते ही ऐमिलियो की याद आई। याद आते ही नजर बगल में गई। तो दिल ...और पढ़ेसे हो गया। ऐमिलियो वहां नहीं थी। उसका तकिया करीने से रखा हुआ था। चादर भी। पल में यह बात मन में दौड़ गई कि यह हाथ साफ कर रफूचक्कर हो गई क्या? झटके से उठा, कमरे के बाहर ड्रॉइंगरूम में आया तो वह खाली था। मेरी धड़कन एकदम से और बढ़ गई। मैंने आवाज़ देने की सोची कि देखूं वह बाथरूम में तो नहीं है। लेकिन तभी ‘गुडमॉर्निंग’ की हल्की सी आवाज़ मेरे कान में पड़ी।
आने के एक दिन पहले उसने यह बात अपने अच्छे वाले सौतेले पिता को बताई तो उन्होंने कहा था कि ‘मैं तुम्हें रोक तो नहीं सकता। लेकिन मेरी सलाह है कि तुम्हें इस तरह किसी दूसरे देश में नहीं ...और पढ़ेचाहिए। दुनिया में इस समय माहौल बहुत तनावपूर्ण है। तुम जिस व्यक्ति के पास जा रही हो उससे पहले कभी मिली भी नहीं हो।’ लेकिन ऐमिलियो के अडिग रहने पर कहा कि ‘ठीक है अपनी लोकेशन, अपने इस इंडियन फ्रेंड के बारे में बराबर ज़्यादा से ज़्यादा डिटेल्स मेल करती रहना।’
ऐमिलियो ने अलग होते हुए कहा ‘ठीक है रोहिट। हम दोनों शादी करेंगे। लेकिन इसके पहले मुझे एक बार अपने देश जाना ही पड़ेगा।’ ऐमिलियो की हां ने मेरी खुशियों को एक झटके में सातवें आसमान पर पहुंचा दिया। ...और पढ़ेसे मैं पागल हो उठा। हमारे बीच यह तय हुआ कि ठीक है वह अपने देश जाए। और जितनी जल्दी हो अपने सारे काम निपटा कर आ जाए। फिर बिना एक पल गंवाए हम दोनों शादी कर के एक साथ जीवन बिताएंगे। खुशी के मारे मेरे दिमाग में एक बार भी यह नहीं आया कि उससे कहता कि जाने से पहले शादी कर के जाओ।