Khwabo ki Kimmat book and story is written by Khushi Saifi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Khwabo ki Kimmat is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
कभी कभी ख्वाब देखना एक जुर्म बन जाता है, अवनि और सौरभ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.. उन्हें अपने ख़्वाबों की क्या क़ीमत चुकानी पड़ी, पढ़िए ख़्वाबों की क़ीमत - Khushi Saifi
“मेरा सामान.. मेरा कमरा” ये लफ्ज़ बार बार अवनि के दिल पर घूंसा बन कर लग रहे थे, क्या उसका कुछ भी नही.. उसे यूँ महसूस हुआ कि सौरभ भी उसका नही, अचानक सब पराया सा लगने लगा.. ये ...और पढ़ेये सामान, ये मोहब्बत, खुद उसका पति सौरभ भी... Khushi Saifi
सौरभ उसे एयरपोर्ट तक छोड़ने आया और miss you dear कह कर विदा किया। अवनि जवाब में miss you too भी नही कह पायी बस उसे देखते रही। दिल अजीब कशमाकश में था, अकेले पहली बार इतना लंबा सफर ...और पढ़ेदिल में एक मज़बूत इरादा लिए वो प्लेन में बैठ गयी... Khushi Saifi
अवनि कमरे की खिड़की पर बैठी अपनी ही सोचो में गुम थी, शुरू दिसम्बर की ठण्ड उसके जिस्म में घुस रही थी पर उसे कुछ एहसास नही था.. बस बाहर खड़ी कार और सड़कों पर जमी बर्फ को एक ...और पढ़ेघूर रही थी, बर्फ के छोटे छोटे तिनके उसके जिस्म में लग कर गिर रहे थे, कुछ बर्फ खिड़की की चोखट पर जमा हो गयी थी... Khushi Saifi
पढ़िए कहानी का आखरी हिस्सा..
क्या सौरभ अवनि की जान ले लेगा या अवनि का प्यार और विश्वास जीत जायगा..
ख़्वाबों की क़ीमत Khushi Saifi