Kishanlal Sharma लिखित उपन्यास बेजुबान

बेजुबान द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
एक औरत से उसे ऐसी उम्मीद नही थी।वह यह सोचकर आया था कि उसकी नीच और घिनोनी हरकत पर उसके साथी उसे डांटेंगे, जलील करेंगे, भल...
बेजुबान द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
उस रात वह बिस्तर में लेटा हुआ था।मोबाइल का जमाना था नही।मतलब हमारे यहाँ मोबाइल नही आया था।टेलिविजन हमारे देश मे आ चुका थ...
बेजुबान द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
और वह उससे पूछता रहा वह कागज पर लिखती रही।और उसने जो बताया निम्न थाजाकिर अपनी बीबी सलमा के साथ लखनऊ मे रहता ता।जाकिर हाथ...
बेजुबान द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
और शबनम उसे कोई काम नही करने देती थी।वह शबनम के इशारे और क्या बोलती है कुछ कुछ समझने लगा था।जो बात समझ मे नही आती तब वह...
बेजुबान द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
पढ़ लेती,"वह बोला ,"मा का है"किसी दूसरे के नाम की चिट्ठी नही पढ़नी चाहिए।"उसकी बात सुनकर वह बोली थी"तुम मुझे दूसरा समझती ह...