VAISHNAVI PADVI लिखित उपन्यास अंजाना रिश्ता ये अपना ......

अंजाना रिश्ता ये अपना ...... द्वारा  VAISHNAVI PADVI in Hindi Novels
        जिंदगी के कुछ पहलू ऐसे होते हैं, जो रिश्ते में उलझे रह जाते हैं| ख़ुशी- गम या नफ़रत जैसे जज़्बातों से कभी कबार ...
अंजाना रिश्ता ये अपना ...... द्वारा  VAISHNAVI PADVI in Hindi Novels
         तभी पीछेसे  कोई आता है ! और नयन के गले में प्यारसा नेकलेस पेहना देता है|  नयन पीछे मुड़ती है, तो उसके सामने मिस...
अंजाना रिश्ता ये अपना ...... द्वारा  VAISHNAVI PADVI in Hindi Novels
         इन सबसे अंजान  ध्रुव वहासे चला जाता है | अस्पताल से पता चलता है , के उस लड़के को होश आ गया | और वो बोहत डरा हुआ...
अंजाना रिश्ता ये अपना ...... द्वारा  VAISHNAVI PADVI in Hindi Novels
      सारे लोग मिसेज शर्मा की और आश्चर्यचकित होकर देखने लगते हैं! नयन अपने भाई की और देखकर मनमे बोलती है|               ...
अंजाना रिश्ता ये अपना ...... द्वारा  VAISHNAVI PADVI in Hindi Novels
     ध्रुव जाने ही वाला होता है के अभी नयन बोली!                "भाई मैं भी आना चाहती हूं! "      तो ध्रुव कहता है...   ...