M K लिखित उपन्यास इश्क तो होना ही था

इश्क तो होना ही था द्वारा  M K in Hindi Novels
डिस्क्लेमर : यह मेरी रचना पूर्ण रूप से काल्पनिक है । इसमें सभी किरदार भी काल्पनिक है । इसका सम्बन्ध किसी व्यक्ति , स्थान...
इश्क तो होना ही था द्वारा  M K in Hindi Novels
Dr को आभास हुआ कोई उनकी और शर्मा जी की बातें सुन रहा है तो उन्होंने कहा " कौन है ? कौन है वहां पर्दे के पीछे दरवाजे के त...
इश्क तो होना ही था द्वारा  M K in Hindi Novels
आरोही किचेन के तरफ बढ़ जाती है शर्मा जी के लिए जूस जो लेना था । फिर उसके दिमाग में एक बात आया , कही ये वही तो लड़का नहीं...
इश्क तो होना ही था द्वारा  M K in Hindi Novels
शर्मा जी : नही बेटा .... मैं नहीं चाहता हूं कोई मजबूरी में खुद को पा कर शादी का फैसला ले । कल हॉस्टल चली जायेगी । तब तक...
इश्क तो होना ही था द्वारा  M K in Hindi Novels
अगस्त्य : चाय का एक घूंट पीते ही जोर जोर से खांसने लगता है ," मौका का फायदा उठाकर क्या हुआ चाय अच्छी नहीं है या चीनी की...