Shresht Baal Kathaye book and story is written by MB (Official) in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shresht Baal Kathaye is also popular in बाल कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
श्रेष्ठ बाल कथाएं - उपन्यास
MB (Official)
द्वारा
हिंदी बाल कथाएँ
एक छोटा सा गाँव था जहाँ सुंदर बगीचे, ऊँचे-ऊँचे पेड़ और रंग-बिरंगे फूल खिले रहते थे। इसी गाँव में एक छोटा सा घर था जिसमें एक प्यारी सी बिल्ली मिन्नी और एक नन्हा सा चूहा चीकी रहते थे। मिन्नी सफेद रंग की सुंदर बिल्ली थी और चीकी भूरे रंग का छोटा सा चूहा था। मिन्नी और चीकी की दोस्ती बहुत पुरानी थी। मिन्नी को हमेशा से चीकी की चंचलता और उसकी बुद्धिमानी बहुत पसंद थी। चीकी को मिन्नी का स्नेह और उसकी सुरक्षा पसंद थी। एक दिन, गाँव के बच्चों ने मिन्नी और चीकी को खेलते हुए देखा और उनकी
एक छोटा सा गाँव था जहाँ सुंदर बगीचे, ऊँचे-ऊँचे पेड़ और रंग-बिरंगे फूल खिले रहते थे। इसी गाँव में एक छोटा सा घर था जिसमें एक प्यारी सी बिल्ली मिन्नी और एक नन्हा सा चूहा चीकी रहते थे। मिन्नी ...और पढ़ेरंग की सुंदर बिल्ली थी और चीकी भूरे रंग का छोटा सा चूहा था। मिन्नी और चीकी की दोस्ती बहुत पुरानी थी। मिन्नी को हमेशा से चीकी की चंचलता और उसकी बुद्धिमानी बहुत पसंद थी। चीकी को मिन्नी का स्नेह और उसकी सुरक्षा पसंद थी। एक दिन, गाँव के बच्चों ने मिन्नी और चीकी को खेलते हुए देखा और उनकी
एक घना जंगल था, जहाँ तरह-तरह के जानवर रहते थे। उसी जंगल में एक प्यारा सा हाथी परिवार भी रहता था। इस परिवार का नाम था अम्बा परिवार। इस परिवार में माँ हाथी का नाम था अंबा, पिता हाथी ...और पढ़ेनाम था अर्जुन और उनका नन्हा हाथी बच्चा था, जिसका नाम था गुड्डू। गुड्डू बहुत चंचल और प्यारा था। उसकी आँखों में हमेशा चमक और हँसी रहती थी। लेकिन गुड्डू को एक बात का बहुत दुःख था। उसका शरीर बहुत भारी था और वह जल्दी थक जाता था। उसे लगता था कि वह कभी तेज नहीं दौड़ पाएगा और न
एक बार की बात है, एक घने और हरे-भरे जंगल में मोनू नाम का एक नटखट बंदर रहता था। मोनू बहुत चंचल और उत्साही था। उसकी मस्ती और हिम्मत के चर्चे पूरे जंगल में मशहूर थे। वह हमेशा नए-नए ...और पढ़ेकारनामों की तलाश में रहता था। मोनू के माता-पिता उसे हमेशा समझाते थे कि उसे थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए, लेकिन मोनू को अपनी हिम्मत और बुद्धिमानी पर पूरा भरोसा था। एक दिन, मोनू जंगल के सबसे पुराने और रहस्यमय हिस्से में जाने का सोचता है। उसने सुना था कि वहाँ पर कई खतरनाक जानवर रहते हैं और वहाँ जाने की
एक घने जंगल में, जहां पेड़-पौधे और जानवरों की भरमार थी, वहां एक बहुत ही शरारती और मजाकिया खरगोश रहता था, जिसका नाम था झुनझुन। झुनझुन का सबसे बड़ा शौक था, दूसरों को हंसाना और अपनी मस्ती भरी हरकतों ...और पढ़ेसबको खुश रखना। उसकी हँसी-मजाक के किस्से जंगल भर में मशहूर थे। वह हमेशा किसी न किसी मजेदार मुसीबत में फंसा रहता था। ### झुनझुन का अनोखा दिन एक दिन, झुनझुन ने सोचा कि आज कुछ खास करना चाहिए। उसने तय किया कि वह अपने दोस्तों को हंसाने के लिए एक मजेदार योजना बनाएगा। उसने अपनी योजना के लिए सबसे