झुनझुन खरगोश की मस्ती MB (Official) द्वारा बाल कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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झुनझुन खरगोश की मस्ती

एक घने जंगल में, जहां पेड़-पौधे और जानवरों की भरमार थी, वहां एक बहुत ही शरारती और मजाकिया खरगोश रहता था, जिसका नाम था झुनझुन। झुनझुन का सबसे बड़ा शौक था, दूसरों को हंसाना और अपनी मस्ती भरी हरकतों से सबको खुश रखना। उसकी हँसी-मजाक के किस्से जंगल भर में मशहूर थे। वह हमेशा किसी न किसी मजेदार मुसीबत में फंसा रहता था।

### झुनझुन का अनोखा दिन

एक दिन, झुनझुन ने सोचा कि आज कुछ खास करना चाहिए। उसने तय किया कि वह अपने दोस्तों को हंसाने के लिए एक मजेदार योजना बनाएगा। उसने अपनी योजना के लिए सबसे पहले अपने सबसे अच्छे दोस्त, गिल्लू गिलहरी को बुलाया। गिल्लू हमेशा झुनझुन के साथ हर मस्ती में शामिल होता था।

"गिल्लू, आज हम एक नया मजेदार खेल खेलेंगे," झुनझुन ने उत्साह से कहा।

"क्या योजना है, झुनझुन?" गिल्लू ने पूछा, उसकी आँखों में उत्सुकता थी।

### योजना की शुरुआत

झुनझुन ने गिल्लू को बताया कि वह जंगल के सभी जानवरों के लिए एक नकली खजाना छुपाएगा और फिर उन्हें उसकी खोज में भेजेगा। "यह बहुत मजेदार होगा!" झुनझुन ने हँसते हुए कहा।

गिल्लू ने खुशी से हामी भरी और दोनों ने मिलकर जंगल के एक हिस्से में कुछ चमकदार पत्थर और पुराने सिक्के इकट्ठा किए। फिर उन्होंने इसे एक पुरानी तिजोरी में रखा और उसे अच्छी तरह से छुपा दिया।

### खजाने की खोज

झुनझुन और गिल्लू ने जंगल के सभी जानवरों को खजाने की खोज के बारे में बताया। हर कोई बहुत उत्साहित हो गया और खजाने की खोज में जुट गया। बंदर, हाथी, हिरण, लोमड़ी, और सभी जानवर अपने-अपने तरीके से खजाने की तलाश में लगे थे।

झुनझुन और गिल्लू एक पेड़ के ऊपर बैठकर यह सब देख रहे थे और जोर-जोर से हंस रहे थे। उन्हें अपने दोस्तों को खोजते हुए देखना बहुत मजेदार लग रहा था। बंदर पेड़ों से उछलते-कूदते, हाथी अपनी सूंड से मिट्टी खोदते और लोमड़ी अपनी चालाकी से हर जगह सूँघते हुए खजाना ढूंढने में लगे थे।

### मस्ती का पल

अचानक, बंदर ने जोर से चिल्लाया, "मुझे खजाना मिल गया!" सभी जानवर उसके पास दौड़ पड़े। बंदर ने एक पुरानी डिब्बी निकाली, जिसे उसने खजाना समझा था। जब उसने उसे खोला, तो उसमें से केवल कुछ पुराने पत्ते निकले। सभी जानवरों ने हंसते हुए बंदर की ओर देखा। 

"झुनझुन, ये क्या मजाक है?" हाथी ने हंसते हुए पूछा।

झुनझुन और गिल्लू पेड़ से नीचे उतरकर आए और बोले, "अरे दोस्तों, ये तो बस मजाक था। असली खजाना तो अभी भी कहीं छुपा हुआ है। चलो, उसे ढूंढते हैं!"

### असली खजाना

झुनझुन ने अपनी मस्ती जारी रखते हुए, एक नक्शा बनाया और उसमें खजाने की जगह का इशारा दिया। सभी जानवर फिर से खोज में जुट गए। इस बार झुनझुन ने खजाने के पास कुछ संकेत भी छुपाए थे, ताकि जानवरों को थोड़ा और मजा आए।

हिरण ने झाड़ियों के पीछे एक संकेत देखा और उसे पढ़ा, "अगर खजाना पाना है, तो सबसे ऊँचे पेड़ पर चढ़ना होगा।" सभी जानवर मिलकर उस ऊँचे पेड़ पर चढ़ने लगे। पेड़ के सबसे ऊपर एक तिजोरी लटकी हुई थी। हाथी ने अपनी सूंड से तिजोरी नीचे उतारी।

जब उन्होंने तिजोरी खोली, तो उसमें से चॉकलेट, टॉफियाँ और कुछ चमकदार खिलौने निकले। सभी जानवर खुशी से उछलने-कूदने लगे और झुनझुन की तारीफ करने लगे।

### मस्ती की धारा

झुनझुन की यह मस्ती जंगल में हर दिन की बात बन गई। हर दिन वह कोई न कोई नया मजेदार खेल या मजाक तैयार करता और सभी जानवर उसमें खुशी-खुशी शामिल होते। कभी वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर दौड़ प्रतियोगिता कराता, तो कभी कोई नई कहानी सुनाता।

एक दिन, झुनझुन ने सोचा कि वह अपने दोस्तों को एक नई जगह की सैर कराएगा। उसने जंगल के सबसे पुराने और रहस्यमय हिस्से की यात्रा की योजना बनाई। उसने सभी जानवरों को बुलाया और उन्हें अपनी योजना के बारे में बताया। सभी जानवर इस नई यात्रा के लिए उत्साहित हो गए।

### यात्रा का रोमांच

सभी जानवर झुनझुन के नेतृत्व में जंगल के रहस्यमय हिस्से की ओर चल पड़े। रास्ते में उन्हें कई रोचक और मजेदार चीजें देखने को मिलीं। कहीं रंग-बिरंगे फूल खिले थे, तो कहीं छोटे-छोटे तालाब थे। झुनझुन ने अपने दोस्तों के साथ इन सभी चीजों का आनंद लिया।

रास्ते में उन्हें एक पुरानी और टूटी हुई पुलिया मिली। सभी जानवरों ने मिलकर उसे पार किया और उस पार एक सुंदर झरना देखा। झरने के पास ही एक बड़ा और पुराना पेड़ था, जिसकी शाखाओं पर ढेर सारे फलों से लदे थे। सभी जानवरों ने मिलकर उन फलों का आनंद लिया।

### नए दोस्त

झुनझुन और उसके दोस्तों ने इस यात्रा में कई नए जानवरों से भी दोस्ती की। उन्होंने एक बुजुर्ग कछुए से मुलाकात की, जो बहुत बुद्धिमान और जानकार था। कछुए ने उन्हें जंगल की कई रहस्यमय कहानियाँ सुनाईं और उन्हें सिखाया कि हमें हमेशा मिलजुल कर रहना चाहिए और एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।

झुनझुन और उसके दोस्तों ने कछुए की बातों को ध्यान से सुना और उससे बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कछुए को धन्यवाद दिया और उसे वादा किया कि वे हमेशा उसकी सिखाई बातों का पालन करेंगे।

### वापसी का सफर

अपनी अद्भुत यात्रा के बाद, सभी जानवर खुशी-खुशी वापस अपने जंगल की ओर लौटने लगे। रास्ते में उन्होंने अपने अनुभव साझा किए और झुनझुन की तारीफ की। सभी ने मिलकर कहा, "झुनझुन, तुमने हमें आज एक अद्भुत अनुभव दिया। हम कभी नहीं भूलेंगे।"

झुनझुन ने हंसते हुए कहा, "मित्रों, यह तो बस एक शुरुआत है। आगे भी हम मिलकर ऐसे ही मजेदार और रोमांचक सफर पर जाएंगे।"

### सच्ची खुशी

उस दिन के बाद, झुनझुन और उसके दोस्तों ने कई और मजेदार और साहसिक यात्राएँ कीं। झुनझुन की मस्ती और मजाक ने जंगल के सभी जानवरों को खुशी और हँसी से भर दिया। उसकी कहानियाँ और मस्ती की बातें जंगल के हर कोने में गूँजने लगीं।

झुनझुन ने सिखाया कि जीवन में खुशी और हँसी का बहुत महत्व है। अगर हम एक-दूसरे के साथ मिलकर हँसे और मस्ती करें, तो हर दिन एक नया और मजेदार अनुभव बन सकता है। उसने यह भी सिखाया कि हमें हमेशा एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए और साथ में मिलकर हर मुश्किल का सामना करना चाहिए।

झुनझुन की मस्ती भरी कहानियाँ जंगल के सभी जानवरों के दिलों में बसी रहीं और वह हमेशा के लिए उनके लिए एक प्रेरणा बन गया। उसकी हँसी और मस्ती ने जंगल को खुशियों से भर दिया और सभी जानवरों ने एक साथ मिलकर एक सुखी और संतुष्ट जीवन बिताया।

 

समाप्त।