हिंदी बाल कथाएँ कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें

दानी की कहानी - 42
द्वारा Pranava Bharti

--------------------- दानी इतने सुन्दर तरीके से किसी भी बात को समझाती हैं कि सब बच्चे मज़े से कहानी सुनते हैं और कुछ न कुछ नया सीखने, जानने की कोशिश ...

ज़िद्दी की ख्वाहिश
द्वारा Rajesh Rajesh

केसरी लाल की अपने गांव में छोटी सी हलवाई की दुकान थी। शादी के बहुत साल बीतने के बाद भी केसरी लाल और उसकी पत्नी को जब औलाद का ...

नानी की कहानियां
द्वारा Rakesh Rakesh

रक्षा जब पांच बरस की थी, तब वह अपने नाना नानी के घर गई थी इसलिए आठ बरस की रक्षा को अब नाना नानी के बारे में कुछ भी ...

दानी की कहानी - 41
द्वारा Pranava Bharti

------------------- देवांशी को पता ही न चलता कि उसे स्कूल जाना है, रोज़ाना उसे बार-बार उठाना पड़ता | अब तो वह बड़ी हो रही थी और सारे बच्चे अपने ...

लालची राजा
द्वारा Rakesh Rakesh

छोटे से राज्य का बड़ा लालची राजा था। एक बार बुद्धिमान महामंत्री के कहने से बासमती चावल पड़ोसी राज्यों को ऊंचे दामों पर बेचता है, तो बासमती चावल बेचने ...

दानी की कहानी - 40
द्वारा Pranava Bharti

दानी की कहानी =========== अन्नू और काव्या की वैसे तो खूब पटती थी लेकिन बस एक ही चीज़ में उनकी लड़ाई होती और वह भी ऐसे जैसे एक दूसरे ...

भूत या भगवान
द्वारा Rajesh Rajesh

बबलू रोज भगवान से प्रार्थना करके सोता था, कि उसे भूत प्रेतों के डरावने सपने ना आए, लेकिन जितना भी वह भगवान से प्रार्थना करता था, उतना ही उसे ...

दाई मां
द्वारा Rakesh Rakesh

बूढ़ी दाई मां का असली नाम यशोदा था। यशोदा दाई के काम में इतनी होशियार थी कि बड़े-बड़े डॉक्टर भी उसके हुनर को नमस्कार करते थे। इसलिए यशोदा का ...

हाथी रंग-रँगीले
द्वारा Yashvant Kothari

यशवन्त कोठारी सर्वत्र हाथियों का साम्राज्य छाया हुआ है। सफेद हाथी, काले हाथी, पीले, नीले और हरे हाथी। कहीं अंधों के हाथी हैं तो कहीं अंधों हाथी के पाँव ...

दानी की कहानी - 39
द्वारा Pranava Bharti

======== कैसी घनघोर बारिश थी उस दिन जब बच्चे बिना किसी को बताए जाने कब चुपचाप घर से निकलकर रामबाग पहुँच गए थे | रामबाग बहुत खूबसूरत बड़ा सा ...

अनजाना सा राही
द्वारा दिनेश कुमार कीर

अनजाना सा राही     मैंने अपने दुःखो को बहुत करीब से देखा है मैं तुम्हारे अंदर खुद को तलाशने की असीम कोशिश मे कामयाब रहा मुझे तुम्हारे अंदर ...

दानी की कहानी - 38
द्वारा Pranava Bharti

============= दानी इतनी शिक्षित थीं कि सब बच्चों को उन पर गर्व होता था । कोई शब्द अँग्रेज़ी का हो या हिन्दी का उसके उच्चारण और प्रयोग के बारे ...

दानी की कहानी - 37
द्वारा Pranava Bharti

दानी की कहानी  ========           जब दानी गुजरात में आईं उन्होंने बहुत सी नई चीज़ें देखीं । महसूस कीं और उन्हें आश्चर्य भी हुआ | ...

अनोखी दोस्ती
द्वारा दिनेश कुमार कीर

यारों का याराना...       चलो देखते हैं फिर एक समय पुराना,   शिक्षालय के चारों यार, यारों का था याराना,   हाथ में कपड़े के फटे हुए ...

दानी की कहानी - 36
द्वारा Pranava Bharti

========= इस बार बहुत दिन बाद सारे बच्चे इक्कठे हुए थे। जैसे-जैसे बड़े होते जा रहे थे, कोई हॉस्टल में कोई दूसरे शहर में कॉलेज में पढ़ने जाने लगे ...

दानी की कहानी - 35
द्वारा Pranava Bharti

----------------- दानी को बिलकुल पसंद नहीं था कि छोटे बच्चे चाय पीएँ | उनका कहना था कि आज का व्यवहार ऐसा हो गया है कि जब हम मित्रों या ...

Tigers of Sherkila
द्वारा R.K Sharma

शेर-किला राष्ट्रीय उद्यान के रॉयल बंगाल टाइगर्स में सबसे मर्दाना और शाही, राणा शान-बहादुर, सूरज की पहली सुनहरी किरणों के रूप में जम्हाई और फैला हुआ था, जिसने उसके ...

यादें बचपन की
द्वारा धरमा

यादें बचपन की पांचवीं तक स्लेट की बत्ती को जीभ से चाटकर कैल्शियम की कमी पूरी करना हमारी स्थाई आदत थी लेकिन इसमें पापबोध भी था कि कहीं विद्यामाता ...

गोलू भागा घर से - 29 - अंतिम भाग
द्वारा Prakash Manu

29 रहमान चाचा की चिट्ठी एक हफ्ते बाद रहमान चाचा का एक लंबा पत्र आया। उन्होंने लिखा, “गोलू, तुम्हारी सच्ची कहानी पढ़ी। पढ़कर आँखें नम हो गईं। मुझसे ज्यादा ...

गोलू भागा घर से - 28
द्वारा Prakash Manu

28 अखबारों में छपी कहानी यह रहमान चाचा का जादू ही था कि अब घर में गोलू की इज्जत पहले से कई गुना अधिक बढ़ गई थी। अब कोई ...

पंचतंत्र
द्वारा Rajveer Kotadiya । रावण ।

परिचय संस्कृत नीतिकथाओं में पंचतंत्र का पहला स्थान माना जाता है। इस ग्रंथ के रचयिता पं. विष्णु शर्मा हैं। आज विश्व की 50 से भी अधिक भाषाओं में इनका ...

गोलू भागा घर से - 27
द्वारा Prakash Manu

27 किस्सा रहमान चाचा के साथ घर लौटने का रहमान चाचा जब गोलू को लेकर घर पहुँचे, तो पूरे मक्खनपुर में उत्सव जैसा माहौल बन गया। मक्खनपुर की रहट ...

गोलू भागा घर से - 26
द्वारा Prakash Manu

26 रहमान चाचा अब गोलू पुलिस डी.आई.जी रहमान खाँ के सामने बैठा था और पास ही पुलिस इंस्पेक्टर भी था। रहमान खाँ गौर से गोलू का दिया हुआ नीला ...

गोलू भागा घर से - 25
द्वारा Prakash Manu

25 पुलिस जिप्सी वैन में और जल्दी ही गोलू को मौका मिल गया। एक दिन जर्मन दूतावास के एक अधिकारी के पास गोलू को इसी तरह का लिफाफा पहुँचाना ...

गोलू भागा घर से - 24
द्वारा Prakash Manu

24 यहाँ से भाग जाओ बाबू! गोलू को रहने के लिए जो कमरा दिया गया था, वहाँ दूर-दूर तक एकांत था। बस, आसपास बड़े-बड़े गमलों और खूबसूरत क्यारियों में ...

गोलू भागा घर से - 23
द्वारा Prakash Manu

23 मिसेज नैन्सी क्रिस्टल और फिर अगले हफ्ते गोलू के जिम्मे सचमुच एक काम आ पड़ा। पहले मिस्टर डिकी ने उसे सारी बातें समझाईं, फिर मिस्टर विन पॉल के ...

गोलू भागा घर से - 22
द्वारा Prakash Manu

22 बिग बॉस! पर ये लोग करते क्या होंगे? कोई फैक्टरी वगैरह तो ये लोग चलाते नहीं हैं? फिर कहाँ से आता है इतना पैसा, इतनी दौलत...? गोलू फिर ...

बचपन के दोस्त
द्वारा दिनू

दोस्ती एक ऐसा शब्द है जिसके लिए शायद शब्द भी कम पड़ जाय,पर मैं डरता हूँ दोस्ती करने से ऐसा नहीं है कि विश्वास नहीं रहा पर कुछ बचा ...

गोलू भागा घर से - 21
द्वारा Prakash Manu

21 वह आलीशान नीली कोठी डिकी नाम का वह आदमी गोलू को सचमुच एक भव्य, विशालकाय नीली कोठी में ले आया। इतनी आलीशान कोठी...कि वह हर ओर से बस ...

गोलू भागा घर से - 20
द्वारा Prakash Manu

(एक अँधेरी दुनिया में गोलू) ........................ 20 काली पैंट, सफेद कमीज वाला आदमी स्टेशन से बाहर आकर गोलू ने चौकन्नी नजरों से इधर-उधर देखा। सचमुच गेट के आगे ही ...

दानी की कहानी - 34
द्वारा Pranava Bharti

------------------- बच्चे दानी से बहुत सी बड़ी-बड़ी बातें भी करते रहते थे | उन बच्चों में सभी उम्र के बच्चे होते| कई बार बच्चे दानी से बहुत सी बड़ी ...

गोलू भागा घर से - 19
द्वारा Prakash Manu

19 नीला लिफाफा तभी किसी ने उसके कंधे पर हाथ रखा। गोलू ने अचकचाकर आँखें खोल दीं। उसने देखा, एक अजनबी आदमी उसके पास खड़ा है—खासा लंबा और पतला। ...