शिखा श्रीवास्तव लिखित उपन्यास उत्कर्ष-अभिलाषा

उत्कर्ष-अभिलाषा द्वारा  शिखा श्रीवास्तव in Hindi Novels
इंसान या यूँ कहिये इस ब्रह्मांड का कोई भी जीव चाहे लाख कोशिश क्यों ना कर ले, प्रकृति ने, ईश्वरीय सत्ता ने उसके भाग्य में...
उत्कर्ष-अभिलाषा द्वारा  शिखा श्रीवास्तव in Hindi Novels
उत्कर्ष का हवाई-जहाज ग्रांडे द्वीप पर एक उचित जगह देखकर लैंड कर चुका था। जहाज की खिड़की से उत्कर्ष ने बाहर द्वीप का एक नज़...
उत्कर्ष-अभिलाषा द्वारा  शिखा श्रीवास्तव in Hindi Novels
"आइए-आइए हमारे सरकार बहादुर का स्वागत है जो इस खतरनाक द्वीप पर खतरों से खेलकर सही-सलामत लौट आए।" पायलट ने एक बार फिर आगे...
उत्कर्ष-अभिलाषा द्वारा  शिखा श्रीवास्तव in Hindi Novels
इन्हीं ख्यालों में खोए हुए उत्कर्ष की तंद्रा तब टूटी जब ड्राइवर ने कार का दरवाजा खोलकर कहा "छोटे साहब हम घर पहुँच गये है...
उत्कर्ष-अभिलाषा द्वारा  शिखा श्रीवास्तव in Hindi Novels
कुछ देर तक यूँ ही बैठे रहने के बाद उत्कर्ष ने कहा "सुन भाई चल कुछ देर सो लिया जाए। अब इन्हें मनाने की अगली योजना हम कॉले...