Living with Dyeing book and story is written by Makvana Bhavek in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Living with Dyeing is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
लिविंग विथ डाइंग - उपन्यास
Makvana Bhavek
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
मेरी क्लासमेट ऋत्वि मेहता का अंतिम संस्कार एक बारिश वाले दिन हुआ। अंतिम संस्कार में बहुत से लोग आये होगे। उनकी संख्या और उनके आसु उसके जिवन की अहमियत दशा रहे होगे। अंतिम संस्कार से लेकर शोक सम्मेलन तक सिर्फ मैं हि था वो वहा पर नही था।
ऋत्विक अपने रूम में बैठा यह सब सोच रहा होता है और फिर अपना फोन देखते हुए कहता है कि "ये वो आखरी मैसेज था जो मैं ने उसे भेजा था। बस एक छोटा सा मैसेज जिस का जवाब मुझे अब कभी नही मिलगा। वो मैसेज देखते हुए ऋत्विक अपनी यादो में खो जता है।
ऋत्विक लाइब्रेरि में रिटर्न आइ किताबें वापस रख रहा होता है तभी बाहर से भागते हुए एक लड़की उसके पास आती है और उससे मांफी मांगते हुए कहती है "सॉरी... सॉरी वो क्लास कि वजह से लेट हो गई!"
मेरी क्लासमेट ऋत्वि मेहता का अंतिम संस्कार एक बारिश वाले दिन हुआ। अंतिम संस्कार में बहुत से लोग आये होगे। उनकी संख्या और उनके आसु उसके जिवन की अहमियत दशा रहे होगे। अंतिम संस्कार से लेकर शोक सम्मेलन तक ...और पढ़ेमैं हि था वो वहा पर नही था। ऋत्विक अपने रूम में बैठा यह सब सोच रहा होता है और फिर अपना फोन देखते हुए कहता है कि ये वो आखरी मैसेज था जो मैं ने उसे भेजा था। बस एक छोटा सा मैसेज जिस का जवाब मुझे अब कभी नही मिलगा। वो मैसेज देखते हुए ऋत्विक अपनी यादो में
ऋत्वि किताबे टेबल पर रखते हुए कहती है ये किताब काफी भारी थी, क्या हमे यह काम रोज करना पड़ेगा। ऋत्विक भी किताबे वही पास में रखते हुए कहता है हा ऋत्वि कहति है क्या... ...और पढ़ेनही ऋत्विक कहता है ये इस काम का जरूरी हिसा जो है, पता नही तुमने इस के लिए हा क्यो कर दी ऋत्वि वही पास ही की कुर्सी पर बैठते हुए कहती है क्या पता... ऋत्विक रिटर्न बूक्स को चेक करते हुए ऋत्वि से पूछता है वैसे तुम्हे बूक्स पसंद भी है? ऋत्वि कहती है नही लेकिन में मांगा काफी पढ़ती हूं। ऋत्विक पूछता है क्या तुम अपनी
ऋत्विहुएऋत्विक उसे देखते है "क्या तुम अभी भी नाराज तो नही हो ना!" ऋत्वि अभी इतना कहा ही था कि वो दोनोवो लड़का उस औरत पर सिलाते हुए करता है "जरा ये देखो तुम्हारे कारण मेरे कपड़े हो गये।" ...और पढ़ेफिर वो उस पैसे मांगते हुए कहता है "तुम इनके सफाई के पैसे तो भरेगी! हे ना!" लड़कीयह सुन वो लड़का उस औरत के पास से उठ उस लड़की के पास जाते हुए गुस्से से कहता यह सुन वो लड़की घबरा जाती है और अपने आस-पास देख लग जाती है लेकिन कोई भी उसकि मदद करने आगे नही आता है।
अगले दिन जब ऋत्विक स्कूल जाता है तो स्कूल में उसके सभी क्लासमेट्स उसे घूर घूर कर देख रहे होते है और उसके बारे में बात कर रहे होते है। ऋत्विक बिना किसीपे ध्यान दिए अपनी जगह जाकर ...और पढ़ेजाता है और किताब खोल पढने लग जाता है। ऋत्वि कि बेस्टफ्रेंड कोयल भी ऋत्विक को गुस्से से देखे जा रही थी। तभी वहा पर ऋत्वि आ जाती है और सभी को गुड मॉर्निंग विच करती है। कोयल बिना उसके गुड मॉर्निंग का जवाब दिये उसे गुस्से से पूछती है "तुम कल उस लड़के के साथ क्या
ऋत्वि केक कि एक बाइट लेते हुए कहती है "पैराडाइस स्विटशोप मेरी सबसे फेवरेट हैं!" ऋत्विक कहता है "तुम्हे यहा अपने फ्रेंड्स के साथ आना चाहिए था।" ऋत्वि उसकी बात नजरअन्दाज करते हुए कहती हे "ये चैरि ...और पढ़ेचॉकलेट केक वाकई बहुत अच्छा है।" ऋत्विक कहता है "क्या तुम मोटी होना चाहती हो या फिर तुम मुझे मोटा करना चाहती हो! तुम हर जगह बस खाती ही रहती हो।" ऋत्वि ना में सिर हिलाते हुए कहती है "नही... नही... मैं तो बस मरने से पहले एक बार सारी अपनी पसंद कि चीजे खाना लेना चाहती हूँ।"