Kishanlal Sharma लिखित उपन्यास एक अदद औरत

एक अदद औरत द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
बन्द कमरे में कमला खाट पर लेटी थी।वह लेटी लेटी ही बुदबुदाईदुखकिस बात काकुछ देर बाद फिर बुदबुदाईपश्चातापकिस बात काउसके नि...
एक अदद औरत द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
इसलिये वह बात बात पर ताने मारती और कोसती,"खुद तो मर गए लेकिन मेरी जान को इसे छोड़ गए।"चाची के घर मे कमला नौकरानी की तरह द...
एक अदद औरत द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
उसके चुंगल से बच निकलने का कोई रास्ता नही था।उसका तथाकथित पति न जाने उसी की तरह कितनी औरतों को अपने जाल में फंसाकर वेश्य...
एक अदद औरत द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
उसने फिर से एक बार किराए पर मकान ले लिया था।अब एक बार फिर उसकी दिनचर्या में एक बार फिर परिवर्तन आया था।पहले वह स्टेशन पर...
एक अदद औरत द्वारा  Kishanlal Sharma in Hindi Novels
कमला कोई साध्वी या विरहणी नही थी।वह एक आम नारी थी।दूसरी औरतों की तरह हाड़ मास का पुतला।जैसे दूसरी औरतों को सेक्स की भूख ह...