खोई हुई चाबी - उपन्यास
Mehul Pasaya
द्वारा
हिंदी रोमांचक कहानियाँ
{ नमस्ते आप पढ़ने जा रहे है. एक ऐसी कहानी जो की एक सफर से शुरू होती है. जिसका नाम है. खोई हुई चाबी. दरअसल इस कहानी में कैसे क्या होगा वो आपको पढ़ने के बाद ही पता चलेगा. तो चलो आज का ये प्रोग्राम शुरू करते है... }
" एक शहर है जिसका नाम [ घुवाड़ ] है. उस गांव में राठौड़ नाम का परिवार रहता है. ऐसा नहीं है की सिर्फ राठौड़ नाम का ही परिवार रहता है. दूसरे भी जाति के लोग है. लेकिन अभी हम इस नाम के परिवार वालों की बात करने वाले है. तो फिर आइए मिलते है. इस राठौड़ परिवार वालो के लोग से... "
" अरे मिस्टर राठौड़ बदेसिंह आप ऐसे कैसे कर सकते है. देखो ये ठीक नहीं है. जैसे ही अभिनव ने ऐसा कहा उसी वक्त मिस्टर राठौड़ ने अभिनव शर्मा को झोर से एक चाटा मारा और फिर अभिनव ने पूछा की तुम्हारी इतनी जरूरत की तुमने हम पर हाथ उठाया. अभिनव ने तुरंत सिक्योरिटी को बुलाया और कहा कि... "
" सिक्योरिटी.. सिक्योरिटी... कहा मार गए सब के सब इस नॉनसेंस इंसान को बाहर निकालो वरना में इस को आज इतना मरूंगा ना की आप लोग इसको पहचान ने से इनकार कर दोगे... सिक्योरिटी ले गई मिस्टर राठौड़ बदे सिंह को लेकिन बदे सिंह को ना ये इस तरह निकलवा देने पर बहुत गुस्सा आया. और गुस्सा होकर बोला... "
" मिस्टर अभिनव शर्मा ये तुमने ठीक नही किया. में तुम्हे छोडूंगा नही... अभिनव बोला तुम जाते हो या में अपने अंदर के सैतान को जगाऊ... बाजू में एक सनी नाम का व्यक्ति खड़ा था. उसने कहा की... "
{ नमस्ते आप पढ़ने जा रहे है. एक ऐसी कहानी जो की एक सफर से शुरू होती है. जिसका नाम है. खोई हुई चाबी. दरअसल इस कहानी में कैसे क्या होगा वो आपको पढ़ने के बाद ही पता चलेगा. ...और पढ़ेचलो आज का ये प्रोग्राम शुरू करते है... }" एक शहर है जिसका नाम [ घुवाड़ ] है. उस गांव में राठौड़ नाम का परिवार रहता है. ऐसा नहीं है की सिर्फ राठौड़ नाम का ही परिवार रहता है. दूसरे भी जाति के लोग है. लेकिन अभी हम इस नाम के परिवार वालों की बात करने वाले है. तो फिर
{ एक नई सुबह के साथ एक नई शुरुआत करते है. चलो चलो आज कुछ खास करते है. }" नमस्कार आज तो कहानी के मुताबिक आज सुबह वो तीन लोग अपने काम की पूरी तैयारी कर रहे है. सब ...और पढ़ेअब तक सारा सामान ले लिया है. और अब जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. बदे सिंह ने बोला की... "" चलो भाई लोग सब तैयार है ना. तो गाड़ी निकालू हम काफी लेट हो गई है. और हा वैसे कल अपने घर वालो को सब बता दिया था ना. की अभी तक नही बताया. अभिनव बोला... ""
{ अब तक 10 बज चुके थे तीनों की बातों बातों में. और फिर गाड़ी भी चालू थी. और कुछ देर बाद बदे सिंह की दोस्त भी आ चुकी थी. जैसे ही वो लड़की उन तीनो को दिखी. वैसे ...और पढ़ेहड़बड़ी में रह गए. और फिर अभिनव ने झोर से ब्रेक मारा. अब आगे. }" अरे भाई क्या कर रहे हो. जरा देख कर तो चलाओ. अभी मेरा चेहरे की ऐसी की तैसी हो जाती. क्या यार थोड़ा तो सोचो. ऐसे में सनी बोला... "" अरे भाई लोग ठीक है ना अब ब्रेक मारा है तो फिर उसको बिठाओ भी.