Makvana Bhavek लिखित उपन्यास यक्षिणी एक डायन

यक्षिणी एक डायन द्वारा  Makvana Bhavek in Hindi Novels
रात के दो बज रहे थे और विराट मेघालय और असम बॉर्डर के बीच पड़ने वाली किशनोईनदी पार कर रहा था। दूर-दूर तक अंधेरा छाया हुआ थ...
यक्षिणी एक डायन द्वारा  Makvana Bhavek in Hindi Novels
जगदीश फिर लेखक से पूछता है – "बताईए ना सर क्‍या अभिशाप मिला था यक्षिणी को?"लेखक जगदीश के सवाल का जवाब देते हुए कहता है –...
यक्षिणी एक डायन द्वारा  Makvana Bhavek in Hindi Novels
बूढ़ा युग के सवाल का जवाब देते हुए कहता है – "नहीं बिटुआ यक्षिणी अब मर्दो को अपना शिकार नहीं बनाती।""क्‍यों बाबा,क्‍या य...
यक्षिणी एक डायन द्वारा  Makvana Bhavek in Hindi Novels
  अभिमन्‍यु के हाथ में जो इलेक्‍ट्रोमैग्नेटिक फील्‍ड मीटर था वो लगातार बजते जा रहा था। उसकी आवाज धीरे-धीरे तेज होते जा र...
यक्षिणी एक डायन द्वारा  Makvana Bhavek in Hindi Novels
  युग डरते हुए अभिमन्‍यु से कहता है – "यार तुने आवाज सूनी?"        अभिमन्‍यु हैरानी के साथ पूछता है – "कैसी आवाज?" "यार...