Pyar lafzo mein kaha book and story is written by Nisha Rani in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pyar lafzo mein kaha is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
प्यार लफ्जों में कहां - उपन्यास
Nisha Rani
द्वारा
हिंदी लघुकथा
मुंबई का मशहूर कपूर परिवार जिसका बस नाम ही काफी है ,लोगों पर अपना असर छोड़ने के लिए ...!!!!आज कपूर परिवार को इस लेवल तक पहुंचाने में जिसका हाथ था ,वह 28 वर्ष का अथर्व कपूर था....!!!! दिल्ली का टॉप बिजनेस टायकून जिसने 3 साल पहले अचानक से बिजनेस जॉइन कर लिया था और उसे इस लेवल लाकर खड़ा किया था ...!!!!!जिसके आगे सबकी नजरें नीचे होती थी....!!! एक महीने बाद मुंबई वापस आकर अथर्व कपूर को एक ऐसा आर्डर दिया गया जिसे सुनकर उसके पैरों से मानों जमीन ही खींच ली हो किसी ने.....!!!! क्या आर्डर किया गया है अथर्
मुंबई का मशहूर कपूर परिवार जिसका बस नाम ही काफी है ,लोगों पर अपना असर छोड़ने के लिए ...!!!!आज कपूर परिवार को इस लेवल तक पहुंचाने में जिसका हाथ था ,वह 28 वर्ष का अथर्व कपूर था....!!!! दिल्ली का ...और पढ़ेबिजनेस टायकून जिसने 3 साल पहले अचानक से बिजनेस जॉइन कर लिया था और उसे इस लेवल लाकर खड़ा किया था ...!!!!!जिसके आगे सबकी नजरें नीचे होती थी....!!! एक महीने बाद मुंबई वापस आकर अथर्व कपूर को एक ऐसा आर्डर दिया गया जिसे सुनकर उसके पैरों से मानों जमीन ही खींच ली हो किसी ने.....!!!! क्या आर्डर किया गया है
दूसरी तरफ बहुत बड़ा villa जिसके अंदर सब चीजें लग्जरी ही थी ...उसी घर में एक मिडल एज की महिला जिनके चेहरे पर बहुत ही ज्यादा चमक थी ....और होठों पर स्माइल ...जोकि जाने का नाम नहीं ले रही ...और पढ़ेकामिनी कपूर ....!!! अथर्व कपूर की मां ....जब से उन्होंने सुना उनका बेटा इंडिया आने बाला हैं ....तब से उनकी नजर दरवाजे पर ही रुकी हुई है . ..वह बार-बार दरवाजे की ओर देख रही हैं ....कब उनका बेटा उनकी आंखों के सामने हो....!!! पूरी हवेली में उनकी आवाज गूंज रही थी जो कि अपने छोटे बेटे प्रेम को बुला