आस्था का धाम काशी बाबा - उपन्यास
बेदराम प्रजापति "मनमस्त"
द्वारा
हिंदी आध्यात्मिक कथा
जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान
कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु
अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को
धन्य बनाता है। मानव ...और पढ़ेकी सार्थकता के लिए आप सभी की सहभागिता का मै सुभाकांक्षी
हूं।
आस्था का धाम काशी बाबा (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता
आस्था का धाम काशी बाबा2 (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता है। मानव
आस्था का धाम काशी बाबा 3 (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े ( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता है। मानव जीवन की सार्थकता के
आस्था का धाम काशी बाबा 4 (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े ( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता है।
आस्था का धाम काशी बाबा 5 (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े ( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता है।
आस्था का धाम काशी बाबा 6 (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े ( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता है। मानव जीवन की सार्थकता के
आस्था का धाम काशी बाबा 7 (श्री सिद्धगुरू-काशी बाबा महाराज स्थान) ...और पढ़े ( बेहट-ग्वालियर म.प्र) वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त समर्पण- परम पूज्यः- श्री श्री 1008 श्री सिद्ध-सिद्द्येशवर महाराज जी के श्री चरण-कमलों में। वेदराम प्रजापति मनमस्त दो शब्द जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु अति आवश्यक मानकर पावन चरित नायक का आश्रय लिया गया है,जो मावन जीवन को धन्य बनाता है।