Nagin ka intkaam book and story is written by Appa Jaunjat in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Nagin ka intkaam is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
नागिन - का इंतकाम - उपन्यास
Appa Jaunjat
द्वारा
हिंदी लघुकथा
काहाणी शुरु करते हे हम ऐसी काहाणी लेकर आए हे जो आपने कभी भी नहीं सोनी होगी तो काहाणी शुरु करते हे एक मंदिर के पास एक लडकी आती है और बोलती हे शिवजी मुझे बचाए तब वाहा उसका पती आता हे और वो बोलता हे हमे Hospital जाना होगा तब वो जाते हे तब डॉक्टर बोलते है ये बच्चे को जन्म देणे वाली हे तब वो बोलता हे डॉक्टर तीन महने होए हे तब वो बोलते है चलो जलदी तब एक औरत बोलती हे तीन महने मे बच्चा मतलब वो होते हे तब वो लडकी बोलती हे शिव तब
काहाणी शुरु करते हे हम ऐसी काहाणी लेकर आए हे जो आपने कभी भी नहीं सोनी होगी तो काहाणी शुरु करते हे एक मंदिर के पास एक लडकी आती है और बोलती हे शिवजी मुझे बचाए तब वाहा उसका ...और पढ़ेआता हे और वो बोलता हे हमे Hospital जाना होगा तब वो जाते हे तब डॉक्टर बोलते है ये बच्चे को जन्म देणे वाली हे तब वो बोलता हे डॉक्टर तीन महने होए हे तब वो बोलते है चलो जलदी तब एक औरत बोलती हे तीन महने मे बच्चा मतलब वो होते हे तब वो लडकी बोलती हे शिव तब
काहाणी शुरु करते हे तो हमणे पिछले अध्याय मैं देखा की दुश्मन वापस आगए हे और वो शिवांगी के बेटी को मारणे आए हे तो चलो काहाणी शुरु करते हे शिवांगी को बेटी होइ थी और उसका नाम नागेश्वरी ...और पढ़ेतब वो शिवमंदिर जाते हे तब शिवांगी बोलती हे नागेश्वरी आज तुम्हे पच्चीस साल पुरे हुए हे और आज तुम एक नागिन बनोगी तब बोहत हवा चलती है तब शिवांगी बोलती हे आज मे तुम्हारा नया चेहरा देखोगी तब नागेश्वरी एक महानागिन बन जाती है और तब वो अपना चेहरा दिखाती हे तब वाहा पंडित आते है तब शिवांगी बोलती
हम काहाणी शुरु करते हे नागेश्वरी को बेटा होवा था लेकिन अचानक से उनके नये दुश्मन वापस आते है तब वो नागेश्वरी को और विक्रम को मार णे की कोशिश करते हे तब विक्रम मर जाता है तब नागेश्वरी ...और पढ़ेजाती हे और वो बोलती हे शिवजी मेरे बेटे को आप ही बच्चा सकते हैं तब नागेश्वरी की जान चली जाती हे तब वाहा पे एक राजेश्वरी नाम की औरत नागेश्वरी के बेटे को घर ले जाती है दस साल तीन महिने बाद एक लडका शिवमंदिर जारहा था तब एक लडकी उसके गाडी से टकरा जाती हे तब वो उसे
पिछले अध्याय मैं हमणे देखा कि नंदिनी फिरसे अपनी काहानी लिखणे जा रही है और वो फिरसे पुनर्जन्म लेने वाली हे तो अब हम काहाणी शुरू करते हे एक लडकी काॅलेज जाती हे और तब उसकी दोस्त बोलती हे ...और पढ़ेकीतनी देर हमारी बारी आणे वाली हे तब वो बोलती हे अरे कपडे खो गए थे तो नए ले आइ तब वो जाते हे तब उनका गाना बजता हे तब नंदिनी बोलती हे येतो हमारा गाना हे तब नंदिनी कि दोस्त बोलती हे हमारा गाना चोरा लिया तब नंदिनी बोलती हे हम दोसरा गाना लेंगे तब उसकी दोस्त बोलती हे