Kalam meri likhti jaye book and story is written by navita in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kalam meri likhti jaye is also popular in कविता in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
?️️ कलम मेरी लिखती जाएँ ️️?️️? Navita ?️️??? dedicated to ???My lovely family My friends -- Akta , mansi, Bhoomi and meSpecially always thanks to -- Wr.messi and Vineet ??? Also dedicated to ?? My lovely wonderful readers ...और पढ़े Book summary ? ? Hello everyone ?मेरे पहले के दो नॉवेल ? navita ki kalam se ? और दूसरा ? the girls life is abandoned without dreams ? को आप सब ने बहुत प्रोतसाहन दिया l जिसके लिए मैं आप सब का बहुत शुक्रिया अदा करती हो l ? पहले के दो नावेल से प्रेरित हो कर ही मैं अपना ती
??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️????✍️✍️✍️✍️???✍️✍️?? उड़ान ??उड़ान भरी थे मैंने क्यों मैं सब से पीछे छूट गई क्या ये मेरी ज़िन्दगी मुझ से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने खुद के लिए कुछ कर ,कुछ पाने की ...और पढ़ेक्यों मैं खुद को ही भूल गई क्या ये मैं खुद ही ,खुदी से ही रोठ गई ...उड़ान भरी थी मैंने अपनी पहचान बनाने की फिर क्यों मैं खुद का नाम ही भूल गई क्या जे मेरी तक़दीर मुझ से ही रोठ गई.....भरु गई उड़ान अब मैं फिर से अपनी नई पहचान बनाऊँ गई लाखों मे ना सही ,सौ मे तो अपना नाम कमाऊं गई l✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️?? मस्ती मे ??उठ चल भागा सा वो
??कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️?? दोस्ती का हाथ ??हाथ पकड़ कर रखना ,ज़िन्दगी से घबराना नहीं ..मुस्किल राहे मिले यहाँ ,हिम्मत का हाथ बढ़ाना तभी.. गिर कर फिर खड़े हो जायेगे ,विशवास का हाथ ना छोड़वाना कभी ..मंजिल हमे ...और पढ़ेजाएगी ,दोनों को एक दूसरे का साथ मिले तभी ..✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️?? जीवन का सार सहयोग ??जिस का करते सब उपयोग ,वो एक ही है - सहयोग ,समाज ना चले बिन सहयोग के ,परिवार ना चले बिन इस के उपयोग से ,हर पल हर कदम करते हम इसका उपयोग ,चलती ना ज़िन्दगी बिन इस सहयोग के ,बिन सहयोग ना दुनिया चल पाती ,बिन
?? कलम मेरी लिखती जाएँँ ??✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️✍️?? बेवफाई ??आज एक बात मान लो मेरी चले जो तुम गए तो अब चले जाना अब पलट कर हमे आवाज ना लगाना...यकिन हुआ जो अब जा कर हमे कह चुके हो तुम ...और पढ़े हमे ..बेवफा जो तुमने करी तो चले जाना अब पलट कर वफ़ा को ना बोलाना ..डर लगता है हमे ,मिले जो अब तुम से छोट जाएंगे अब इस दुनिया से पर छोड़ ना पाएंगे अब तुम्हे...✍️✍️✍️???✍️✍️✍️???✍️✍️✍️✍️?? जब से तन्हा हूँ ??जब से तन्हा हूँ ,तब से ज़िन्दगी को अपना है बनाया lजब से खुद को समझना चाहा ,तब तब खुद को तन्हा है पाया lजब से तन्हाई
?? कलम मेरी लिखती जाएँ ??✍️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️?? सपनो से डरना नहीं ??ए ज़िन्दगी तू लेकर चली कहा चली मैं लेकर तेरे सपनो के जहाँ सपने टूटे दर्द बहुत होये हिम्मत कर सपने पुरे होये सपने पुरे जो कर ना होये ...और पढ़ेडर सपने ना सँजोये चलते चलते मुस्किले तो आये बिन मुस्किले सपनो की कीमत ना होये कभी सपना देखना हो जाये ना गुहनाह सपनो को पाने को तू ज़िद बना ज़िद जो सपनो को पाने की करे हर सपना तेरे कदमो नीचे आ धरे ..सपनो को तो हिमत , मेहनत के पंख लगा सब कुछ भूल ,अपने सपनो की तरफ बढ़ता जा ...✍️✍️✍️☺️☺️☺️✍️✍️✍️☺️☺️☺️☺️✍️✍️✍️✍️?? वक़्त नहीं , कहने वाले ??चलते नहीं अब कोई साथ