Choon Choon Ka Murabba book and story is written by S Sinha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Choon Choon Ka Murabba is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
चूँ चूँ का मुरब्बा - उपन्यास
S Sinha
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
इस कहानी में पढ़िए - धनी परिवार की लड़की रूबी ने गरीब परिवार के लड़के रोमित को प्रोत्साहित कर उसे उसकी मंजिल तक कैसे पहुंचाया. कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा बरसात भी झमाझम बरसते बरसते थक कर थमने लगी थी . बारिश से बचने के लिए रोमित स्कूल से लौटते समय एक दुकान की शेड में रुका था. अब वह निकलने की सोच ही रहा था कि एक कार आ कर दुकान के सामने रुकी और एक लड़की उतर कर दुकान में गयी . पांच मिनट बाद
भाग 1 इस कहानी में पढ़िए - धनी परिवार की लड़की रूबी ने गरीब परिवार के लड़के रोमित को प्रोत्साहित कर उसे उसकी मंजिल तक कैसे पहुंचाया . ...और पढ़े कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा बरसात भी झमाझम बरसते बरसते थक कर थमने लगी थी . बारिश से बचने के लिए रोमित स्कूल से लौटते समय एक दुकान की शेड में रुका था . अब वह निकलने की सोच ही रहा था कि एक कार आ कर दुकान के सामने रुकी और एक लड़की उतर कर दुकान में गयी . पांच मिनट बाद
भाग 2 पिछले भाग में आपने पढ़ा कि रूबी ने स्वयं आगे बढ़ कर रोमित से दोस्ती की और उसे समाचार पत्र में अपनी रचनाएँ भेजने के लिए प्रोत्साहित किया . अब आगे ...और पढ़ेरोमित कैसे रूबी के बताये रास्ते पर आगे बढ़ा ..... कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा “ मेरे पापा के अच्छे कॉन्टेक्ट्स हैं , आपका काम हो जायेगा . “ “ जब तक अति आवश्यक न हो मैं किसी का एहसान नहीं लेना चाहता हूँ . “ “ आप मेरे घर का पता जानते हैं न , मान लें कोई आपसे मेरे घर
भाग 3 अभी तक आपने पढ़ा कि रूबी ने रोमित की रचनओं को लोकल समाचार पत्र में प्रकाशित करने में किस तरह सहायता की . अब आगे पढ़िए कैसे रूबी के पिता ने उसकी शादी के लिए उसकी ...और पढ़ेबीच में छुड़वा दी … भाग 3 कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा “ रूबी , मैं तुम्हारा कौन लगता हूँ जो इतना कुछ करती आई हो मेरे लिए ? मैं तुम्हारे एहसानों के तले इतना दब जाऊँगा कि तुमसे नजरें मिलाने में मुझे शर्म आएगी . “ “ प्लीज , ऐसा मत सोचिये . सपने तो
अभी तक आपने पढ़ा कि रूबी की शादी अमीर परिवार में हुई . रोमित की भी शादी हुई . उसे कोई नौकरी नहीं मिल रही थी तो उसने पेट्रोल पंप पर नौकरी ज्वाइन की . आगे ...और पढ़ेकैसे रूबी के प्रोत्साहन और समर्थन से रोमित ने अपना मुकाम हासिल किया …. अंतिम भाग 4 कहानी - चूँ चूँ का मुरब्बा इसी बीच रूबी के पिता दुग्गल साहब का निधन हो गया . सच ही कहा गया है कि विपत्ति कभी अकेले नहीं आती है . अभी रूबी पिता की मौत के सदमे से उबर