Rift book and story is written by Pruthvi Solanki in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Rift is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
दरार - उपन्यास
Pruthvi Solanki
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
अकसर ऐसा होता है कि दो दिल मिलकर बिछड़ जाते है., परंतु बिछड़ ने के बाद एक समय ऐसा आता है कि फिर मिल जाते है., में जो कहानी बताने जा रहा हूं उस कहानी में प्यार भी है और नफरत भी., वैसे तो में पहली बार लिख रहा हूं., इस लिए मेरी कोई भी भूल दिखाई दे तो कमेंट मे जरूर बताना....
प्रेम और प्रतीक दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त है., और उनकी दोस्ती को पूरा कॉलेज सलाम करता है., दोनों एक दूसरे के बिना रह नहीं पाते। एक रूठ जाये तो दूसरा उसे मना ले., दोनों एक दूसरे की दोस्ती पर अपनी जान फना करते है।
अकसर ऐसा होता है कि दो दिल मिलकर बिछड़ जाते है., परंतु बिछड़ ने के बाद एक समय ऐसा आता है कि फिर मिल जाते है., में जो कहानी बताने जा रहा हूं उस कहानी में प्यार भी है ...और पढ़ेनफरत भी., वैसे तो में पहली बार लिख रहा हूं., इस लिए मेरी कोई भी भूल दिखाई दे तो कमेंट मे जरूर बताना....प्रेम और प्रतीक दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त है., और उनकी दोस्ती को पूरा कॉलेज सलाम करता है., दोनों एक दूसरे के बिना रह नहीं पाते। एक रूठ जाये तो दूसरा उसे मना ले., दोनों एक दूसरे की
कॉलेज के अंदर आते ही प्रतीक के चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ जाती है और ना जाने किस सोच में डूब जाता है वो पता नहीं परंतु इसका कारण यही था कि प्रतीक जिसको प्यार करता था ...और पढ़ेलड़की प्रतीक के सामने आ जाती है., और कहती है.,हेल्लो....प्रतीक कैसे हो तुम.????.प्रतीक आंखो मे आंखे डालकर कहता है., बहुत ही बढ़िया हूं।तुम कैसी हो?? ना मैसेज ना कॉल??., मुस्कुराते हुए प्रतीक काजल से कहता है।अब आप सोच रहे हो काजल कौन है.????.काजल वो है जिससे प्रतीक प्यार करता।काजल मुस्कुराते हुए कहती है अरे जाने दो ना कॉलेज की छुट्टियां
प्रेम के मोबाइल पर कॉल आता है., प्रेम ने देखा तो कोई नंबर था.,प्रतीक ने पूछा दोस्त किसका कॉल है।प्रेम ने कहा कोई नंबर है।प्रेम ने कॉल उठाया., हेलो.... हा जी बोलिए किसका काम है.??. आप कोन????प्रेम ने कहा।हा ...और पढ़ेने हूं सीमा इतनी जल्दी भूल गए आप तो जी.,सीमा ने जवाब दिया।अरे तुम हो., प्रेम ने मुस्कुराकर कहा।प्रतीक ने जठाक कटाक्ष करते कहा अरे प्रेम वाह रे! अच्छा जादू किया।अरे चुप रहो तुम बेवकूफ.,प्रेम ने प्रतीक से कहा।अरे आप अभी तक प्रतीक भैया के साथ ही हो कॉलेज मे गए नहीं घर.,सीमा ने पूछा।हा जी बस निकाल ही रहे थे आप