नाकुशी - एक लडकी - उपन्यास
Kishanlal Sharma
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
"यशवंत देख तेरी बेटी ने क्या कमाल कर दिया।"गांव का सरपंच बलवंत सुबह सुबह ही अखबार लेकर यशवन्त के घर जा पहुंचा।वह उसे अखबार देते हुए बोला,"ले इसे पढ़।"
यशवन्त ने अखबार पढ़ा था।उसमें छपे समाचार को पढ़कर उसके अतीत ...और पढ़ेपन्ने फड़फड़ाकर खुलने लगे।
यशवन्त तुलजा का रहने वाला था।गांव में ही उसकी थोड़ी सी जमीन थी।जिस पर वह खेती करता था।उसकी शादी शालिनी से हुई थी।शादी के पांच साल बाद भी शालिनी के पैर भारी नही हुए तो उसे चिंता हुई।शालिनी ने अपनी चिंता पति को बताई।यशवन्त पत्नी को लातूर ले गया।उसने पत्नी को स्त्री रोग के डॉक्टर को दिखाया।डॉक्टर ने पति पत्नी दोनों के ही टेस्ट कराए।रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर बोली,"मा बनने की पचास प्रतिशत संभावना है।"
"यशवंत देख तेरी बेटी ने क्या कमाल कर दिया।"गांव का सरपंच बलवंत सुबह सुबह ही अखबार लेकर यशवन्त के घर जा पहुंचा।वह उसे अखबार देते हुए बोला,"ले इसे पढ़।"यशवन्त ने अखबार पढ़ा था।उसमें छपे समाचार को पढ़कर उसके अतीत ...और पढ़ेपन्ने फड़फड़ाकर खुलने लगे। यशवन्त तुलजा का रहने वाला था।गांव में ही उसकी थोड़ी सी जमीन थी।जिस पर वह खेती करता था।उसकी शादी शालिनी से हुई थी।शादी के पांच साल बाद भी शालिनी के पैर भारी नही हुए तो उसे चिंता हुई।शालिनी ने अपनी चिंता पति को बताई।यशवन्त पत्नी को लातूर ले गया।उसने पत्नी को स्त्री रोग के डॉक्टर को दिखाया।डॉक्टर
बेटी के इन्टर पास करने के बाद यशवन्त पत्नी से बोला,"अब इसकी शादी कर देते है।"" शादी।अभी शादी।अभी इसकी उम्र ही क्या है,"पति की बात सुुुनकर शालिनी बोली,"अभी यह अठारह साल की हुई है।"शालिनी बोली,"अभी शादी ...और पढ़ेकरना चाहाते हो।""अगर इसकी शादी नही करेंगे,कतो घर मे बैठी क्या करेगी?""उसका मन अभी पढ़ने का है।वह आगे पढ़ना चाहती है।"पति की बात सुनकर शालिनी बोली थी।""क्या करेगी आगे पढ़कर?हमारी बिरादरी मे अभी शिक्षा का बहुत अभाव है।इसे ज़्यादा पढ़ा दिया तो इसके लिए लड़का ढूंढना मुश्किल हो जायेगा""भगवान पर भरोसा रखो।वह सब अच्छा ही करेगा।"शालिनी ने पति को समझाया था। सिर्फ शालिनी ही