Mrityu Bhog book and story is written by Rahul Haldhar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mrityu Bhog is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मृत्यु भोग - उपन्यास Rahul Haldhar द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 72 26.6k Downloads 67.2k Views 11 Likes Writen by Rahul Haldhar पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें उपन्यास विवरण मूर्ति को दुकान में एक ही बार देखकर प्रताप को बहुत पसंद आया । पर जब उसे ध्यान से देखा …. पार्क स्ट्रीट के इस क्युरिओ के दुकान पर प्रताप अक्सर आता है , दुकान के मालिक मुकेश अग्रवाल के साथ कुछ देर बात चीत करता और कुछ चीजें देखता , अगर पसंद होता तो घर ले जाता । मुकेश के साथ इन कुछ सालों में अच्छी दोस्ती हो गयी है प्रताप को , दोनों बैचलर भी हैं । मुकेश का उम्र 32 का और प्रताप का 30 । More Interesting Options लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी Load More Best Novels of 2025 Best Novels of 2025 Best Novels of January 2025 Best Novels of February 2025 Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of December 2024 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> पूर्ण उपन्यास Episodes Novels मृत्यु भोग - 1 New मूर्ति को दुकान में एक ही बार देखकर प्रताप को बहुत पसंद आया । पर जब उसे ध्यान से देखा …. पार्क स्ट्रीट के इस क्युरिओ के... Read Free Novels मृत्यु भोग - 2 New अगले दिन सबेरे प्रतिदिन की तरह चाय पीने आये भवेश बाबू , घर के कोने में रखे मूर्ति को देखकर सोच में पड़ गए । बोले – " इसक... Read Free Novels मृत्यु भोग - 3 New (कुछ दिन बाद जिस दिन डुमरी को प्रताप घर ले आया वह दिन था मंगलवार , और उसके ऊपर अमावस्या भी था , आज सुबह आंशिक सूर्यग्रह... Read Free Novels मृत्यु भोग - 4 New प्रताप आजकल बीच बीच में निमतला श्मशान में जाकर बैठा रहता है । वैसे निमतला घाट उसके दक्षिण घर से बहुत दूर है । लेकिन दक... Read Free Novels मृत्यु भोग - 5 New मेट्रो से घर आते वक्त प्रताप को एक अलग ही अनुभूति हो रही थी । ऐसा लग रहा है सर पूरा खाली हो गया है दिमाग में कुछ था पर... Read Free Read all episodes on App //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>