Second Love book and story is written by Mehul Pasaya in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Second Love is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
सेकंड लव आयुष एक नॉर्मल लड़का था उश्की जिन्दगी ना जेसे अकेले पन से भरी पडी हुए थी और वोह आज कल परेशान बहुत रेहता था। आयुष फैमिली के साथ रेहता था फिर भी उश्को अन्दर की जो उन्बनी ...और पढ़ेअकेले पन की थी जो उसे सताये जा रही थी पर वोह येह उश्की हालत किसीको बता भी नही रहा था। अब अगे... "पप्पा मम्मा मुझे बहार जाना है" "अरे आयुष बहार कहा जाना हे" "वोह पप्पा मम्मा बात येह है की मुझे मेरे दोस्त धवन के घर जाना है" "अरे बेटा अभी बहार जाना अच्छा नही है बहार जाना
"ओह माय गोड अरमान भाई और आयुष आप ओह माय गॉड मे बता नही सक्ता की मे आज कित्ना खूश हू आओ अन्दर आओ" "आप दोनो यहा बैठो हम आते है ओके पानी लेकर" "ओके" "ओके तो पानी पीओ ...और पढ़ेबताओ सब केसा चल रहा है भाई जान अरमान और आयुष" "सब ठीक है भाई और सुनो दुसरी बाते अब बाद मे करेंगे और चलो हमे घुमने जाना है ओके" "ओके चलो भाई लोग बट जायेंगे कहा अरे धवन यहा पे ऐसी बहुत सारी जगह है जहा घुम्ने जा सकते है पर हा सोशल डिस्टांचींग रख कर ओके" "ओके भाई
"अच्छा सुनो काजल जी फिर कब और कहा मिलेंगे येह तो बता ते जाओ" "हा आयुष जी यही पर इसी गार्डन मे" "ओके तो कल यहा इसी जगह मिलेंगे ओके" "ओके आयुष जी ठीक इसी वक़्त आजायेगा अभी 4:00 ...और पढ़ेराइट मिलेंगे ओके" "जी ठीक है अब चलते है बाई सी यु टेक केयर" "सेम डीयर आयुष" "वन डे लेटर..." "हेल्लो आयुष जी मे" "हेल्लो जी" "हम अपका कबसे वेट कर रहे है कितनी देर लगा दी आने हुमे कितनी फ़िकर हो रही थी पता है अपको आयुष जी" "हम्म तो हम इस फ़िकर करने से तो जान गये है
"रनिंग टू फाईव मिनट्स मोमेंंट ऑफ़ लव"... तू धूप सुनेहरी फिजा हु मे रेहेती हो मेरी दुवा ओ मे तेरा नाम जिस लम्हे मे लु बेहद मिले आराम हे तेरी हि गलीयो मे आवारा शाम हे तेरी हि गलीयो ...और पढ़ेआवारा शाम हे तू धूप सुनेहरी फिजा हु मे रेहेती हो मेरी दुवा ओ मे तेरा नाम जिस लम्हे मे लु बेहद मिले आराम हे तेरी हि गलीयो मे आवारा शाम हे तेरी हि गलीयो मे आवारा शाम हे जब तक तेरा चेहेरा उतरे ना मेरी आखो मे तब तक ना मेरी सुबह होती हे जब तक तेरा चेहेरा उतरे
"भाई वो आ रहा है पहले तुम जाओ" "नही तुम जाओ" "अरे हद्द है कोई भी नही जा रहै हो हम ही जाते है" "अब तुम लोगो की खैर नही कसम खुदा की एक एक को इतना मरूँगा की ...और पढ़ेभर याद रखोगे" "हा देखते है आजा" "या...आह..." "मम्मी इसने तो इसको एक ही बार मे धूल चटा दी भागो रे बाबा" "रुको तुम्हे तो में आज तुम सबकी खैर नही" "प्लीज हमे जाने दो हमसे गलती हो गए भाई भाई प्लीज फिरसे हम ऐसा नही करेंगे प्लीज" "तुम्हारे पास ये लास्ट चांस है अगर मेरे सामने फिर आगये ना