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फिर कौन था वो? - उपन्यास
Shilpa Sharma
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
फिर कौन था वो? शिल्पा शर्मा (1) ‘‘याद है न तुम्हें, हमारी शादी को छह महीने हो गए हैं आज,’’ थके-हारे ऑफ़िस से लौटे पति को चाय थमाते हुए मीता ने बड़े उत्साह से कहा. ‘‘हम्म...’’ बड़ा ही फीका सा जवाब आया प्रशांत का. ‘‘हम्म...क्या? कोई उत्साह ही नहीं है तुम्हें,’’ मीता के लहजे में हल्की शिकायत थी. प्रशांत चाय पीता रहा. कुछ देर रुक कर उसने कहा,‘‘आज मैंने खाना नहीं बनाया है, बाहर चलें?’’ ‘‘अब नहीं बनाया है तो जाना ही पड़ेगा ना,’’ प्रशांत का जवाब बहुत ही रूखा था. ‘‘क्यूं हमारी शादी को छह महीने हो गए इस
फिर कौन था वो? शिल्पा शर्मा (1) ‘‘याद है न तुम्हें, हमारी शादी को छह महीने हो गए हैं आज,’’ थके-हारे ऑफ़िस से लौटे पति को चाय थमाते हुए मीता ने बड़े उत्साह से कहा. ‘‘हम्म...’’ बड़ा ही फीका ...और पढ़ेजवाब आया प्रशांत का. ‘‘हम्म...क्या? कोई उत्साह ही नहीं है तुम्हें,’’ मीता के लहजे में हल्की शिकायत थी. प्रशांत चाय पीता रहा. कुछ देर रुक कर उसने कहा,‘‘आज मैंने खाना नहीं बनाया है, बाहर चलें?’’ ‘‘अब नहीं बनाया है तो जाना ही पड़ेगा ना,’’ प्रशांत का जवाब बहुत ही रूखा था. ‘‘क्यूं हमारी शादी को छह महीने हो गए इस
फिर कौन था वो? शिल्पा शर्मा (2) सुबह खट-पट की आवाज़ से नींद खुली तो देखा प्रशांत स्नान करके तैयार होने जा रहे हैं.‘‘अरे अभी तो साढ़े छह ही बजे हैं, इतनी जल्दी क्यों तैयार हो रहे हो?’’‘‘बताया था ...और पढ़ेकि प्रेज़ेंटेशन है...’’‘‘...पर ये तो नहीं बताया कि साढ़े छह बजे जाना है.’’‘‘अरे यार, नितिन के साथ भी डिस्कस करना है.वो सात बजे तक ऑफ़िस आ रहा है, रात को 1 बजे के क़रीब ही यह पता चला. तुम सो रही थीं तो सोचा क्यों जगाऊं?’’‘‘पर नाश्ता?’’‘‘चिंता मत करो, कैंटीन में कर लूंगा.’’‘‘और लंच पर मिल सकोगे?’’‘‘नहीं.आज तो पॉसिबल ही
फिर कौन था वो? शिल्पा शर्मा (3) चाय के कप के साथ मीता ने मोबाइल प्रशांत की ओर बढ़ाया और अपनी प्रश्नवाचक नज़रें उसपर गड़ा दीं? ग़ुस्से से तमतमाया मीता का चेहरा और मोबाइल में प्रशांत-नुपूर की फ़ोटो देखकर ...और पढ़ेपल को तो प्रशांत सकपका गए. फिर उन्होंने चाय का कप उठाया और मोबाइल मीता को वापस थमाते हुए बोले,‘‘तो ये है तुम्हारी नाराज़गी का कारण? पर जब तुम लंच के लिए उसी रेस्तरां में आई थीं तो सीधे मेरी ओर क्यों नहीं आईं?’’‘‘मैं बेकार का तमाशा खड़ा नहीं करना चाहती थी.’’‘‘ये कहो कि तुम्हारा मुझपर से भरोसा डिग गया
फिर कौन था वो? शिल्पा शर्मा (4) अब तो मीता और सिमरन दोनों ही डर और घबराहट से कांप रहे थे.‘‘तुमने भी देखा... देखा था... ना... सिमरन प्रशांत को? कहीं उन्हें देखना मेरी आंखों का भ्रम तो नहीं था?’’‘‘हां... ...और पढ़ेमीता... हां... मैंने अपनी आंखों से देखा था. हम दोनों को एक साथ भ्रम नहीं हो सकता. ओह गॉड... ओह गॉड... और फिर बाथरूम की लाइट और नल वो कैसे चल रहे थे?’’दोनों अभी बात कर ही रहे थे कि मीता का मोबाइल फिर बजा. प्रशांत थे. ‘‘मीता... मीता... तुम क्या कह रही थीं? मैं वहीं हूं? ये कैसे हो